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Sunday, February 13, 2022

UP सेकेंड फेज की 55 सीटों पर वोटिंग LIVE: मोदी की अपील- पहले वोट फिर दूसरा काम; योगी का बयान- उत्तर प्रदेश ... - Dainik Bhaskar

लखनऊ10 मिनट पहले

यूपी के रण यानी विधानसभा चुनाव 2022 का दूसरा फेज। 9 जिलों की 55 सीटें और दांव पर 586 उम्मीदवारों की किस्मत। इसका फैसला 2 करोड़ वोटर आज कर देंगे। वोटिंग 7 बजे शुरू हो गई है और शाम 6 बजे तक चलेगी। इन सीटों में आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और भाजपा के सुरेंद्र खन्ना जैसे बड़े चेहरे भी हैं। जाट, मुस्लिम और किसानों का बाहुल्य है।

2017 में इन 55 सीटों में से भाजपा ने 38, सपा ने 15 और कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार यहां मोदी ने फिजिकल चुनावी रैली की है। मुस्लिम बहनों और दंगों का कलंक याद दिलाया है। अखिलेश यादव अन्न की लाल पोटली लेकर घूमे हैं और भाजपा को हराने का वचन उठाया है।

वोटिंग अपडेट्स...

  • योगी आदित्यनाथ ने कहा- उत्तर प्रदेश में 80 V/S 20 का चुनाव। इस विधानसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें जीतेंगे।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर वोटिंग की अपील की। लिखा- सबसे पहले मतदान, फिर अन्य काम।
  • बरेली में दमखोड़ा गांव, बिजनौर में धामपुर और धनौरा सीट पर ईवीएम खराब होने से वोटिंग रुकी।

नजर डाल 55 सीटों के चुनावी आंकड़ों पर

जानिए यहां का चुनावी गणित
पश्चिम यूपी में सपा और रालोद ने गठबंधन किया है। भाजपा, कांग्रेस और बसपा सभी 55 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही हैं। पश्चिम यूपी का यह क्षेत्र भी जाट, मुस्लिम और गुर्जर बाहुल्य है। कृषि प्रधान क्षेत्र होने के चलते यहां किसानों का अच्छा वर्चस्व है। इस क्षेत्र में भी केंद्र का कृषि कानून का मुद्दा काफी छाया रहा है। प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी समेत भाजपा नेताओं ने किसानों की नाराजगी दूर करने की कोशिश की। हालांकि, भाजपा किसानों की नाराजगी किस हद तक दूर कर पाई है। यह रिजल्ट आने पर ही साफ हो पाएगा। अखिलेश यादव ने जयंत के साथ मिलकर किसानों से वादा किया है कि वे उनके हित के लिए भाजपा को पटखनी देंगे।

विकास और रोजगार मुद्दा नहीं बने। आखिरी दौर तक नेताओं का भाषण जिन्ना, मुसलमान, आतंकी, गुंडे, मंदिर-मस्जिद के इर्द-गिर्द रहा। कुल मिलाकर वोटों के ध्रुवीकरण की पूरी कोशिश की गई।

विकास और रोजगार मुद्दा नहीं बने। आखिरी दौर तक नेताओं का भाषण जिन्ना, मुसलमान, आतंकी, गुंडे, मंदिर-मस्जिद के इर्द-गिर्द रहा। कुल मिलाकर वोटों के ध्रुवीकरण की पूरी कोशिश की गई।

कृषि कानून: यहां सबसे बड़ा मुद्दा कृषि कानून रहा। अखिलेश-जयंत ने अपनी ज्यादातर सभाओं में इस कानून को लेकर भाजपा सरकार को घेरा है।
गन्ना बकाया: भाजपा ने 15 दिनों में गन्ना किसानों का भुगतान करने का वादा किया है। न करने पर ब्याज देने की बात कही है। सपा ने 15 दिनों में गन्ना किसानों को भुगतान और हर फसल को एमएसपी देने का वादा किया है।
मुजफ्फरनगर दंगे, कैराना और गुंडागर्दी: भाजपा नेताओं ने चुनाव में मुजफ्फरनगर दंगे, कैराना पलायन और कानून व्यवस्था को लेकर सपा को घेरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के हर नेता ने अपनी लगभग हर सभा में इन मुद्दों का जिक्र किया है।
ओडीओपी: इस चुनाव में ओडीओपी यानी वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट को भी बतौर विकास भाजपा ने पेश किया। इसकी वजह यह थी कि दूसरे चरण में जिन जिलों में चुनाव है, उनमें से कई अपने लघु उद्योग के लिए चर्चित हैं। जैसे रामपुर का चाकू, मुरादाबाद का बर्तन, शाहजहांपुर जरदोजी और फर्नीचर के लिए।

