स्टोरी हाइलाइट्स
- संत तुकाराम महाराज मंदिर का उद्घाटन समारोह आज
- संत तुकाराम महाराष्ट्र में भक्ति आंदोलन के जनक थे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संत तुकाराम महाराज मंदिर के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने वाले हैं. इस दौरान उनको एक पगड़ी भेंट स्वरूप दी जाएगी. पगड़ी पर लिखी बात पर आपत्ति जताई गई थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महाराष्ट्र दौरे पर जा रहे हैं. शाम को मोदी देहू शहर में होंगे. यहां वह संत तुकाराम महाराज मंदिर (Saint Tukaram Maharaj Temple) का उद्घाटन करने वाले हैं. लेकिन इससे पहले उस पगड़ी को लेकर विवाद हो गया है, जो पीएम मोदी को भेंट स्वरूप मिलनी है. यह पगड़ी पीएम मोदी के लिए खास डिजाइन हुई है.
पीएम मोदी को जो पगड़ी मिलनी है, उसपर अभंग (भक्ति कविता का रूप) की कुछ लाइन लिखी थी, जिसपर विवाद था. इन लाइंस पर देहू संस्थान ने विरोध दर्ज करवाया था, जिसके बाद इनको बदला गया है.
बता दें कि पीएम मोदी के लिए यह स्पेशल पगड़ी मशहूर मुरुदकर जेंडेवाले (Murudkar Zendewale) से बनवाई गई थी. इसका ऑर्डर देहू मंदिर के ट्रस्टी नितिन महाराज मोरे ने दिया था.
पीएम मोदी की पगड़ी पर क्यों हुआ विवाद?
पीएम मोदी के लिए जो पगड़ी बनी थी, उसपर पहले लिखा था, भले तरी देऊ कासेची लंगोटी, नाठाळाचे माथी हाणू काठी.' ये लाइन संत तुकाराम की ही हैं. इसका मतलब होता है कि जिनका व्यवहार अच्छा है, उनके साथ अच्छा होगा. वहीं बुरे आचरण वालों को करारा जवाब मिलेगा." फिर आपत्ति के बाद नितिन महाराज ने ही इन लाइंस को बदलवा दिया.
अब पीएम मोदी की पगड़ी पर लिखी गई लाइंस हैं - विष्णुमय जग वैष्णवांचा धर्म । भेदाभेद भ्रम अमंगळ. ये भी अभंग का हिस्सा हैं.
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