कोरोना को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. दिल्ली सरकार किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार हैं. दिल्ली में अभी तक BF.7 वैरिएंट का कोई केस सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि केंद्र के आदेश के मुताबिक, सभी मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करवाई जा रही है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर कोरोना फैलता हो तो हम उससे निपटने के लिए पूरी तैयार हैं. दिल्ली में रोजाना 2500 कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं. अगर जरूरत पड़ी तो एक लाख टेस्ट रोजाना करने की क्षमता है. आठ हजार कोविड बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व हैं. इसके अलावा 36 हजार कोविड बेड रिजर्व करने की तैयारी है. पिछली कोविड लहर में करीब 25 हजार मरीज भर्ती हुए थे. हालांकि पिछली बार ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या थी.
इस बार ऑक्सीजन की भी व्यवस्था: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि हमने 928MT ऑक्सीजन स्टोर किया है. पिछली बार ऑक्सीजन सिलेंडर की भी समस्या थी, लेकिन इस बार 6000 सिलेंडर तैयार हैं. हमारे पास पिछली बार कोई टैंकर नहीं था, अब टैंकर के 15 ऑक्सीजन टैंकर तैयार हैं. दिल्ली में सभी लोग दोनों डोज के साथ वैक्सीनेटेड हैं. इस दौरान केजरीवाल ने अपील की है कि सभी लोग बूस्टर डोज लगवा लें. इस बार हमारे पास 380 एम्बुलेंस तैयार हैं. हम केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं.
सीएम केजरीवाल ने की थी मीटिंग
इससे पहले सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में कोविड की तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की थी. इस बैठक में सीएम के अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और डीजी स्वास्थ्य सेवाएं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, मुख्य सचिव व अन्य आला अधिकारी शामिल हुए.
दिल्ली एम्स ने जारी की एडवाइजरी
वहीं आज दिल्ली एम्स की ओर से भी स्टाफ के लिए कोविड एडवाइजरी जारी की गई है. अस्पताल परिसर में अब एम्स के हर कर्मचारी को कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. इसके अलावा उसे मास्क पहनना अनिवार्य होगा, 5 से अधिक लोगों के जमावड़े पर रोक लगा दी गई. वहीं कैंटीनों में भीड़भाड़ से बचने का भी निर्देश जारी किया है.
एम्स प्रशासन की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के मुताबिक, कोविड के प्रसार को रोकने के लिए कर्मचारी स्वच्छता और सैनिटाइजेशन पर जोर दें. सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करें. हाथ को साबुन से धुलें और सैनिटाइज करें. अधिकारियों के रूम में सिटिंग अरेंजमेंट कोविड नियमों के मुताबिक किया जाए. इसके अलावा हाई रिस्क वाले कर्मचारियों, जिनमें बुजुर्ग, प्रेग्नेंट और अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों को अधिक ध्यान रखने के लिए कहा गया है.
दूसरे देशों से आने वालों के सैंपल लिए जा रहे हैं: मंडाविया
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि कई देशों में कोविड-19 के मामलों में उछाल के मद्देनजर भारत ने देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से 2 प्रतिशत के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं. अगर जरूरी हुआ तो विदेशी यात्रियों के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर सकता है.
36 हजार बेड, 380 एम्बुलेंस रेडी... केजरीवाल बोले- घबराएं नहीं, कोरोना से निपटने की पूरी तैयारी - Aaj Tak
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