स्टोरी हाइलाइट्स
- आदिवासी बाहुल्य इलाके में पीएम मोदी की रैली
- चार जिलों की 11 सीटों पर रहेगी नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवसारी में 3200 करोड़ रुपए की योजनाओं की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने जनसभा को भी संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा, 8 साल पहले आपने मुझे राष्ट्र सेवा की भूमिका के लिए दिल्ली भेजा था. बीते 8 सालों में हमने विकास के सपने और आकांक्षाओं से करोड़ों नए लोगों अनेकों नए क्षेत्र को जोड़ने में सफलता प्राप्त की है.
पीएम मोदी ने कहा, हमारा गरीब, हमारा दलित वंचित पिछड़ा वर्ग, आदिवासी महिलाएं यह सभी अपना पूरा जीवन मूल जरूरतों को पूरा करने में ही बिता देते थे. आजादी के इस लंबे कॉल खंड में जिन्होंने सबसे अधिक सरकार चलाई उन्होंने विकास को अपनी प्राथमिकता नहीं बनाया. जिन क्षेत्र, जिन वर्गों की इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी वहां उन्होंने विकास किया ही नहीं, क्योंकि यह काम करने के लिए मेहनत ज्यादा पड़ती है.
पीएम मोदी ने कहा, आज मुझे इस बात का गौरव हो रहा है कि गुजरात छोड़ने के बाद जिन जिन लोगों ने गुजरात को संभालने का दायित्व निभाया और आज भूपेंद्र भाई और सी.आर पाटिल की जोड़ी जिस उमंग और उत्साह के साथ नया विश्वास जगा रही है, उसी का परिणाम है कि आज मेरे सामने 5 लाख लोगों का विशाल जनसमूह है.
गुजरात का गौरव बीते 2 दशकों में हुआ तेज विकास है, सबका विकास है और इस विकास से पैदा हुई नई आकांक्षा है. इसी गौरवशाली परंपरा को डबल इंजन की सरकार ईमानदारी से आगे बढ़ा रही है.
पीएम मोदी ने कहा, हमारे आदिवासी क्षेत्र के जिन गरीब परिवारों को 8 साल में पक्का आवास मिला, बिजली मिली, शौचालय मिला और गैस कनेक्शन मिले, उनमें से अधिकतर मेरे आदिवासी भाई बहन और दलित भाई बहन है. पीएम ने कहा, बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और हर प्रकार की कनेक्टिविटी के ये प्रोजेक्ट, वो भी विशेष रूप से हमारे आदिवासी क्षेत्रों में हैं. तब तो ये सुविधाएं रोजगार के अवसरों से जोड़ेंगी.
मोदी ने कहा, बीते 8 वर्षों में सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए हमारी सरकार ने गरीब को मूलभूत सुविधाएं देने पर, गरीब के कल्याण पर सबसे ज्यादा जोर दिया है. आज मुझे 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास करने का अवसर मिला.
आदिवासियों को मनाने की है कोशिश
दक्षिण गुजरात के आदिवासी इलाके में केंद्र सरकार के पार तापी नर्मदा रिवर लिंक प्रोजेक्ट का जमकर विरोध हो रहा है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नवसारी के चिखली पहुंचे. पीएम मोदी ने यहां 3200 करोड़ रुपए से ज्यादा की विकास योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया.
माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस इलाके के विकास और पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए यहां आदिवासी लोगों को मनाने की कोशिश करेंगे. पीएम मोदी नवसारी, डांग, वलसाड, तापी जिले के लोगों को संबोधित करेंगे. इन चार जिलों की 11 सीटों पर इसका असर पड़ेगा.
गुजरात में कितने आदिवासी वोटर?
गुजरात में 15% आदिवासी वोटर हैं. इनका सीधा असर 27 विधानसभा सीटों पर नजर आता है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इसे अपनी और खींचने के प्रयास में जुटी हैं. इस बार आम आदमी पार्टी भी आदिवासियों की पार्टी बीटीपी के साथ मिलकर कांग्रेस- बीजेपी का खेल बिगाड़ने में जुटी है. आदिवासी वोट बैंक को सालों से कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक माना जाता है.
कांग्रेस ने इसी के चलते इस बार चुनाव के बाद आदिवासी नेता सुखराम राठवा को विपक्ष का नेता बनाया था. हाल ही में कांग्रेस में बीटीपी के युवा नेता राजेश वसावा भी शामिल हुए थे. उधर, बीजेपी ने अपनी नई सरकार में 5 आदिवासी नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान दिया है. साथ में केंद्र सरकार ने सांसद गीताबेन राठवा को BSNL का अध्यक्ष बनाया है. बीजेपी अपनी पार्टी में और सरकार में आदिवासी समाज नेताओं को काफी अच्छे पद देकर आदिवासी वोट को हासिल करने का प्रयास कर रही है.
आदिवासियों के प्रभाव वाली सीटों पर कैसे रहे नतीजे
गुजरात विधानसभा की 182 सीटों में 27 पर आदिवासियों का प्रभाव है. 2007 में कांग्रेस ने इन 27 में से 14 सीटें और 2012 में 16 सीटें हासिल की थीं. वहीं, 2017 की बात करें तो कांग्रेस को 14 और बीजेपी को 9 सीटें मिली थीं.
बीजेपी सरकार से नाराज चल रहे आदिवासी
गुजरात में पिछले 5 साल में ऐसे कई प्रोजेक्ट हैं, जिसे लेकर आदिवासी समाज बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. दक्षिण गुजरात में तापी नर्मदा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हुआ. हजारों आदिवासी समाज के लोग सड़कों पर आ गए थे. इसके बाद बीजेपी सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के एरिया में आदिवासी गावों की समस्या का अभी भी कुछ निपटारा नहीं आया.
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