नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट (Rohini Court Shootout) में गोगी गैंग के सरगना जितेंद्र गोगी (Jitendra Gogi) की पेशी के दौरान कोर्ट रूम 207 में पहले से वकील की ड्रेस में बैठे दो बदमाशों ने हमला कर दिया. इस हमले में गोगी गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया है, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी. वहीं, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों बदमाशों को ढेर कर दिया. गोगी गैंग के सरगना जितेंद्र गोगी पर यह हमला उसके विरोधी सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो हमलावरों ने किया है. शुक्रवार को करीब 1.15 बजे कोर्ट रूम में हुई इस घटना से हर कोई हैरान है.
बहरहाल, गोगी गैंग की दिल्ली, रोहतक, पानीपत सहित 15 जिलों में जबरदस्त दहशत रही और इसी वजह से जितेंद्र गोगी पर करीब 7 लाख का इनाम घोषित था. जबकि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसी साल अप्रैल में उसे गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था. वहीं, उस पर मकोका (Maharashtra Control of Organised Crime Act) लगा हुआ था.
हैरानी की बात है कि वह वॉलीबॉल का नेशनल खिलाड़ी था और छह बार नेशनल चैंपियन रहा था. इस दौरान कई पदक भी उसके हिस्से आए थे, लेकिन उभरता हुआ सितारा यकायक अपराध की दुनिया में चला गया. यही नहीं, उसे एमबीबीएस में भी दाखिला मिल गया था. वहीं, 2010 में अपने पिता की मौत के बाद प्रॉपर्टी के धंधे में कदम रखने के साथ अपराध की दुनिया में एंट्री की थी. पहले तो वह चोरी और प्रॉपर्टी पर कब्जा करता था, लेकिन बाद में गोगी के गैंग में शामिल हो गया.
दोस्त की बहन को छेड़ने पर की थी पहली हत्या और फिर…
पुलिस मुताबिक, जितेंद्र गोगी ने पहली हत्या छेड़खानी के मामले में की थी. दरअसल उसके दोस्त की बहन को एक युवक ने छेड़ दिया था, तब गोगी ने उसे डांट दिया था. इसके बाद डांट खाने वाले युवक ने कार के शीशे पर गोगी की बहन के बार में कुछ अपशब्द लिखे तो वह भड़क गया. फिर उसने युवकी की हत्या कर दी थी. इसके बाद अपराध करने का सिलसिला शुरू हुआ तो वो गोगी की मौत के साथ थमा है. बताया जाता है कि हत्या के 28 मामले में उसका नाम सामने आया था. जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र गोगी बेहद शांत किस्म का बदमाश था, लेकिन एक बार भड़कने के बाद उसे रोकना आसान नहीं था.
जितेंद्र मान उर्फ गोगी वॉलीबॉल का नेशनल खिलाड़ी था और छह बार नेशनल चैंपियन रहा था.
हरियाणवी सिंगर और डांसर हर्षिता हत्याकांड के लिए नहीं ली थी रकम
जितेंद्र गोगी के बारे में बोला जाता है कि वह जुबान का पक्का था और हर्षिता हत्याकांड से चर्चा में आया था. हर्षिता के जीजा दिनेश कराला से उसके इतने अच्छे संबंध थे कि उसने हर्षिता की हत्या के लिए कोई रकम नहीं ली थी. यह हत्या अक्टूबर 2017 में की थी. इसके अलावा नवंबर 2017 में ताजपुर निवासी टीचर दीपक बालियान का स्वरूप नगर में मर्डर किया. जबकि जनवरी 2018 में अलीपुर के रवि भारद्वाज को 25 गोलियां मार छलनी कर दिया था. वहीं, जून 2018 में बुराड़ी में टिल्लू गैंग से हुए गैंगवॉर में 4 लोग मारे गए थे और 5 जख्मी हुए थे. नरेला में अक्टूबर 2019 में आम आदमी पार्टी के नेता वीरेंद्र मान उर्फ कालू को 26 गोलियां मार मौत के घाट उतार दिया. इसके अलावा इस साल 19 फरवरी को रोहिणी के कंझावला में आंचल उर्फ पवन की 50 राउंड फायरिंग कर हत्या कर दी थी. गोगी का करीब 28 हत्याओं के मामले में नाम आया था.
तीन बार पुलिस कस्टडी से हुआ फरार, गिरफ्तारी के जेल से धंधा शुरू
यही नहीं, जितेंद्र गोगी जिस चालाकी से हत्या को अंजाम देता था, उतनी की चालाकी से वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो जाता था. गिरफ्तारी से पहले वह दिल्ली-हरियाणा पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द था. दिल्ली के अलीपुर का रहने वाला गोगी पुलिस की कस्टडी से तीन बार फरार हुआ था. इसके अलावा मोस्ट वांटेड की सूची में टॉप पर रह चुका गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी (30) तिहाड़ जेल से दुबई के कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने की वजह से भी सुर्खियों में था. दुबई का कारोबारी लॉकडाउन में जब रोहिणी स्थित अपने घर पर आया तो उससे रंगदारी मांगी गई थी. यही नहीं, गोगी गैंग के बदमाशों ने फायरिंग कर जितेंद्र गोगी के नाम पर रंगदारी मांगी थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गोगी ने जेल से ही रंगदारी, फिरौती के लिए अगवा करने और सुपारी लेकर मर्डर करने का काला कारोबार जारी रखा था. यही नहीं, उसके कई गुर्गे हत्या, रंगदारी लूट जैसे मामलों में जेल की सलाखों के पीछे जा चुके हैं.
एक साल पहले पुलिस के हत्थे चढ़ा था जितेंद्र गोगी
करीब 1 साल पहले दिल्ली पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने के बाद कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गिरफ्तारी के लिए गुड़गांव के सेक्टर 83 में छापा मारा था. इस दौरान गोगी के साथ उसके गैंग के तीन साथी कुलदीप मान उर्फ फज्जा, रोहित उर्फ मोई और कपिल उर्फ गौरव भी फ्लैट में थे. पुलिस से घिरने के बाद जितेंद्र गोगी ने फोन पर वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था. उसका आरोप था कि पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी और वो सरेंडर करना चाहता है. साथ ही उसने कहा था कि मैं अपने साथियों कुलदीप और मोई के साथ सरेंडर करना चाहता हूं. कुछ समय पहले कुलदीप मान उर्फ फज्जा का रोहिणी में ही पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था.
बहुत पुरानी है टिल्लू और जितेंद्र की दुश्मनी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी दोनों ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज के स्टूडेंट थे.जबकि कॉलेज के समय से ही दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई. यही नहीं, गोगी गैंग और टिल्लू ताजपुरिया गैंग के बीच पिछले 3-4 वर्षों में 20 से ज्यादा गैंगवार हुई हैं, जिसमें करीब 25 लोगों की मौत हुई है. इससे पहले दिल्ली के बुराड़ी इलाके में भी इन दोनों गैंग के बीच फायरिंग हुई थी, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी.
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गैंगस्टर जितेंद्र गोगी ने दोस्त की बहन को छेड़ने वाले युवक की हत्या के साथ की थी अपराध की दुनिया में एंट... - News18 हिंदी
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