अब बात 55 सीटों में शुमार दिग्गजों की

1. रामपुर: दिग्गज आजम V/S युवा आकाश
इस सीट पर सपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और कद्दावर नेता आजम खां को टिकट दिया है। आजम खां अभी सीतापुर जेल में हैं। वह जेल से ही चुनाव लड़ रहे हैं। उनके मुकाबले में बीजेपी ने युवा चेहरे आकाश सक्सेना को उतारा है। आकाश भी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, बसपा से सदाकत हुसैन मैदान में हैं। 80 के दशक से ही यह सीट आजम और उनके परिवार के पास रही है। आजम 9 बार इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं।
2. स्वार: अब्दुल्ला V/S नवाब का बेटा
सपा ने इस सीट पर आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम खां को टिकट दिया है। उनका मुकाबला भाजपा और अपना दल (एस) गठबंधन के उम्मीदवार हैदर अली उर्फ हमजा मियां से है। नवाब खानदान से ताल्लुक रहने वाले हैदर के पिता 5 बार के विधायक कासिम अली हैं। कासिम अली और आजम खां के परिवार में 36 का आंकड़ा है। 2017 में इस सीट पर अब्दुल्ला आजम खां ने जीत दर्ज की थी। हालांकि, बाद में एक मामले में उनकी विधायकी रद्द हो गई थी।
3. शाहजहांपुर: 8 बार के विजेता V/S कांग्रेस की लड़ने वाली
यहां से योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना मैदान में हैं। अब तक इस सीट से 8 बार चुनाव जीत चुके सुरेश खन्ना के सामने सपा के तनवीर खान, बसपा के सर्वेश पांडे, कांग्रेस की पूनम पांडे हैं।
4. नकुड़: सैनी V/S चौधरी
दो बार के विधायक धर्म सिंह सैनी की प्रतिष्ठा दांव पर है। 2012 में यहां बसपा के टिकट से जीतने वाले धर्मसिंह सैनी ने 2017 में नकुड से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीते भी थे। इसके बाद वे योगी सरकार में आयुष मंत्री बने। 2022 के चुनाव से चंद दिन पहले ही सैनी ने भाजपा छोड़ सपा की साइकिल थाम ली और टिकट भी ले लिया। सैनी के सामने भाजपा के मुकेश चौधरी हैं। बसपा के साहिल खान और कांग्रेस के रणधीर सिंह मुकाबले को दिलचस्प बना सकते हैं।
5. बिलासपुर: भाजपा के मंत्री V/S मौजूदा विधायक
भाजपा के मंत्री और पंजाबी चेहरा बलदेव सिंह औलख चुनाव मैदान में हैं। वर्तमान विधायक औलख के सामने सपा के अमरजीत सिंह, बसपा के रामअवतार कश्यप और कांग्रेस के संजय हैं।

वोटिंग की तैयारियां, 50% बूथ पर वेब कास्टिंग
पोलिंग पार्टियां अपने-अपने बूथों पर एक दिन पहले ही पहुंच चुकी हैं। सभी बूथों पर पैरा मिलिट्री फोर्स लगाई गई है। 50% बूथ पर वेब कास्टिंग कराई जा रही है। इन बूथों की गतिविधि को सीधे लखनऊ और दिल्ली में बने सेंटर्स से देखा जा सकता है।

तस्वीर वोटिंग से एक दिन पहले की है, जब पोलिंग पार्टियां अपने बूथों पर जाने के लिए गाड़ियों का इंतजार कर रही थीं।

तस्वीर वोटिंग से एक दिन पहले की है, जब पोलिंग पार्टियां अपने बूथों पर जाने के लिए गाड़ियों का इंतजार कर रही थीं।

इन 55 सीटों पर वोटिंग
बेहट, नकुड़, सहारनपुर नगर, सहारनपुर देहात, देवबंद, रामपुर मनिहरन (सु), गंगोह, नजीबाबाद, नगीना (सु), बढ़ापुर, धामपुर, नटहौर (सु), बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद ग्रामीण, मुरादाबाद नगर, कुंदरकी, बिलारी, चंदौसी (सु), असमौली, संभल, स्वार, चमरौआ, बिलासपुर, रामपुर, मिलक (सु), धनौरा (सु), नवगवान सादत, अमरोहा, हसनपुर, गुन्नौर, बिसौली (सु), सहसवान, बिल्सी, बदायूं, शेखुपुर, दातागंज, बहेड़ी, मीरगंज, भोजीपुरा, नवाबगंज, फरीदपुर (सु), बिथरी चैनपुर, बरेली शहर, बरेली कैंट, आंवला, कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पुआयां (सु), शाहजहांपुर, ददरौल।

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