Rechercher dans ce blog

Saturday, January 1, 2022

भारत में कोरोना की 'तीसरी लहर' ने दी दस्तक! केंद्र ने राज्यों को अस्थायी अस्पताल बनाने का निर्देश दिया - Hindustan

केंद्र ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की तत्काल जांच करने को कहा है। केंद्र ने अस्पतालों में और बिस्तर जोड़ने, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ाने के अलावा, राज्यों को सावधानी बरतने के लिए और अपनी ऑक्सीजन उपलब्धता की जांच करने के लिए भी कहा है। सचिव राजेश भूषण ने अपने पत्र में लिखा है कि दुनिया वर्तमान में कोविड-19 मामलों में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज कर रही है। तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामले तीसरी लहर की ओर इशारा कर रहे हैं। 

विकसित देशों में तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन

उन्होंने कहा, "वैरिएंट ऑफ कंसर्न ओमिक्रॉन के प्रसार के चलते दुनिया वर्तमान में कोविड-19 मामलों में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि की दर्ज कर रही है। भारत में भी कोरोना मामले 31 दिसंबर को रिपोर्ट किए गए 16,764 मामलों के बाद ऊपर की ही ओर जाते दिख रहे हैं। यूरोप और अमेरिका में कई विकसित देश पिछले कुछ हफ्तों में नए मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज कर रहे हैं, जो वायरस की तेज फैलने की क्षमता की ओर इशारा करता है।" इससे पहले डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की तीसरी लहर शुरुआती चरण में है। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने आशंका जताई है कि जनवरी के तीसरी सप्ताह तक राज्य में कोरोना वायरस के 80 लाख मामले आ सकते हैं और 80 हजार लोगों की मौत हो सकती है।

स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे पर पड़ सकता है दबाव 

केंद्र ने कहा कि स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर जल्द ही दबाव पड़ सकता है क्योंकि मामलों में अचानक वृद्धि हो रही है। इसे देखते हुए केंद्र ने राज्यों से अस्थायी अस्पताल बनाने को कहा है। राज्य हल्के से मध्यम लक्षणों वाले रोगियों के लिए होटल आवास का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। कुछ राज्यों में पहले के की लहर के दौरान इसी तरह के कदम उठाए थे।  

बाल चिकित्सा मामलों पर भी रखें ध्यान

होम आइसोलेशन के तहत मरीजों की निगरानी के लिए राज्यों को विशेष टीमें, कॉल सेंटर, कंट्रोल रूम बनाने चाहिए। पत्र में कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों और बाल चिकित्सा मामलों पर भी स्पष्ट ध्यान दिया जाना चाहिए। केंद्र ने कहा, "राज्यों को राज्य में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में आवश्यक लॉजिस्टिक, ऑक्सीजन की उपलब्धता और दवाओं के बफर स्टॉक की उपलब्धता की नियमित रूप से समीक्षा करने की आवश्यकता है।" केंद्र ने हाल ही में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अचानक मामलों की उछाल के मद्देनजर एक के बाद एक कई पत्र लिखे हैं।  

31 दिसंबर को, केंद्र ने सभी राज्यों से सभी तरह के बुखार, शरीर में दर्द के मामलों की जांच करने को कहा। केंद्र ने कहा कि जब तक इन मामलों की पुष्टि न हो जाए तब तक उन्हें संभावित कोविड मरीज मानकर इलाज किया जाए। 2022 के पहले ही दिन, भारत ने 22,775 नए कोविड-19 मामले और 406 मौतें दर्ज कीं। शनिवार की सुबह तक ओमिक्रॉन संक्रमणों की संख्या 1,431 है।

माना जाता है कि SARS-CoV-2 का नवीनतम संस्करण ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैल रहा है, हालांकि इस वायरस प्रकार की गंभीरता चिंताजनक नहीं है क्योंकि अधिकांश ओमिक्रॉन रोगी एसिम्टोमैटिक हैं और अस्पताल में भर्ती हुए बिना ठीक हो रहे हैं। लेकिन अगर मरीजों को ठीक से आइसोलेट नहीं किया जाता है, तो परिवार के अन्य सदस्यों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

Adblock test (Why?)


भारत में कोरोना की 'तीसरी लहर' ने दी दस्तक! केंद्र ने राज्यों को अस्थायी अस्पताल बनाने का निर्देश दिया - Hindustan
Read More

No comments:

Post a Comment

'हां, ये सही है लेकिन क्या मुल्क में यही चलता रहेगा...', ASI रिपोर्ट पर बोले प्रोफेसर इरफान हबीब - Aaj Tak

ज्ञानवापी परिसर की ASI सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष ने कई दावे किए हैं. गुरुवार को वकील विष्णु शंकर जैन ने रिपोर्ट सार्वजनिक की. उन्हों...