बेंगलुरु, एजेंसी। भाजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार को किसी भी तरह के आपसी मतभेद से इनकार किया। पार्टी के अंदर और राजनीतिक गलियारों में अफवाह थी कि पूर्व सीएम येदियुरप्पा को फिर से पार्टी नजरअंदाज कर रही है। उन्हें पार्टी की प्रचार यात्राओं पर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार, येदियुरप्पा अपने साथ किए गए व्यवहार से परेशान हैं और इसका असर आगामी विधानसभा चुनावों पर पड़ेगा। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा है कि येदियुरप्पा को कर्नाटक में भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्हें अंतिम समय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ एक कार्यक्रम में भाग लेने का निमंत्रण मिला।
हमारे बीच पिता-पुत्र जैसा संबंध: बोम्मई
हालांकि, बोम्मई ने कोप्पल में मीडिया से बात करते हुए अपने गुरु और पूर्व सीएम येदियुरप्पा के साथ किसी भी तरह के मतभेद से इनकार किया। उन्होंने कहा कि हमारे बीच पिता-पुत्र जैसा संबंध है। जो लोग ऐसा सोचते हैं, वे निराश होंगे। येदियुरप्पा को निमंत्रण न देने की बात को भी उन्होंने गलत बताया।वहीं, येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी ने मेरी उपेक्षा नहीं की है, हम एकजुट हैं। कोई किसी को खत्म नहीं कर सकता। मेरी अपनी ताकत है। मैंने पार्टी बनाई है। कहा कि मैं मीडिया के मित्रों से अनुरोध करता हूं कि वे भ्रम न पैदा करें। हम एकजुट हैं और एकजुट रहेंगे। येदियुरप्पा ने आगे कहा कि पार्टी को फिर से सत्ता में लाना हमारा लक्ष्य है। मैं पूरे राज्य का दौरा करूंगा। राज्य में भाजपा के पक्ष में लहर है।
बता दें कि बढ़ती उम्र और सरकार में खींचतना के बीच बीएस यदुरप्पा ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। गौरतलब है कि कर्नाटक में येदियुरप्पा का अपना महत्व है। वह राजनीतिक हलकों में काफी लोकप्रिय हैं। भाजपा को एहसास है कि उनके ना होने से आगामी विधानसभा चुनाव में कितना नुकसान हो सकता है। लिंगायत वोटों पर येदियुरप्पा का जबरदस्त नियंत्रण है।
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Edited By: Piyush Kumar
कर्नाटक भाजपा में मतभेद को येदियुरप्पा और सीएम बोम्मई ने किया खारिज कहा- हमारे बीच पिता-पुत्र जैसा संबंध.. - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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