राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को ढहाए जाने के मामले में सियासत तेज हो गई है. बीजेपी पर तीखे वार करने वाले असदउद्दीन ओवैसी ने इस मामले के लिए बीजेपी को ही जिम्मेदार ठहराया है. असदउद्दीन ओवैसी ने ट्वीट के जरिए लिखा है कि राजस्थान के राजगढ़ में एक प्राचीन मंदिर को गिराने का BJP शासित नगर पालिका बोर्ड का निंदनीय फैसला है. हम सभी धर्मों के लिए धर्म की स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं और यह एक गंभीर उल्लंघन है. उम्मीद है कि सभी पूजा स्थलों पर हमले के लिए बीजेपी-आरएसएस माफी मांगेंगे.
वहीं दूसरी ओर तीन मंदिरों को गिराने का मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस पर निशाना साधा है. अलवर के सराय मोहल्ला में मौजूद करीब तीन सौ साल पुराने मंदिर को गिराए जाने से भड़की बीजेपी के नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस से पूछा कि क्या यही सेक्यूलरिज्म है.
Condemnable decision by BJP-ruled Municipality Board to demolish a pracheen mandir in #Rajgarh, Rajasthan. We believe in freedom of religion for all religions, and this is a grave violation. Hope BJP-RSS apologises for its attacks on all places of worship pic.twitter.com/6qYlPEOuOA
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 22, 2022
बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर... करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- यही कांग्रेस का सेक्यूलरिज्म है.
क्या है पूरा मामला?
वहीं राजस्थान के अलवर के राजगढ़ में हाल ही में तीन मंदिरों को गिराने का मामला सामने आया. इन मंदिरों में भगवान शिव, हनुमान जी समेत कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां थी, जिन्हें खंडित किए जाने का आरोप है. वहीं जिला कलेक्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी कर कहा है कि मंदिर के गर्भगृह को कोई क्षति नहीं पहुंचाई गई है. मूर्तियों को वहां से विधि विधान से हटाया गया है और विधि पूर्वक उन्हें स्थापित किया जाएगा.
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