नई दिल्ली4 घंटे पहले
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गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता को चिट्ठी लिखकर कहा है कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को भी सहयोग करना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह के 25 जुलाई के पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है।
खड़गे ने लिखा- अमित शाह जी, जिस दिन पीएम ने विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकवादी दल से जोड़ा, उसी दिन गृहमंत्री ने भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैया अपनाने को कहा।
दरअसल, शाह ने मंगलवार को खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को पत्र लिखकर कहा था कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को अनुकूल माहौल बनाना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में अपने चैंबर में I.N.D.I.A गठबंधन नेताओं के साथ बैठक की।
खड़गे की चिट्ठी के प्रमुख अंश...
1. सरकार की कथनी-करनी में फर्क
खड़गे ने लिखा कि अमित शाह जी, आपका 25 जुलाई का पत्र तथ्यों से उलट है। मणिपुर की स्थिति पर INDIA अलायंस की पार्टियां PM से मांग कर रही हैं कि वे संसद को संबोधित करें, ताकि इस पर चर्चा हो सके, लेकिन आपके पत्र की भावनाओं में और आपकी करनी में जमीन आसमान का फर्क है। सदन में आपकी सरकार का रवैया असंवेदनशील और मनमाना रहा है।
2. छोटी घटनाओं पर सांसदों को सत्र से निलंबित करना नियमों के खिलाफ
खड़गे ने कहा कि छोटी घटनाओं को बड़ा बनाकर सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। हम रोज बहस का नोटिस देते हैं, लेकिन सत्तापक्ष के लोग सदन की कार्यवाही नहीं चलने देते हैं। संसद की कार्यवाही को लेकर अब तक निराशा ही हाथ लगी है।
3. पीएम का हमें आतंकी दल से जोड़ना और दिशाहीन बताना दुर्भाग्यपूर्ण
खड़गे ने कहा कि जिस दिन पीएम ने देश के विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकी दल से जोड़ा, उसी दिन आपने भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैये की अपेक्षा की। PM का विपक्षी दलों को दिशाहीन बताना बेतुका ही नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है।
4. पक्ष-विपक्ष दोनों का आचरण इतिहास में दर्ज होता है
खड़गे ने लिखा कि लंबे समय तक सरकार चलाने के बाद हम जानते हैं कि इतिहास के पन्नों में पक्ष और विपक्ष दोनों का आचरण दर्ज होता है। हमारी जवाबदेही मौजूदा पीढ़ी के साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। सत्र के दौरान रोज़ सरकार और विपक्ष का आचरण सदन के सामने रहता है आज भी रहेगा। आपकी कथनी और करनी में कितनी समानता रहेगी, यह विपक्ष समेत पूरा देश देखेगा।
बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सांसदों ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम ने विपक्षी गठबंधन की तुलना इंडियन मुजाहिदीन से की थी
मंगलवार को PM मोदी की अध्यक्षता में भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई। इसमें PM ने विपक्षी गठबंधन के नाम I.N.D.I.A पर कहा- जो लोग सत्ता चाहते हैं और देश को तोड़ना चाहते हैं वो ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे नाम रख रहे हैं। इनमें भी इंडिया आता है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) में भी इंडिया नाम आता है, लेकिन लोग इससे गुमराह नहीं होंगे।
संसद में अब तक की कार्यवाही से जुड़ी खबरें पढ़ें...
20 जुलाई: मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर की घटना पर बोले मोदी- मन क्रोध से भरा
संसद शुरू होने से पहले PM मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाने के मामले पर कहा, मेरा हृदय आज पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार होना पड़ा है। सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं।' पूरी खबर यहां पढ़ें...
21 जुलाई: दूसरे दिन भी मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया, 20 मिनट भी नहीं चली कार्यवाही
सत्र के दूसरे दिन लोकसभा की कार्यवाही कुल 19 मिनट, जबकि राज्यसभा की कार्यवाही 18 मिनट चली। दोनों सदनों को 24 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया। सुबह 11 बजे लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है। कुछ दल हैं जो सदन चलने नहीं देना चाहते। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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संसद में मानसून सत्र के तीसरे दिन मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर सभापति जगदीप धनखड़ से बहस कर रहे AAP सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र से सस्पेंड कर दिया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
25 जुलाई: सत्र के चौथे दिन विपक्ष ने शाह के भाषण पर मणिपुर-मणिपुर की नारेबाजी की, इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए
सत्र के चौथे दिन भी मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए। पूरी खबर यहां पढ़ें...
26 जुलाई: मणिपुर पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर
लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। दोपहर 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। पूरी खबर यहां पढ़ें...
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