शिव सेना नेता संजय राउत का कहना है कि भाजपा और शिवसेना के विचार जरूर अलग हैं लेकिन आपस में कड़वाहट नहीं है। नारायण राणे का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि नए लोगों ने रिश्ते खराब कर दिए हैं।
महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान के बाद उनकी गिरफ्तारी और फिर भाजपा और शिवसेना का आपस में आरोप प्रत्यारोप। यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिवसेना ने पहले अपने मुखपत्र सामना में नारायण राणे पर वार किया और कहा कि वह ज्यादा दिन के लिए कैबिनेट में नहीं शामिल किए गए हैं। अब शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि भाजपा में नए-नए शामिल होने वाले लोगों ने ही दोनों पार्टियों के बीच 25 साल के रिश्ते को बर्बाद कर दिया है।
संजय राउत ने भाजपा में शामिल नए नेताओं को घुसपैठिया बता दिया और पाकिस्तान से तुलना कर डाली। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान और बांग्लादेश से घुसपैठ करने वाले आतंकी माहौल खराब करते हैं उसी तरह का काम ये लोग भी कर रहे हैं। बता दें कि नारायण राणे भी 2019 में ही भाजपा में शामिल हुए हैं। इससे पहले वह कांग्रेस और शिवसेना में रह चुके हैं। बीते दिनों राणे ने उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी करते हुए थप्पड़ मारने की बात की थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
नारायण राणे ने भी शिवसेना और उद्धव सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केवल सत्ता का सुख भोगने के लिए उन्होंने हमें गिरफ्तार करवाया। राणे ने कहा, शिवसेना कोरोना के मामले में नंबर 1 है, वे कोई काम नहीं करते। सुशांत राजपूत, दिशा सालियान के मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई और दोषी स्वतंत्र घूम रहे हैं। उन्हें लगता है कि गिरफ्तार करवाकर वे मुझे डरा देंगे लेकिन मेरा सफर सफल रहा है।
दूसरी तरफ संजय राउत ने भाजपा को लेकर कहा, ‘दोनों पार्टियों के विचार अलग-अलग हैं’ लेकिन कभी कड़वाहट नहीं आई। लेकिन पिछले कुछ सालों में जो लोग भाजपा में गए हैं उन्होंने दोनों पार्टियों के बीच के रिश्ते खराब कर दिए हैं। वे उसी तरह हैं जैसे कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के घुसपैठिए यहां का माहौल खराब कर देते हैं।’ जाहिर सी बात है शिवसेना नेता का इशारा नारायण राणे की ओर था।
राउत ने कहा, भाजपा और शिवसेना ने कभी एक दूसरे पर कीचड़ नहीं उछाला। मुझे पता है कि बाला साहेब और अटल बिहारी वाजपेयी के रिश्ते बहुत अच्छे थे। प्रधानमंत्री मोदी और उद्धव ठाकरे के बीच भी अच्छे संबंध हैं।बता दें कि राणे 1999 में नारायण राणे भाजपा और शिवसेना की सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। साल 2005 में उन्हें शिवसेना से निकाल दिया गया था। बाद में उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली और 2017 में वहां से भी बाहर निकल गए। वर्तमान में वह केंद्रीय मंत्री हैं।
BJP के नए लोगों ने शिवसेना से खराब कर दिए पार्टी के रिश्ते- राणे को लेकर बोले राउत - Jansatta
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