गांधीनगर, एएनआइ। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की है। इसके साथ ही इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सरदार पटेल को याद किया। पीएम ने कहा कि सरदार पटेल ना केवल इतिहास बल्कि सभी भारतीयों के दिलों में बसते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरदार पटेल हमेशा मजबूत, समावेशी, संवेदनशील भारत चाहते थे, एकजुट होने पर लक्ष्य पूरा होगा। बता दें कि आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैचू ऑफ यूनिटी पर आयोजित एकता परेड को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित किया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की है। आज गृह मंत्री इस मौके पर केवड़िया में सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित 182 मीटर ऊंची प्रतिमा के पास राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में शामिल हुए हैं। शाह कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे। इस खास मौके पर परेड भी आयोजित हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
- प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल हमारे देश को एक शरीर के रूप में रूप में देखते थे। इसलिए उनके 'एक भारत' का मतलब यह भी था कि जिसमें सभी को समान अवसर और समान सपने देखने का अधिकार हो। आगे पीएम ने कहा कि दशकों पहले, उस दौर में भी, उनके आंदोलनों की ताकत यह थी कि वे पुरुषों और महिलाओं, हर वर्ग, को शामिल करते थे। आज जब हम 'एक भारत' की बात करते हैं तो उसका स्वरूप क्या होना चाहिए? भारत में महिलाओं के पास एक से अधिक अवसर हैं।
- इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने अपना हित सुरक्षित करने के लिए 'आत्मनिर्भर' के एक नए मिशन पर यात्रा शुरू की है। इसके साथ ही हमें सरदार पटेल की यह कहावत याद रखनी होगी कि सामान्य प्रयास से, हम देश को आगे तक ले जा सकते हैं।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि जल, थल, आकाश और अंतरिक्ष सहित हर मोर्चे पर भारत की ताकत और संकल्प अभूतपूर्व है। इसके बाद देश के दूर-दराज के इलाकों तक पहुंचने से लोगों के दिलों की दूरी कम हो जाएगी और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा।
- पीएम मोदी ने कहा कि आज सरदार पटेल की प्रेरणा से भारत बाहरी और आंतरिक सभी प्रकार की चुनौतियों से निपटने में सक्षम होता जा रहा है। पिछले 7 सालों में देश को दशकों पुराने अवांछित कानूनों से छुटकारा मिला। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक रिकॉर्डेड वीडियो संदेश के माध्यम से समारोह को संबोधित किया।
-बता दें कि सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने लगातार तीनों कार्यक्रमों में भाग लिया था। लेकिन इस साल इटली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के चलते हिस्सा नहीं ले पाए हैं।
- अपने संबोधन में पीएम ने आगे कहा कि सरदार पटेल हमेशा मजबूत, समावेशी, संवेदनशील भारत चाहते थे। हमारा लक्ष्य तभी पूरा हो सकता है जब हम एकजुट रहें।
- पीएम ने कहा कि बीते वर्षों में जो अनेक रिफॉर्म किए गए हैं उनका सामूहिक परिणाम है कि भारत निवेश का एक आकर्षक डेस्टिनेशन बन गया है। आगे कहा कि आजाद भारत के निर्माण में सबका प्रयास जितना तब प्रासंगिक था, उससे कहीं अधिक आजादी के इस अमृतकाल में होने वाला है। आजादी का ये अमृतकाल, विकास की अभूतपूर्व गति का है, कठिन लक्ष्यों को हासिल करने का है। ये अमृतकाल सरदार साहब के सपनों के भारत के नवनिर्माण का है।
- इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में देश ने दशकों पुराने अवांछित कानूनों से मुक्ति पाई है। राष्ट्रीय एकता को संजोने वाले आदर्शों को नई ऊंचाई दी है। जम्मू-कश्मीर हो, पूर्वोत्तर हो या हिमालय का कोई गांव आज सभी प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं।
- इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें ये याद रखना है कि नाव में बैठे हर मुसाफिर को नाव का ध्यान रखना ही होता है। हम एक रहेंगे तभी आगे बढ़ पाएंगे, देश अपने लक्ष्यों को तभी प्राप्त कर पाएगा।
- इसके साथ ही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत सिर्फ एक भौगोलिक इकाई नहीं है बल्कि आदर्शों, संकल्पनाओं, सभ्यता, संस्कृति के उदार मानकों से परिपूर्ण राष्ट्र है। धरती के जिस भूभाग पर हम 130 करोड़ से अधिक भारतीय रहते हैं वो हमारी आत्मा, सपनों, आकांक्षाओं का अखंड हिस्सा है।
जानें- अमित शाह ने अपने संबोधन में क्या-क्या कहा
-अमित शाह ने कहा कि आज सरदार पटेल की जन्म जयंती है। मैं पूरे देश में करोड़ों देशवासियों को बताना चाहता हूं- 'सदियों में कभी कोई एक ही सरदार बन पाता है, वो एक सरदार सदियों तक अलख जगाता है।
- इस दौरान अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस का विशेष महत्व है। आज का राष्ट्रीय एकता दिवस आजादी का अमृत महोत्सव का दिन है। आजादी के बाद अंग्रेजों ने जाते समय देश को कई टुकड़ों में बंटने की साजिश रची थी, लेकिन सरदार पटेल ने उस साजिश को नाकाम किया और 'अखंड भारत' बनाने का संकल्प लिया।
-गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में सशस्त्र सीमा बल ने वुशू मार्शल आर्ट का भी प्रदर्शन किया।
बता दें कि इस कार्यक्रम में अमित शाह के अलावा भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ,जल, थल, वायुसेना के अधिकारी, ओलंपिक, एशियन व विविध खेलों में मेडल विजेता खिलाड़ियों के साथ पुलिस अधिकारी-कर्मचारी भी शिरकत कर रहे हैं। इस दौरान आयोजित हुई परेड में पुरुष हॉकी टीम के कप्तान, ओलंपियन मनप्रीत सिंह और अन्य एथलीट ने हिस्सा लिया।
#WATCH | Gujarat: Men's hockey team captain, Olympian Manpreet Singh and other athletes participate in the parade at Statue of Unity, Kevadia on the occasion of #SardarPatel's birth anniversary today. pic.twitter.com/eLO29lgVa2
— ANI (@ANI) October 31, 2021
बता दें कि सरदार पटेल ने 560 रियासतों को भारत में मिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। राष्ट्र को एकजुट करने के लिए सरदार पटेल के किए प्रयासों के लिए हर साल उनके जन्मदिन पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
National Unity Day: पीएम मोदी बोले- सरदार पटेल हमेशा मजबूत, समावेशी, संवेदनशील भारत चाहते थे, एकजुट होने पर लक्ष्य होगा पूरा - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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