Rechercher dans ce blog

Saturday, July 3, 2021

पुष्कर सिंह धामी होंगे उत्तराखंड के नए सीएम, बनाए गए भाजपा विधायक दल के नेता - Jansatta

पुष्कर सिंह धामी होंगे उत्तराखंड के नए सीएम, बनाए गए भाजपा विधायक दल के नेता

तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद अब पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। आज शाम उनका शपथ ग्रहण भी होगा।

उत्तराखंड के नए सीएम पुष्कर सिंह धामी। (क्रेडिट-फेसबुक)।

तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद अब पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। आज शाम उनका शपथ ग्रहण भी होगा। कई दिनों की रानजीतिक उठापठक के बाद भाजपा नेतृत्व ने यह फैसला लिया है। वह भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और दो बार खटीमा से विधायक रहे हैं। भाजपा की विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मोहर लगाई गई है।

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में करीब 6 महीने का वक्त बाकी है और इससे पहले भाजपा ने 45 साल के धामी पर दांव लगाया है। वे उधम सिंह नगर की खटीमा विधानसभा सीट से विधायक हैं। भाजपा विधायक दल ने भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद के लिए उनके नाम की घोषणा की। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मेरी पार्टी ने एक सामान्य से कार्यकर्ता को सेवा का अवसर दिया है। जनता के मुद्दों पर हम सबका सहयोग लेकर काम करेंगे।

आज विधायक दल की बैठक दोपहर तीन बजे भाजपा मुख्यालय में शुरू हुई, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भाजपा महासचिव एवं उत्तराखंड के प्रभारी दुष्यंत गौतम मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने की।

इससे पहले तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को शुक्रवार देर रात 11 बजे के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उन्हें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार को दिल्ली बुलाया था। उन्होंने दिल्ली से लौटने के बाद अपना इस्तीफा सौंपा।

राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा देने के बाद रावत ने संवाददाताओं को बताया कि उनका इस्तीफा देने की मुख्य वजह संवैधानिक संकट था जिसमें निर्वाचन आयोग के लिए चुनाव कराना मुश्किल था। उन्होंने कहा, ‘‘संवैधानिक संकट की परिस्थितियों को देखते हुए मैंने अपना इस्तीफा देना उचित समझा ।’’

पौड़ी से लोकसभा सदस्य रावत ने इस वर्ष 10 मार्च को मुख्यमंत्री का पद संभाला था और संवैधानिक बाध्यता के तहत उन्हें छह माह के भीतर यानी 10 सितंबर से पहले विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना था। लेकिन मुख्यमंत्री के विधानसभा पहुंचने में सबसे बड़ी अड़चन के रूप में यह संवैधानिक संकट आ गया कि जब विधानसभा चुनावों में एक साल से कम का समय बचा हो तो ऐसे में सामान्यत: उपचुनाव नहीं कराए जाते। वैसे भी कोविड महामारी के कारण भी फिलहाल चुनाव की परिस्थितियां नहीं बन पायीं।

इससे पहले, अपने तीन दिन के दिल्ली दौरे से लौटे मुख्यमंत्री रावत राज्य सचिवालय पहुंचे और संवाददाताओं से मुखातिब हुए लेकिन उन्होंने अपने इस्तीफे के संबंध में कोई बात न करते हुए नई घोषणाएं कर सबको हैरानी में डाल दिया।

Adblock test (Why?)


पुष्कर सिंह धामी होंगे उत्तराखंड के नए सीएम, बनाए गए भाजपा विधायक दल के नेता - Jansatta
Read More

No comments:

Post a Comment

'हां, ये सही है लेकिन क्या मुल्क में यही चलता रहेगा...', ASI रिपोर्ट पर बोले प्रोफेसर इरफान हबीब - Aaj Tak

ज्ञानवापी परिसर की ASI सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष ने कई दावे किए हैं. गुरुवार को वकील विष्णु शंकर जैन ने रिपोर्ट सार्वजनिक की. उन्हों...