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Thursday, September 8, 2022

डांस करते वक्त आर्टिस्ट की अटैक से मौत: स्टेज पर गिरा तो लोग परफॉर्मेंस समझे; एक्सपर्ट बोले- कभी सीने में द... - Dainik Bhaskar

जम्मू8 घंटे पहले

स्टेज पर डांस करते-करते हार्ट अटैक आने और फिर मौत की एक और घटना सामने आई है। बुधवार को जम्मू के बिशनाह इलाके में एक आर्टिस्ट की डांस करने के दौरान स्टेज पर जान चली गई। हादसा कोथे गांव के गणेश उत्सव कार्यक्रम में हुआ जब 20 साल का आर्टिस्ट योगेश गुप्ता लड़की की कॉस्ट्यूम पहनकर ऊँ नम: शिवाय भजन पर प्रस्तुति दे रहा था।

यह पिछले कुछ दिनों में स्टेज आर्टिस्ट की मौत का तीसरा मामला है। वहीं तीन महीने पहले सिंगर केके की मौत भी एक कॉन्सर्ट में परफॉर्मेंस देने के बाद हुई थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को अपनी सेहत को लेकर जागरूक रहना चाहिए। अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट प्रोब्लम की हिस्ट्री रही है या आपको खुद कभी सीने में दर्द उठा हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

पूरी खबर पढ़ने से पहले आप इस पोल में भाग लेकर अपनी राय दे सकते हैं...

डांस के दौरान लड़खड़ाकर गिर पड़ा कलाकार
भजन पर परफॉर्म करने के दौरान कलाकार के पैर लड़खड़ाए। उसने अपने आप को संभालने की कोशिश की, लेकिन वह गिर पड़ा। फिर तुरंत ही वह उठकर बैठ गया और परफॉर्मेंस जारी रखा। ऐसे में वहां बैठे लोगों को लगा कि वह उसका गिरना डांस का हिस्सा था।

इसके बाद कलाकर ने दो डांस स्टेप ही किए होंगे कि वह दोबारा आगे की तरफ गिर पड़ा। इसके बाद भी वह उठने की कोशिशें करता दिखाई दिया। उसके हाथ-पैरों में हलचल होती दिखी, लेकिन लोग इसे परफॉर्मेंस समझते रहे। कुछ सेकंड बाद उसके शरीर में भी हलचल होनी बंद हो गई।

साथी कलाकर भी डांस खत्म होने का इंतजार करते रहे
इस पूरे वाकये के दौरान आर्टिस्ट के साथी उसका डांस खत्म होने का इंतजार करते रहे। जब वह बहुत देर तक नहीं उठा तो स्टेज के कोने में भगवान शिव की कॉस्ट्यूम में खड़े दूसरे आर्टिस्ट ने उसे उठाने की कोशिश की। स्टेज पर और भी लोग आ गए और म्यूजिक रुकवाया गया। साथी कलाकर उसे डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

एक हफ्ते में ये तीसरी घटना: बीते लगभग सात दिनों में यह तीसरी ऐसी घटना है जब स्टेज पर डांस के दौरान कलाकार को हार्ट अटैक आया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

1. बर्थडे में डांस करते युवक को आया हार्ट अटैक, मौत

1 सितंबर को बरेली में बर्थडे पार्टी में डांस कर रहे एक शख्स की मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोगों को कुछ देर के लिए लगा कि शख्स एक्टिंग कर रहा है, मगर जब वह थोड़ी देर तक नहीं उठा तो लोग पास पहुंचे। उसे बेहोश देखकर लोग अस्पताल लेकर गए। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

2. हनुमान बने युवक की मंच पर मौत

3 सितंबर को मैनपुरी में गणेशोत्सव में हनुमान का रोल निभा रहे युवक की मंच पर ही मौत हो गई। वह रामभजन पर डांस कर रहा था। डांस करते-करते वह अचानक गिरा। जब कई मिनट बाद भी युवक नहीं उठा तो लोग उसे तुरंत अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

सिंगर केके का निधन भी कॉन्सर्ट के बाद हुआ था

इसी साल 31 मई को मशहूर सिंगर केके (कृष्ण कुमार कुन्नथ) की कोलकाता में लाइव कॉन्सर्ट के बाद मौत हो गई थी। वे 53 साल के थे। कॉन्सर्ट के ठीक बाद उनकी होटल में तबियत बिगड़ गई। उनकी टीम उन्हें अस्पताल ले गई, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

एक्टपर्ट ने कहा- लोगों को CPR की जानकारी होना जरूरी

पटना मेदांता में हार्ट इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ प्रमोद कुमार।

पटना मेदांता में हार्ट इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ प्रमोद कुमार।

स्टेज पर परफॉर्म करने के दौरान कलाकारों की मौत को लेकर हमने एक्सपर्ट से बात की। पटना मेदांता में हार्ट इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि ऐसे मामलों को सडन कार्डिएक डेथ कहते हैं। यह युवाओं में ज्यादातर देखी जाती है। उनका हार्ट तो ठीक होता है, लेकिन उनके हार्ट के मसल्स में अरिदमिया होने की संभावना होती है।

दूसरा कारण यह होता है कि यह रियल हार्ट अटैक आता है और दिल की धड़कनें बहुत तेज हो जाती हैं। अगर आपने दो-तीन मिनट के अंदर पेशेंट को बचाने की कोशिश नहीं तो फिर उसे नहीं बचाया जा सकता है। इसके अलावा किसी को कोई बीमारी है, कोई हार्ट प्रोब्लम है या कोई बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करता है तो भी हार्ट अटैक का सकता है, जो मौत की वजह बन सकता है।

इसके लिए प्रिकॉशन:
डॉ प्रमोद ने कहा कि अगर आपकी उम्र 40 से ज्यादा है या आपको कभी हार्ट प्रोब्लम से जुड़ा कोई लक्षण दिखा है, जैसे- सीने में दर्द, चक्कर आना, तो बेहतर है कि डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही आप स्टेज परफॉर्मेंस दें या कोई फिजिकल एक्टिविटी करें।

इसके अलावा अगर आपकी फैमिली में हार्ट प्रोब्लम या सडन डेथ की हिस्ट्री रही है, वे लोग कार्डियोलॉजिस्ट के पास जाकर ECG, ECO कराएं और चेक करें कि कहीं कोई समस्या तो नहीं है।

लोगों को CPR की जानकारी देना जरूरी
डॉ प्रमोद ने कहा कि ये भी जरूरी है कि जिन जगहों पर ऐसे परफॉर्मेंस होते हैं, वहां ऐसा लोगों को बचा पाने के उपायों का इंतजाम होना चाहिए। कार्डिएक रिसस्टेशन (दिल की धड़कनों को पुनर्जीवित करना) का सबसे आसान तरीका होता है CPR देना। जितने ज्यादा लोगों को इसकी जानकारी होगी, उतनी ज्यादा जानें बच पाएंगे।

इसके अलावा एक इंस्ट्रूमेंट होता है- AED (ऑटोमैटिक एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर)। ये एक मशीन है जिसे हार्ट अटैक से बेहोश होने वाले इंसान की छाती पर रखकर शॉक देंगे तो उसके बचने के चांस बढ़ जाते हैं। ये मशीन पब्लिक प्लेस में होनी चाहिए। अमेरिका और यूरोपियन देशों में इसे पब्लिक प्लेस में रखना अनिवार्य है। ये मशीन 1 से 2 लाख में आ जाती है और उसमें इंस्ट्रक्शंस होते हैं कि क्या करना है। इसे ज्यादा से ज्यादा जगहों पर लगाया जाना चाहिए।

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