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Wednesday, November 3, 2021

अयोध्या में दीपोत्सव: जय श्रीराम के उद्घोष व शंखनाद के साथ रवाना हुई राम राज्याभिषेक शोभायात्रा, दिखे लोक संस्कृति के अलग-अलग रंग - अमर उजाला - Amar Ujala

अमर उजाला नेटवर्क, अयोध्या Published by: ishwar ashish Updated Wed, 03 Nov 2021 10:56 AM IST

सार

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के लिए पूरी रामनगरी राममय हो चुकी है। सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शाम को होने वाले आयोजन में पांच देशों से आए करीब 10 हजार लोग गवाह बनेंगे।

राम राज्याभिषेक शोभायात्रा का एक दृश्य। - फोटो : amar ujala

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विस्तार

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के आयोजन की तैयारियां पूरी हो गई हैं। पूरी रामनगरी राममय हो गई है। नगर के साकेत पीजी कॉलेज से राम राज्याभिषेक शोभायात्रा जय श्रीराम के उद्घोष और शंखनाद के साथ रवाना हो चुकी है। जिसमें भारत की लोक संस्कृति के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। शोभयात्रा को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं, शाम को होने वाले दीपोत्सव में पांच देशों से आये 10 हजार अतिथि गवाह बनेंगे।
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सरयू किनारे रामकथा पार्क में बुधवार दोपहर पुष्पक विमान स्वरूप हेलीकॉप्टर से प्रभु राम, सीता व लक्ष्मण उतरेंगे। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मंत्रीगण और संत-धर्माचार्य दीप सजाकर प्रभु की अगवानी करेंगे।

इसके बाद वे गुरू वशिष्ठ की भूमिका में भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। सीएम रामलला के दरबार भी जाएंगे इसके बाद सीएम, राज्यपाल सहित कई मंत्री मां सरयू की भव्य आरती भी उतारेंगे। यहां लेजर शो, दीपों की माला के साथ रंग-बिरंगी अयोध्या स्वर्ग की भांति दिखेगी। राम की पैड़ी के 32 घाटों पर कीर्तिमान बनाने को नौ लाख दीप जलाकर साढ़े सात लाख दीप एक साथ 40 मिनट में जलाने और पांच मिनट तक जलते रहने का नया विश्व कीर्तिमान बनाने का लक्ष्य अवध के 12 हजार युवा साधेंगे। रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है

जद्यपि सब बैकुंठ बखाना, वेदपुरान निगम सब जाना।
 जन्मभूमि सम नहीं प्रिय सोहूं, या प्रसंग जाने कोऊ कोऊ?

जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य कहते हैं कि दीपावली के मौके पर अयोध्या में कुछ इसी प्रसंग को दोहराया जाने वाला है। दीपोत्सव में पुष्पक विमान होगा। रथ होगा। घुड़सवार होंगे और सैनिक भी होंगे। अयोध्या पुष्पों, विद्युत सजावटों से सुसज्जित होगी। कहते हैं कि अद्भुत रोशनी से नहायी तरोताजा सरयू को देखकर मन यही दुआ करता है कि इस अभिनव ‘दीपरात्रि’ की सुबह नहीं आए। चौबीस घंटे रामधुनों-कीर्तनों से गूंज रही अयोध्या जैसे कहना चाह रही है कि हम रामजी के, राम जी हमारे हैं...।
अयोध्या पर शोध करने वाले डॉ. हरिप्रसाद दुबे कहते हैं कि अवध में उत्सव है भारी...दीपोत्सव में कुछ इसी तरह का माहौल है। प्रथम तिलक वसिष्ठ मुनि कीन्हा। पुनि सब विप्रन्ह आयसु दीन्हा...भगवान राम का प्रथम तिलक सर्वप्रथम वशिष्ठ जी ने किया था। उसी प्रतीक स्वरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान का तिलक करने जा रहे हैं। यह राज्याभिषेक त्रेतायुग की बानगी ही नहीं, बल्कि रामनगरी के धार्मिक उत्कर्ष का संकेत भी है।

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अयोध्या में दीपोत्सव: जय श्रीराम के उद्घोष व शंखनाद के साथ रवाना हुई राम राज्याभिषेक शोभायात्रा, दिखे लोक संस्कृति के अलग-अलग रंग - अमर उजाला - Amar Ujala
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