मनरेगा घोटाले से ईडी के शिकंजे तक का सफर
- वर्ष 2008-09 और 2009-10 में खूंटी में मनरेगा घोटाला हुआ था
- पूजा सिंघल 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 तक खूंटी की डीसी थीं
- पूजा सिंघल ने इंजीनियर को मनरेगा के लिए 18.06 करोड़ अग्रिम दिये थे
- बिना काम किये पैसों की निकासी के बाद वर्ष 2011 में खूंटी और अड़की थाने में इंजीनियर राम विनोद सिन्हा और आरके जैन के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था
- जुलाई 2011 में संबंधित मामला निगरानी में दर्ज हुआ था
- 18 मई, 2012 को ईडी ने मनरेगा घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की थी
- 28 नवंबर, 2018 को इंजीनियर ने मनरेगा में 20 फीसदी कमीशन देने की बात स्वीकारी
- 06 मई, 2022 को ईडी ने पूजा सिंघल सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा
- 07 मई, 2022 को सीए सुमन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया
- 08 मई, 2022 को ईडी ने पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से पूछताछ की
- 10 मई, 2022 को पूजा सिंघल से ईडी ने पूछताछ की
- 11 मई, 2022 को पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया गया
-12 मई, 2022 को पूजा सिंघल को सस्पेंड कर दिया गया.
Jharkhand News: सुप्रीम कोर्ट से पूजा सिंघल को बड़ी राहत, मिली अंतरिम जमानत, रांची आने की मनाही - प्रभात खबर - Prabhat Khabar
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