नई दिल्ली, एजेंसी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ( आईएमडी ) ने शुक्रवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर 19 मार्च तक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके उत्तर उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की उम्मीद है और 19 मार्च की सुबह तक अच्छी तरह से चिह्नित हो सकता है। इसके बाद, यह अंडमान तट के साथ उत्तर दिशा में आगे बढ़ सकता है और 20 मार्च की सुबह तक एक दीपू डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है। 21 मार्च तक एक समुद्री तूफान बन सकता है और उत्तर उत्तर-पूर्व दिशा में बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार की ओर बढ़ सकता है। इस चक्रवात को असानी नाम दिया गया है। इसका नामकरण श्रीलंका द्वारा किया गया है। आईएमडी के अनुसार , निम्न दबाव तेज हो जाएगा और धीरे-धीरे 22 मार्च की सुबह के आसपास बांग्लादेश-उत्तर म्यांमार के तटों की ओर बढ़ जाएगा।
कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा दक्षिण तमिलनाडु तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा गंगीय पश्चिम बंगाल से झारखंड, आंतरिक ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक निचले स्तरों पर फैली हुई है। 18 मार्च की शाम तक पश्चिमी हिमालय के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ कई स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। अंडमान और निकोबार तट पर समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं और हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटा हो सकती है। 20 और 21 मार्च को बारिश की तीव्रता और बढ़ने की संभावना है।
गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख के कुछ हिस्सों और जम्मू कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हो सकता है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट बारिश हो सकती है। केरल और दक्षिण कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है।
इन राज्यों में लू की संभावना
पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति बन सकती है। विदर्भ के कुछ हिस्सों, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में लू चल सकती है।
Edited By: Sanjeev Tiwari
Weather Update: चक्रवाती तूफान आसनी का खतरा, इन राज्यों में होगी भारी बारिश, यहां लू चलने की संभावना - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)
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