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नई दिल्लीएक घंटा पहले
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यूक्रेन और रूस के बीच बिगड़ते हालात के बीच भारत ने भी तमाम ऐहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत सरकार ने यूक्रेन की राजधानी कीव में मौजूद अपनी एम्बेसी स्टाफ के फैमिली मेंबर्स से भारत लौट आने को कहा है। इनसे कहा गया है कि यूक्रेन में अगर बहुत जरूरी न तो वहां न रुकें।
एडवाइजरी में कहा गया है कि जो भी फ्लाइट (कमर्शियल या चार्टर) उपलब्ध हो उससे भारतीय नागरिक देश लौट आएं। पहली एडवाइजरी में छात्रों से जितनी जल्दी हो सके देश लौटने को कहा गया था।
एम्बेसी ने क्या कहा
यूक्रेन में मौजूद इंडियन एम्बेसी ने सोशल मीडिया पर कहा- यूक्रेन में फिलहाल तनाव है और अनिश्चितता बढ़ रही है। हम सभी भारतीय नागरिकों से कहना चाहते हैं कि जिनका रुकना यहां ज्यादा जरूरी नहीं है, उन्हें फिलहाल और अस्थायी तौर पर यहां से चले जाना चाहिए।
भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
भारतीय छात्र अपने कॉन्ट्रैक्टर्स के संपर्क में रहें ताकि उन्हें चार्टर फ्लाइट्स की जानकारी मिल सके। ये सभी लोग एम्बेसी के फेसबुक, ट्विटर और वेबसाइट अकाउंट चेक करते रहें। इन लोगों से फॉरेन मिनिस्ट्री और इसके कंट्रोल रूम के संपर्क में भी रहने को कहा गया है। इसके लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन बनाई गई है। किसी भी मदद के लिए इससे संपर्क किया जा सकता है।
तीन फ्लाइट्स का अरेंजमेंट
इससे पहले भी भारतीय दूतावास ने अपनी एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों को गैर-जरूरी कारणों से यूक्रेन की यात्रा न करने की सलाह दी थी। एयर इंडिया ने शुक्रवार को बताया कि वह भारत और यूक्रेन के बीच 22, 24 और 26 फरवरी को तीन उड़ानों का संचालन करेगी।
यूक्रेन पर रूसी हमले का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में अमेरिका ने भी अपने नागरिकों और दूतावास के अधिकारियों से यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। इतना ही नहीं अमेरिका अपना दूतावास अब कीव के बजाय पश्चिनी यूक्रेन के शहर लवीव से संचालित कर रहा है। शनिवार को जर्मनी ने भी अपने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि 'तत्काल' यूक्रेन छोड़ दें।
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