राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को देशभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान एनआईए ने सौ से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था. इस कार्रवाई के खिलाफ PFI के समर्थकों ने शुक्रवार को जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी किया. इस क्रम में पुणे में भी पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर ऑफ़िस के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. यहां कथित तौर पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे भी लगाए गए. हालांकि पुलिस प्रशासन ने इससे इनकार कर दिया था. अब इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का बयान भी सामने आया है.
पुण्यात ज्या समाजकंटकांनी पाकिस्तान झिंदाबादचे नारे दिले त्या प्रवृत्तीचा करावा तेवढा निषेध कमीच आहे. पोलीस यंत्रणा त्यांच्याविरोधात योग्य ती कारवाई करेलच, पण शिवरायांच्या भूमीत असले नारे अजिबात सहन केले जाणार नाहीत.
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) September 24, 2022
मुख्यमंत्री एकनाथ सिंदे ने इस पर कहा कि पुणे में जिस तरह के देश-विरोधी 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए जा रहे हैं, उसके लिए जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. इसके खिलाफ पुलिस उचित कार्रवाई जरूर करेगी, लेकिन शिवाजी की जमीन पर इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.
वहीं उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो कोई भी पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. नागपुर में बोलते हुए फडणवीस ने कहा, "अगर कोई महाराष्ट्र या भारत में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाता है, तो उस व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वो जहां भी हैं, हम उनका पता लगाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे."
PFI पर क्यों हो रही है छापेमारी
PFI पर छापेमारी की कार्रवाई संबंधित अफसरों ने एक न्यूज एजेंसी को बताया है कि टेरर फंडिंग, ट्रेनिंग कैम्प और संगठन में शामिल करने के लिए लोगों को उकसाने वाले पीएफआई के सदस्यों के यहां छापेमारी की जा रही है. पीएफआई के जरिए बिहार के फुलवारी शरीफ में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की साजिश की जा रही थी. जहां NIA ने हाल ही में दबिश दी थी. पीएफआई तेलंगाना के निजामाबाद में भी कराटे ट्रेनिंग के नाम पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा था. वहां भी NIA ने छापा मारा था. इसके अलावा कर्नाटक के हिजाब विवाद और प्रवीण नेत्तरू हत्याकांड में भी PFI का कनेक्शन सामने आया था.
किस राज्य में कितनी हुई थी गिरफ्तारी
एनआईए के गुरुवार को हुए एक्शन के दौरान 22 लोगों को केरल से गिरफ्तार किया गया है. जबकि, महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20-20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके अलावा तमिलनाडु से 10, असम से 9, उत्तर प्रदेश से 8, आंध्र प्रदेश से 5, मध्य प्रदेश से 4, पुडुचेरी और दिल्ली से 3-3 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया. एनआईए ने PFI के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओएमएस सलाम और दिल्ली अध्यक्ष परवेज अहमद को भी गिरफ्तार किया गया.
प्लान B के तहत एजेंडा चलाने की फिराक में PFI
गौरतलब है कि पीएफआई ने अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पहले ही कई संगठन तैयार कर लिए थे. संगठन को आशंका थी कि सरकार कुछ समय में इसे बैन कर सकती है. जिसके चलते इसने प्लान बी तैयार कर लिया था. हालांकि इसकी भनक जैसे ही एजेंसियों को लगी तो उन्होंने इसका भंडाफोड़ कर दिया. 'आजतक' को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पीएफआई ने एक या दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे संगठन तैयार किए हैं. आंतरिक सुरक्षा कार्यालय के हाई लेवल दस्तावेजों के अनुसार इन संगठनों को सरकारी एजेंसी पर प्रतिबंध से बचने और आतंकी एजेंडा फैलाने के लिए तैयार किया गया है.
'शिवाजी की जमीन पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे बर्दाश्त नहीं, सख्त एक्शन लेंगे', CM शिंदे ने चेताया - Aaj Tak
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