राजधानी दिल्ली के लोगों को मानसून के मौसम में लू के थपेड़ों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार के दिन राजधानी दिल्ली का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि सामान्य से छह डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार के दिन भी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को लू जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
मानसून की देरी का खामियाजा दिल्ली के लोगों को अब भीषण गर्मी के रूप में भुगतना पड़ रहा है। आमतौर पर जून के महीने के अंत तक आते-आते मानसून की फुहारों के चलते मौसम से तपिश गायब होने लगती है। लेकिन, इस बार मौसम का रुख एकदम ही अलग देखने को मिल रहा है। दिल्ली में मानसून की आधिकारिक तिथि 27 जून है।
इस लिहाज से इस समय दिल्ली में मानसूनी हवाओं को होना चाहिए था। लेकिन, मानसून के मौसम में पूर्व की बजाय पश्चिम से चल रही हवाओं ने लोगों को भीषण गर्मी का सामना करने को मजबूर कर दिया। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार की सुबह से ही तेज चमकदार सूरज निकला रहा। दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी तेज हो गई। खासतौर पर दोपहर के समय लोगों को खुले में निकलना भी दूभर हो गया।
दोपहिया वाहन चालकों को इससे सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से छह डिग्री ज्यादा है। जबकि, न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से एक डिग्री कम है।
कई जगहों पर पारा 44 के पार
दिल्ली के कई जगहों पर पारा 44 डिग्री के भी पार हो गया। दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में दिन के समय सबसे ज्यादा गर्मी रही। यहां का तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि, मुंगेशपुर, पूसा और पीतमपुरा मौसम केन्द्र में अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
सीजन का सबसे गर्म दिन
लगातार पश्चिमी विक्षोभों के चलते इस बार मई का महीना अपेक्षाकृत कम गरम रहा था। जबकि, जून महीने के शुरुआती दिनों में भी कम गर्मी रही। लेकिन, मानसून की देरी के चलते अब ज्यादा गर्मी झेलनी पड़ रही है। इस सीजन में अभी तक सिर्फ दो बार यानी 28 अप्रैल और 10 मई के दिन ही 42.2 डिग्री सेल्सियस तापमान गया था। जबकि, आज के दिन पारा 43 डिग्री सेल्सियस रहा। इस प्रकार यह सीजन का सबसे गर्म दिन रहा।
सीजन का दूसरा लू वाला दिन
अलग-अलग मौसमी गतिविधियों के चलते इस सीजन में लू वाले दिन अपेक्षाकृत कम रहे। यहां तक कि मार्च के महीने में सिर्फ एक दिन लू वाली स्थिति रही थी। इस प्रकार यह सीजन का दूसरा दिन है जब दिल्ली के लोगों को लू जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा है।
क्या होती है लू की स्थिति
मौसम विभाग के मानकों के मुताबिक अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ज्यादा और सामान्य से साढ़े चार डिग्री ज्यादा होने पर उसे लू जैसी स्थिति मानी जाती है। इसके अलावा अधिकतम तापमान 45 डिग्री से ज्यादा होने पर भी उसे लू जैसी स्थिति माना जाता है।
ग्यारह सालों में सबसे गर्म दिन
राजधानी में 29 जून सबसे गर्म दिन साबित हुआ। इससे पहले वर्ष 2012 में 29 जून के दिन अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। जबकि, आमतौर पर 29 जून के दिन तापमान 40 डिग्री से नीचे ही रहा है।
29 जून के लिए पिछले 11 सालों में अधिकतम तापमान
2021- 43 डिग्री सेल्सियस
2020- 40.2 डिग्री सेल्सियस
2019- 41.5 डिग्री सेल्सियस
2018- 35 डिग्री सेल्सियस
2017- 35 डिग्री सेल्सियस
2016- 35 डिग्री सेल्सियस
2015- 39 डिग्री सेल्सियस
2014- 40 डिग्री सेल्सियस
2013- 37 डिग्री सेल्सियस
2012- 42 डिग्री सेल्सियस
2011- 35 डिग्री सेल्सियस
आज भी भीषण गर्मी के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार के दिन भी भीषण गर्मी पड़ने के आसार है। मौसम विभाग का अनुमान है कि राजधानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में बुधवार के दिन भी लू जैसी स्थिति बनी रहेगी। इसका प्रभाव इसलिए ज्यादा रहने की संभावना है क्योंकि इस दौरान हवा की गति भी 40 से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रह सकती है। इसके चलते लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पांच जुलाई तक मानसून के आसार नही
राजधानी दिल्ली में पांच जुलाई तक मानसून आने के आसार नहीं दिख रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक पांच जुलाई तक हवा की दिशा मुख्यतः पश्चिमी व उत्तरी पश्चिमी रहने की संभावना है। जब तक पूर्वी हवाएं जोर नहीं पकड़ेंगी तब तक मानसून के प्रगति की संभावना भी कम है।
दिल्ली मौसम: 11 साल बाद सबसे गर्म दिन रहा 29 जून, भीषण लू की चपेट में है राजधानी, जानें कब मिलेगी गर्मी से राहत - Hindustan
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