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Saturday, July 23, 2022

यासीन मलिक तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर, पाकिस्तानी पीएम ने क्या कहा - प्रेस रिव्यू - BBC हिंदी

कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक

इमेज स्रोत, ANI

कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार से भूख हड़ताल पर चले गए हैं. उनका आरोप है कि उनके मामले की जांच ठीक से नहीं की जा रही है.

यासीन मलिक को एनआईए कोर्ट ने दो मामलों में आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई थी. उन पर यूएपीए और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं.

अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस से जेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मलिक ने शुक्रवार को खाने से इनकार कर दिया और अनिश्चितकाल के लिए भूख हड़ताल पर चले गए.

अधिकारी ने कहा, ''जेल अधिकारियों ने उनसे मुलाक़ात की और उनसे उनकी मांग के बारे में पूछा. यासीन मलिक ने बताया कि उनके मामले की ठीक से जांच नहीं हो रही है. जेल अधिकारियों ने उन्हें भूख हड़ताल ख़त्म करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.''

जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख मलिक को एनआईए ने टेरर फंडिंग के मामले में 2019 में गिरफ़्तार किया था. एनआईए ने ये मामले 2017 में खोला था.

एनआईए ने एफ़आईआर में लिखा है कि कश्मीरी अलगाववादियों को पाकिस्तान से पैसा मिल रहा है.

इसमें लश्कर-ए-तैय्यबा के हाफिज़ सईद और हिज़बुल मुजाहिद्दीन के सैयद सलाहुद्दीन शामिल हैं. ये पैसा पत्थरबाज़ी, आगज़नी, हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों के ज़रिए घाटी में अशांति बनाए रखने के लिए दिया जाता था.

एनआईए ने इस मामले में दर्जन भर अलगाववादी नेताओं को गिरफ़्तार किया है. यासीन मलिक के अलावा दख़्तरान-ए-मिल्लत की आसिया अंद्राबी और जम्मू कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के शबीर शाह शामिल हैं.

यासीन मलिक की भूख हड़ताल को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने भी ट्वीट किया है.

उन्होंने कहा, ''भारत में हुर्रियत नेता यासीन मलिक का लगातार उत्पीड़न कश्मीरियों को उनका प्रतिनिधित्व करने वाली आवाज़ से वंचित करने की योजना का हिस्सा है. झूठे मामलों से लेकर फ़र्ज़ी मुक़दमों और सज़ा तक भारत जिस तरह से राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मनावधिकारों का उल्लंघन कर रहा है, उससे अधिकारों की रक्षा करने वालों को सतर्क हो जाना चाहिए.''

फ़ाइल फोटो

इमेज स्रोत, RAVI CHOUDHARY/HINDUSTAN TIMES VIA GETTY IMAGES)

यूपी में छह कांवड़ियों की मौत

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक ट्रक ने सात कांवड़ियों को टक्कर मार दी जिनमें से छह की मौत हो गई. ये हादसा शनिवार तड़के क़रीब 2:15 बजे आगरा-अलीगढ़ हाइवे पर हुआ.

जनसत्ता अख़बार के मुताबिक़ इस टक्कर में कई लोग जख़्मी भी हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस का कहना है कि ट्रक चालक मौके से फरार हो गया था लेकिन अब उसका पता चल गया है. जल्द ही उसे गिरफ़्तार किया जाएगा.

मरने वाले सभी कांवड़िए मध्य प्रदेश में ग्वालियर के रहने वाले हैं. वह कांवड़ लेकर वापस लौट रहे थे.

आगरा ज़ोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा कि हादसा ट्रक चालक की गलती से हुआ है. ट्रक बेकाबू हो गया था. हो सकता है कि ट्रक चलाक नशे में हो.

उत्पीड़न

इमेज स्रोत, Getty Images

नौकरी दिलाने के नाम पर महिला से गैंगरेप

दिल्ली में एक 30 साल की महिला के साथ नौकरी का झांसा देकर गैंगरेप का मामला सामने आया है. इस मामले में चार रेलवे कर्मचारियों को अभियुक्त बनाया गया है जिनमें से दो पर गैंगरेप का आरोप है.

अंग्रेज़ी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स ने दिल्ली पुलिस के हवाले से लिखा है कि ये घटना शुक्रवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस स्टाफ़ के लिए बने ट्रेन लाइटिंग हट में हुई थी.

पीड़िता ने शुक्रवार तड़के 2:30 बजे करीब पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी थी जिसके बाद चारों रेलवे कर्मचारियों को गिरफ़्तार कर लिया गया.

पुलिस उपायुक्त हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इनमें से 35 साल के अभियुक्त का नाम सतीश कुमार है जो पिछले दो सालों से महिला को जानते हैं. उन्होंने महिला को अपने रेलवे कर्मचारी होने के बारे में बताया था. कुमार ने उन्हें कहा था कि वो भारतीय रेलवे में महिला को नौकरी दिला सकते हैं. अन्य तीन अभियुक्तों में 38 साल के विनोद कुमार, 33 साल के मंगल चांद मीणा और 37 साल के जगदीश चांद शामिल हैं.

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