घटनास्थल की तस्वीर (फोटो- ANI)
अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट तड़के एक बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ, जिससे हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत ढह गई. इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना उठाती है और दूसरा विस्फोट छह मिनट बाद जमीन पर हुआ, जिसमें वायुसेना के दो कर्मी घायल हो गए.
जम्मू हवाईअड्डे और अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच हवाई दूरी 14 किलोमीटर है. जांच में जुटे अधिकारी दोनों ड्रोन के हवाई मार्ग का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं. अधिकारियों ने आतंकी हमले की आशंका से इनकार नहीं किया है.
आईए एक नज़र डालते हैं इस घटना से जुड़ी 10 बड़ी बातों पर..
भारतीय वायुसेना ने ट्वीट किया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के 'कम तीव्रता वाले दो विस्फोट' होने की सूचना मिली. इनमें से एक विस्फोट में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा, जबकि दूसरा विस्फोट खुले क्षेत्र में हुआ.
घटना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को कुछ ही मिनटों में सील कर दिया. सूत्रों ने बताया कि हवाई प्रतिष्ठान में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई. वायुसेना, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) सहित विभिन्न एजेंसियों की जांच टीम भी हवाई प्रतिष्ठान पहुंच गयी हैं
शुरुआती जांच में एजेंसियों को पता चला है कि इस हमले में दो IED का इस्तेमाल किया गया. इन्हें ड्रोन के जरिए भेजा गया था. किस जगह बम से हमला करना है इसको लेकर ड्रोन में जीपीएस भी लगाए गए थे.
पहला हमला एयरपोर्ट पर बिल्डिंग के छत पर किया गया, जबकि दूसरा हमला नीचे ज़मीन पर किया गया. दोनों हमले पांच मिनट के अंतराल पर हुए. धमाका इतना तेज़ था कि करीब दो किलोमीटर तक इसकी आवाज़ सुनाई पड़ी.
NIA की टीम जांच के लिए पहुंच गई है. जम्मू-कश्मीर के पुलिस अधिकारी, फॉरेंसिक एक्सपर्ट और साथ में बाक़ी सुरक्षाकर्मी भी वहां मौजूद हैं. सुरक्षा बलों ने इलाके को कुछ ही मिनटों में सील कर दिया. वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस और फॉरेंसिक विशेषज्ञ घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.
रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना को लेकर वाइस एयर चीफ और एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बातचीत की है. साथ ही कहा गया है कि हालात का जायजा लेने के लिए एयर मार्शल विक्रम सिंह जम्मू पहुंच रहे हैं.
जम्मू एयरपोर्ट एक असैन्य हवाईअड्डा है और एटीसी (वायु यातायात नियंत्रण) भारतीय वायुसेना के अधीन है. जम्मू हवाईअड्डे के निदेशक प्रवत रंजन बेउरिया ने बताया कि विस्फोट के कारण उड़ानों के परिचालन में दिक्कत नहीं हुई. उन्होंने कहा, 'जम्मू से आने-जाने वाली उड़ानों का तय कार्यक्रम के मुताबिक परिचालन हो रहा है.'
रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘जम्मू में वायु सेना के अड्डे में धमाके की खबर मिली है. इसमें कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो सामान क्षतिग्रस्त हुआ है. जांच चल रही है और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है.’
इस बीच जम्मू में एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया गया है और उसके पास से कुछ विस्फोटक सामग्री मिली है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति बनिहाल का रहनेवाला है. उसे जम्मू के बाहरी इलाके में त्रिकूट नगर क्षेत्र से शनिवार रात गिरफ्तार किया गया.
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने जम्मू हवाईअड्डे के भारतीय वायुसेना के अधिकारक्षेत्र वाले हिस्से में हुए दो विस्फोटों को आतंकवादी हमला बताया और कहा कि पुलिस, वायुसेना, अन्य एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं.
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