प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार शाम को अपनी मंत्रिपरिषद का विस्तार करने जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त करने के साथ यह साफ हो गया है कि यह फेरबदल और विस्तार काफी बड़ा होगा, जिसमें लगभग डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को तो शामिल किया ही जाएगा, साथ ही कुछ पुराने चेहरों को हटाया भी जा सकता है। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं को सूचना भी दी जाने लगी है। इसके चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, नारायण राणे, जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में होने वाला यह पहला मंत्रिपरिषद विस्तार होगा। सरकार दो साल पूरे कर चुकी है और इस दौरान उसे कोरो नावायरस की महामारी से भी लंबे समय तक जूझना पड़ा है। खासकर कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से सरकार की छवि पर भी असर पड़ा है। ऐसे में मंत्रिपरिषद विस्तार में प्रधानमंत्री सामाजिक समीकरणों, सहयोगी दलों को साधने, आने वाले चुनावों की रणनीति के साथ इस बात का भी ध्यान रखेंगे जिससे कि सरकार की छवि बेहतर हो सके। ऐसे में मंत्रिपरिषद में नए और युवा चेहरों को ज्यादा जगह मिल सकती है।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते एक माह में अपने सभी मंत्रियों के कामकाज की विस्तृत समीक्षा की है। इसके चलते लगभग आधा दर्जन मंत्रियों पर गाज भी कर सकती है। साथ ही लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा नए मंत्रियों को शामिल किए जाने की संभावना है, जिनमें लगभग आधा दर्जन कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं। जिन प्रमुख नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनोवाल, नारायण राणे प्रमुख है। जिन नए चेहरों की चर्चा है उनमें बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी, उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद अजय मिश्रा, सकलदीप राजभर, विनोद सोनकर, महाराष्ट्र भाजपा के सांसद कपिल पाटील, हिना गावित, उड़ीसा से आने वाले सांसद अश्विनी वैष्णव, मध्य प्रदेश की लोकसभा सांसद संध्या राय व हरियाणा की सांसद सुनीता दुग्गल शामिल है।
इस विस्तार में भाजपा सहयोगी दलों को भी मजबूती से अपने साथ करना चाहेगी। जदयू ने साफ किया कि वह सरकार में शामिल होने जा रही है और सब कुछ तय हो गया है। जद यू से आरसीपी सिंह समेत तीन से चार मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा अपना दल से अनुप्रिया पटेल, लोजपा के पशुपति पारस, निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद (भाजपा सांसद) को भी जगह मिल सकती है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ बैठक की थी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मंगलवार देर शाम दिल्ली लौटे ताकि नए बनने वाले मंत्रियों एवं हटाये जा रहे मंत्रियों से वे बात कर सकें।
इस बीच लोजपा की टूट का असर भी मंत्रिपरिषद विस्तार में दिखने लगा है। लोजपा से पशुपतिनाथ पारस को मंत्री बनाया जा सकता है, जिससे खिलाफ चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है और इसका विरोध किया है। गौरतलब है कि लोजपा में हाल में टूट हुई थी और पशुपतिनाथ पारस ने छह में से 5 ससदों के साथ संसद में नेता बन गये थे। बाद में उन्होंने खुद को लोजपा का अध्यक्ष भी घोषित कर दिया था। जबकि लोजपा के पहले से अध्यक्ष चले आ रहे चिराग पासवान ने अपने नेतृत्व वाली पार्टी को असली लोजपा करार दे रहे हैं।
बड़ा होगा मोदी मंत्रिपरिषद का विस्तार, हटाए जा सकते हैं कुछ मंत्री, जानें किन्हें मिल सकती है जगह - Hindustan
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