नई दिल्ली, प्रेट्र। स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के बाद रेलवे ने 58 वंदे भारत ट्रेनों (ट्रेन-18) के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। घोषणा के मुताबिक, आजादी के अमृत महोत्सव के 75 हफ्तों में देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने के लिए ऐसी 75 ट्रेनें चलाई जाएंगी। वर्तमान में ऐसी दो ट्रेनों का संचालन हो रहा है। नए कोचों का निर्माण चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, रायबरेली स्थित माडर्न कोच फैक्ट्री और कपूरथला स्थिति रेल कोच फैक्ट्री में किया जाएगा।
स्वदेशी कलपुर्जो का होगा ज्यादा इस्तेमाल
रेलवे ने पिछले साल 44 वंदे भारत ट्रेनों की खरीद के लिए संशोधित टेंडर जारी किया था, जिसमें 75 फीसद स्वदेशी कलपुर्जो के इस्तेमाल को अनिवार्य बनाया गया था। इसके बाद सरकार ने इस परियोजना के लिए तीन वैश्विक टेंडरों को रद कर दिया था। एक अधिकारी ने बताया कि 28 अगस्त को नए टेंडर जारी होने के बाद अब मार्च, 2024 तक रेलवे को ऐसी 102 ट्रेनों की आपूर्ति की जाएगी। इनमें से 75 ट्रेनें 15 अगस्त, 2023 तक उपलब्ध होंगी।
पहली वंदे भारत ट्रेन ट्रेन वाराणसी-दिल्ली मार्ग और दूसरी कटरा-दिल्ली मार्ग के लिए शुरू की गई थी। वंदे भारत अडवांस फीचर्स से लैस लोकोमोटिव इंजन के बिना दौड़ने वाली देश की पहली ट्रेन है। वर्तमान में वंदे भारत की अधिकतम गति 110 किमी प्रति घंटे है। इसे आगे चलकर इसकी अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटे की जाएगी।
ये है खासियत
नई आने वाली वंदे भारत ट्रेनें आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। इसमें ऐसे मॉडर्न फीचर्स होंगे, जो आपात स्थिति में लोगों को बचाने में मदद करेंगे। नई आने वाली वंदे भारत ट्रेनों में जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी कैमरे, स्वचालित स्लाइडिंग डोर तथा वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट समेत अन्य सुविधाएं शामिल हैं। वंदे भारत ट्रेनों में आपात स्थितियों में यात्रियों को निकालने के लिए चार आपातकालीन खिड़कियां लगाई जाएंगी। ट्रेनों में पुशबटन को बढ़ाकर दो से चार किया जाएगा।
Vande Bharat Trains: पीएम मोदी की घोषणा के बाद 58 वंदे भारत ट्रेनों के लिए टेंडर जारी, जानें होगी खासियत - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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