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Friday, January 28, 2022

UP Election 2022: भाजपा की नई सूची में 17 विधायकों के टिकट कटे, इनमें तीन के बेटों को मौका, प्रत्याशियों में सजा पा चुके पूर्व विधायक की पत्नी भी - अमर उजाला - Amar Ujala

सार

91 उम्मीदवारों की इस सूची में केवल नौ महिला उम्मीदवार हैं। इनमें सिंधुजा मिश्रा, नीलम करवरिया, आरती कॉल , आरती तिवारी ,सरोज सोनकर ,अनुपमा जयसवाल , नीलम सोनकर , मंजू सरोज , सुनीता परीक्षित सिंह शामिल हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ - फोटो : amar ujala

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विस्तार

भाजपा ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए 91 उम्मीदवारों की नई सूची जारी कर दी। इस सूची में योगी सरकार के मंत्रियों सिद्धार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल नंदी को फिर से टिकट दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी देवरिया सीट से चुनाव लड़ेंगे।
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91 उम्मीदवारों की सूची में सिर्फ नौ महिलाएं
91 उम्मीदवारों की इस सूची में केवल नौ महिला उम्मीदवार हैं। इनमें सिंधुजा मिश्रा, नीलम करवरिया, आरती कॉल , आरती तिवारी ,सरोज सोनकर ,अनुपमा जयसवाल , नीलम सोनकर , मंजू सरोज , सुनीता परीक्षित सिंह शामिल हैं। नीलम करवरिया मेजा से, अनुपमा जयसवाल बहराइच से मौजूदा विधायक हैं। कुंडा से उम्मीदवार बनाई गईं सिंधुजा मिश्रा भाजपा नेता शिवप्रकाश मिश्रा सेनानी की पत्नी हैं।


 
फर्जी मार्कशीट मामले में सदस्यता गंवाने वाले विधायक की पत्नी को टिकट
अयोध्या जिले की गोसाइगंज सीट से आरती तिवारी को टिकट दिया गया है। आरती 2017 में यहां से जीते इंद्र प्रताप उर्फ खब्बू तिवारी की पत्नी हैं। खब्बू तिवारी की विधानसभा सदस्यता पिछले साल चली गई थी। वो 29 साल पुराने एक मामले में दोषी पाए गए थे। 18 अक्टूबर 2021 को फर्जी मार्कशीट मामले में कोर्ट ने अयोध्या के गोसाईगंज सीट से भाजपा विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी समेत तीन लोगों को दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा सुनाई थी। जिले की अयोध्या सीट से योगी आदित्यनाथ के लड़ने की काफी चर्चा चली थी। इस सीट पर पार्टी ने मौजूदा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता दोबारा मैदान में उतारा है।

13 मंत्रियों को फिर टिकट, एक का टिकट काटकर बेटे को मौका
योगी आदित्यनाथ सरकार के 13 मंत्रियों को दोबारा मैदान में उतारने का फैसला किया है। इनमें कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और सिद्धार्थ नाथ सिंह भी शामिल हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह को इलाहाबाद पश्चिम से दोबारा मौका मिला है। मंत्री नंद गोपाल नंदी को इलाहाबाद दक्षिण से फिर चुनाव लड़ेंगे। रमापति शास्त्री मनकापुर से, जयप्रकाश निषाद रुद्रपुर से, राजेंद्र प्रताप सिंह मोती पट्टी से, अनुपमा जायसवाल बहराइच से और सतीश द्विवेदी इटवा से उम्मीदवार होंगे। सूर्य प्रताप शाही को पथरदेवा से मैदान में उतारा गया है। श्रीराम चौहान धनघटा की जगह खजनी से चुनाव लड़ेंगे।

