Muharram 2021 New Holiday Date And Guideline: मुहर्रम को लेकर देश की अलग-अलग राज्य सरकारों ने गाइडलाइन जारी कर दी हैं. इसके मुताबिक इस साल कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए मुहर्रम में ताजिया और जुलूस निकालने की अनुमति नहीं मिलेगी. यूपी सरकार ने भी कोविड के बीच मुहर्रम के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है. इसके मुताबिक कोरोना संक्रमण और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए मुहर्रम के अवसर पर धार्मिक जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन घरों के अंदर ‘ताजिया’ और ‘मजलिस’ की अनुमति दी है.Also Read - Muharram 2021 Date in India: कब है मुहर्रम? क्या है इसका महत्व और इतिहास | जानिए सबकुछ

यूपी में मुहर्रम के जुलूस पर रोक (UP Muharram Guideline 2021)
योगी आदित्यनाथ प्रशासन ने बीते शनिवार को एक आदेश जारी कर जिला अधिकारियों से मोहर्रम के दौरान किसी भी धार्मिक जुलूस को निकालने की अनुमति नहीं देने को कहा. आदेश में कहा गया है, ‘कोविड -19 महामारी के कारण, किसी भी जुलूस / ‘ताजिया’ को निकालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.’ अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को जारी आदेश में कहा कि घर पर अधिकतम 50 लोगों के साथ ताजिया और मजलिस की स्थापना की जा सकती है.

बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी मुहर्रम पर छूट (Bombay High Court Issue New Muharram Guideline 2021)
हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने 20 अगस्त को पड़ने वाले मुहर्रम में शर्तों के साथ जुलूस निकालने की अनुमति दी है. कल मंगलवार को जस्टिस के.के. टेट और पी.वी. चव्हाण ने सीनियर वकील आसिफ नकवी के जरिए दाखिल अखिल भारतीय इदारा-ए-तहफुज-ए-हुसैनियत की एक याचिका पर सुनवाई में ये बात कही.

याचिका में महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुहर्रम के लिए 9 अगस्त को जारी दिशा-निर्देशों को चुनौती दी गई, जिसे उसने कानून के समक्ष समानता के अधिकार का उल्लंघन बताया. इसने कहा कि दिशा-निर्देश शिया संप्रदाय के धार्मिक प्रमुखों से परामर्श किए बिना तैयार किए गए थे. सुनवाई में कोर्ट ने तीन घंटे के लिए प्रत्येक सात वाहनों में 15 पूर्ण टीकाकरण वालों लोगों को मुहर्रम में भागीदारी की अनुमति दी. कोर्ट ने पांच ताजियों को भी अनुमति दी है, हालांकि सिर्फ 25 लोगों को ही कब्रिस्तान में प्रवेश करने की अनुमति दी.

मुहर्रम की छुट्टी के दिन में बदलाव (Change of Muharram Holiday)
आपको बता दें कि मुहर्रम को लेकर 19 अगस्त का दिन तय किया था, मगर केंद्र सरकार जामा मस्जिद (दिल्ली) के चांद देखने की सूचना पर बताया कि मुहर्रम 20 अगस्त को मनाया जाएगा. इसलिए मुहर्रम की सरकारी छुट्टी 19 अगस्त की जगह 20 अगस्त को होगी. हालांकि कई राज्यों में मुहर्रम की छुट्टी को लेकर असमंजस बना हुआ है. इसी बीच आंध्र प्रदेश सरकार ने भी एक नोटिस जारी कर स्पष्ट किया कि मुहर्रम की छुट्टी 19 अगस्त की जगह 20 अगस्त को होगी. झारखंड सरकार ने भी ऐसा ही आदेश जारी कर दिया है. केरल सहित अन्य राज्यों ने भी ऐसा ही नोटिस जारी किया है.

क्यों मनाया जाता है मुहर्रम? (Why is Muharram Observed?)
इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक पैगंबर-ए-इस्‍लाम हजरत मुहम्‍मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को इसी मुहर्रम के महीने में कर्बला (Battle of Karbala) की जंग (680 ईसवी) में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. कर्बला की ये जंग हजरत इमाम हुसैन (Hazrat Imam Hussain) और बादशाह यजीद (Yazid ) की सेना के बीच हुई थी. इस्लामिक मान्यताओं में मुहर्रम के महीने में दसवें दिन ही इस्‍लाम की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसे आशूरा भी कहा जाता है. इसीलिए मुहर्रम के दसवें दिन को बहुत खास माना जाता है.