बुधवार को ED ने झारखंड में अवैध खनन में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी. उसी छापेमारी के दौरान रांची में सीएम हेमंत सोरेन के करीबी बताए जाने वाले प्रेम प्रकाश के यहां भी रेड डाली गई थी. उस छापेमारी में एजेंसी को मौके से दो AK 47 राइफल मिली थीं. तब दावा हुआ कि ये राइफल प्रेम प्रकाश की है. लेकिन अब जब्त की गईं दो AK 47 राइफल की असल कहानी सामने आ गई है.
असल में मौके पर मिली AK 47 प्रेम प्रकाश की नहीं बल्कि दो पुलिस कांसटेबल की है जिन्हें अब सस्पेंड कर दिया गया है. जानकारी मिली है कि ये दोनों पुलिस कांस्टेबल रांची जिला बल के लिए काम करते हैं. लेकिन 23 अगस्त को अपनी ड्यूटी खत्म कर जब वे अपने घर वापस जा रहे थे, तेज बारिश की वजह से वे कुछ समय के लिए प्रेम प्रकाश के यहां रुके थे. उनकी पहचान वहां पर किसी स्टाफ से थी, ऐसे में उन्होंने अपनी-अपनी राइफल अलमारी में रखी और चाभी लेकर चले गए.
फिर सुबह वो दोनों कांस्टेबल अपनी राइफल लेने प्रेम प्रकाश के घर पर आए थे, लेकिन उन्होंने पाया कि वहां तक ईडी की छापेमारी शुरू हो चुकी है. ऐसे में उस समय डर के कारण उन्होंने अपनी राइफल मौके से नहीं ली. लेकिन जांच के दौरान एजेंसी ने वो दो AK 47 जब्त भी की और उसकी पीछे की कहानी भी समझ ली. इसी वजह से दोनों पुलिस कांस्टेबल को लापरवाही बरतने के लिए तुरंत सस्पेंड कर दिया गया. इस मामले पर अरोगोड़ा थाने के एसएचओ विनोद कुमार का बयान सामने आया था. विनोद ने कहा था कि प्रेमप्रकाश के घर से बरामद हथियार (AK-47) झारखंड पुलिस के आधिकारिक सुरक्षाकर्मी के हैं. जब उनसे पूछा गया कि हथियार अलमारी के अंदर क्यों रखे थे तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने अवैध खनन में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में झारखंड के 17-20 ठिकानों पर छापेमारी की है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और बच्चू यादव से पूछताछ के बाद ईडी ने ये छापेमारी की. दोनों को कुछ समय पहले ही ईडी ने गिरफ्तार किया था. ईडी ने मार्च में मिश्रा और अन्य के खिलाफ PMLA एक्ट के तहत मामला दर्ज कर छापेमारी शुरू की थी.
CM सोरेन के करीबी प्रेम प्रकाश की नहीं दो पुलिस कांस्टेबल की निकली AK 47, सस्पेंड हुए - Aaj Tak
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