पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों से परेशान लोगों को दिवाली से पहले केन्द्र सरकार ने बड़ी राहत दी। उसके बाद राज्य सरकारों ने अपने हिस्से के वैट की कटौती की, जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज गिरावट देखी गई। आइए समझते हैं कि मई 2020 से अबतक तेल की कीमतों का पूरा गणित-
36 दिनों में पेट्रोल 8.65 रुपये प्रति लीटर हुआ था महंगा
पेट्रोल-डीजल की कीमतों 28 सितंबर 2021 से 2 नवंबर 2021 तक खूब तेजी देखने को मिली। 28 सितबंर को पेट्रोल दिल्ली में 101.39 रुपये प्रति लीटर औ डीजल 89.57 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। वहीं, 2 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 110.04 रुपये और डीजल 98.42 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई। यानी इन 36 दिनों में पेट्रोल 8.65 रुपये और डीजल 8.85 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया था।
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5 मई 2020 से कितना महंगा हुआ तेल
कोविड की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में लाॅकडाउन लगाना पड़ा था। जिसकी वजह से रेल यातायात से लेकर फैक्ट्रियों तक हर जगह काम प्रभावित हुआ। इसका असर सरकार की कमाई पर भी पड़ा। इस मुश्किल समय पेट्रोल और डीजल से होने वाला रेवन्यू सरकार के लिए काफी मददगार साबित हुआ। 5 मई 2020 से ताजा कटौती तक पेट्रोल 38.78 रुपये महंगा हो गया था। वहीं, डीजल के दाम में 29.03 रुपये की वृद्धि हुई थी। इस दौरान एक्साइज ड्यूटी के जरिए सरकार ने पेट्रोल पर 32.9 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 31.8 रुपये प्रति लीटर की कमाई की थी।
केन्द्र सरकार पर बढ़ेगा बोझ
पेट्रोल और डीजल की हुई कीमतों का असर सरकार के रेवन्यू पर भी पड़ेगा। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार पर हर महीने 8,700 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। मतलब इस फाइनेंशियल ईयर में सरकार को 43,500 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा।
कैसे घटते-बढ़ते हैं दाम
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां सबसे पहले तेल खरीदती हैं। इसके बाद केन्द्र सरकार द्वारा इसपर एक्साइज ड्यूटी लगाई जाती है। फिर उसके बाद डीलर का अपना कमीशन जुड़ता है। और अंत राज्य सरकारों द्वारा अलग-अलग वैट (Value Added Tax) लगाया जाता है। अब मोदी सरकार ने जो बुधवार को कटौती की है वह एक्साइज ड्यूटी में कटौती हुई है। वहीं, राज्य जो अपनी तरफ से छूट दे रहे हैं वह वैट के जरिए दे रहे हैं। अलग-अलग वैट की वजह से अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दाम होत है।
राज्य दर राज्य समझें पूरी कटौती
सरकार ने कल रात पेट्रोल और डीजल पर क्रमश: पांच रूपये और 10 रूपये प्रति लीटर की कटौती की थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश में डीजल और पेट्रोल के दाम 7-2 रुपए प्रति लीटर कम करने की घोषणा की गयी। गुजरात में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तत्काल प्रभाव से 7 रुपए प्रति लीटर की कमी की गयी है। हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम करने की तैयारी चल रही है। असम में 7 रुपए की कमी की घोषणा की गयी है। त्रिपुरा में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 7 रुपए की कमी की गयी है। कर्नाटक और गोवा सरकार ने भी अपने-अपने राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 7-7 रुपए प्रति लीटर की कमी करने की घोषणा की। उत्तराखंड में भी पेट्रोल पर वैट 2 रुपए प्रति लीटर कम करने की घोषणा की गयी। मणिपुर सरकार ने भी तत्काल प्रभाव से पेट्रोल और डीजल पर वैट 7 रुपए कम करेगी। बिहार सरकार ने सबसे कम कटौती की है। बिहार सरकार ने पेट्रोल पर वैट में 1 रुपये 30 पैसे और डीजल की कीमत पर वैट में 1 रुपये 90 पैसे की कटौती की है।
(एजेंसी के इनपुट के साथ)
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती से कितनी राहत? बढ़ोतरी की तुलना में मामूली है गिरावट, समझें पूरा गणित - Hindustan
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