19 विधायकों का टिकट कटा, एक की सीट बदली

17 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है। पार्टी छोड़ चुके दो विधायकों की जगह नए चेहरों को उतारा गया है। वहीं, सजायाफ्ता हो चुके एक विधायक की जगह उनकी पत्नी को टिकट दिया गया है। जिन 17 विधायकों का टिकट कटा है उनमें तीन के बेटों को टिकट मिल गया है। टिकट कटने वाले विधायकों में मंत्री मुकुट बिहारी भी हैं। उनकी जगह उनके बेटे गौरव को टिकट दिया गया है। इसी तरह विधायक शोभा सिंह चौहान की जगह उनके बेटे अमित सिंह चौहान को टिकट दिया है। गोसाईगंज से खब्बू तिवारी की जगह उनकी पत्नी आरती तिवारी को टिकट दिया है। खब्बू तिवारी के सजा याफ्ता होने के बाद उनकी सदस्यता चली गई थी।
बिसवां से मौजूदा विधायक महेंद्र सिंह का टिकट कट गया है। उनकी जगह निर्मल वर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्व विधायक वर्मा 19 जनवरी को सपा छोड़कर भाजपा में आए हैं। सलोन से मौजूदा विधायक दल बहादुर की जगह अशोक कोरी को टिकट दिया गया है। भोगनीपुर से राकेश सचना भाजपा उम्मीदवार होंगे। मौजूदा विधायक विनोद कुमार कटियार का टिकट कट गया है। सचान एक दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए हैं। कानपुर की घाटमपुर सीट से दो बार विधायक और फतेहपुर से सांसद रहे राकेश सचान पहले सपा में थे।  

तिन्दवारी सीट से पार्टी ने रमाकेश निषाद को टिकट दिया है। यहां से भाजपा विधायक रहे बृजेश कुमार प्रजापति इस बार सपा के टिकट पर मैदान में हैं। फाफामऊ में विक्रमजीत मौर्या की जगह गुरु प्रसाद मौर्या को टिकट मिला है। कोरांव से मौजूदा विधायक राजमणि कोल की जगह आरती कोल को उम्मीदवार बनाया गया है। हैदरगढ़ से बैजनाथ रावत की जगह दिनेश रावत को मौका दिया गया है। बीकापुर से पार्टी ने शोभा सिंह चौहान की जगह उनके बेटे अमित सिंह चौहान को टिकट दिया है। गोसाईगंज से खब्बू तिवारी की जगह उनकी पत्नी आरती तिवारी को टिकट दिया है। 

सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा की जगह उनके बेटे गौरव वर्मा को टिकट मिला है। खलीलाबाद से अंकुर राज तिवारी को टिकट दिया गया है। 2017 में यहां से भाजपा के टिकट पर जीते दिग्विजय नारायण अब सपा में शामिल हो चुके हैं। सहजनवा से शीतल पांडे की जगह प्रदीप शुक्ला को टिकट दिया गया है। घनघटा से श्री राम चौहान की सीट बदल दी गई है। घनघटा से गणेश चौहान को टिकट मिला है।  श्री राम चौहान को खजनी से पार्टी उम्मीदवार होंगे। खजनी विधायक संत प्रसाद का टिकट कट गया है। 2017 में फाजिलनगर से जीते गंगा सिंह कुशवाहा की जगह उनके बेटे सुरेंद्र सिंह कुशवाहा को टिकट मिला है। 

 कुशीनगर से रजनी कांत त्रिपाठी की जगह पी एन पाठक को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया गया है। हाटा से पवन केडिया का टिकट काटकर मोहन वर्मा को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। देवरिया से सत्यमणि त्रिपाठी का टिकट काटकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया गया है। रामपुर कारखाना से सुरेंद्र चौरसिया पार्टी के उम्मीदवार होंगे। विधायक कमलेश शुक्ला का टिकट कट गया है। बरहज से सुरेश तिवारी की जगह दीपक मिश्रा को उम्मीदवार बनाया गया है। बेल्थरा में बीजेपी ने उम्मीदवार बदला, धनंजय कनौजिया की जगह छट्ठू राम को टिकट दिया गया है।
 
 23% विधायकों के टिकट कटे
शुक्रवार को जिन 91 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई। उनमें से 77 सीट पर 2017 में भाजपा जीती थी। दो विधायकों के पार्टी छोड़ने और एक की सदस्यता समाप्त होने के बाद बची 74 सीटों में से 17 विधायकों के टिकट कट गए हैं। यानी पार्टी ने करीब 23% विधायकों का टिकट काटा है। वहीं, तीन विधायकों के परिवार में ही टिकट मिलने के बाद देखा जाए तो महज 14 विधायक बे टिकट हुए हैं। यानी, प्रभावी तौर पर केवल 19% विधायकों के टिकट कटे हैं। 

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