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Tuesday, May 31, 2022

KK Death News LIVE : मशहूर सिंगर केके का निधन | Latest Hindi News | R Bharat | LIVE TV - Republic Bharat

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KK Death News LIVE : मशहूर सिंगर केके का निधन | Latest Hindi News | R Bharat | LIVE TV - Republic Bharat
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Breaking News Live: ‘हम वोट बैंक बनाने नहीं, नए भारत को बनाने आए हैं’, शिमला रैली में बोले पीएम मोदी- हिमाचल प - ABP न्यूज़

Breaking News Hindi LIVE Updates, 31st May 2022: मंदिर-मस्जिद विवाद पर यूपी की तीन अलग-अलग अदालतों में आज सुनवाई होनी है. मथुरा में मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान (Shri Krishna Janmabhoomi) और शाही ईदगाह (Shahi Idgah) मामले पर, टीले वाली मस्जिद और ताजमहल में एंट्री को लेकर आज सुनवाई होनी है. कहीं, जमीन विवाद तो कहीं एंट्री मामले को लेकर सुनवाई होगी.

शिमला में जश्न

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र सरकार के 8 साल पूरे होने पर जश्न समारोह में शामिल होने के लिए शिमला जा रहे हैं. पीएम मोदी सुबह 11 बजे शिमला पहुंचेंगे और रोड शो कर एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे. इस रैली में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि जारी करेंगे. जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी का पारंपरिक वाद्य यंत्रों, किन्नौरी वाद्य यंत्र, ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत किया जाएगा. 

सत्येंद्र जैन गिरफ्तार, आज कोर्ट में होंगे पेश

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन को ED ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने पहले केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को हिरासत में लिया और इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की. इसके कुछ देर बार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

चार करोड़ 81 लाख रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ये गिरफ्तारी हुई है. आरोप है कि साल 2014-15 में जब सत्येंद्र जैन मंत्री पद पर थे तब उनके और उनके सहयोगियों के पास कलकत्ता की शेल कंपनियों से पैसे आए. इस मामले में ईडी ने केस दर्ज किया था और कई दफा पूछताछ की थी.

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गिरफ्तारी के बाद सत्येंद्र जैन के साथ क्या होगा? लीगल एक्सपर्ट से जानिए - Aaj Tak

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. एक तरफ आम आदमी पार्टी इसे राजनीतिक द्वेष वाली कार्रवाई बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी आप की 'ईमानदार सरकार' पर सवाल उठा रही है. लेकिन इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच ये समझना ज्यादा जरूरी है कि आखिर अब सत्येंद्र जैन के साथ क्या होगा? गिरफ्तारी तो हो गई, आगे की प्रक्रिया क्या रहने वाली है?

कानून के मुताबिक 24 घंटे के भीतर सत्येंद्र जैन को स्पेशल कोर्ट के सामने पेश करना होगा. पेशी के दौरान ईडी को स्पष्ट बताना पड़ेगा कि आखिर किस आधार पर जैन की गिरफ्तारी की गई है और क्या उनसे हिरासत में पूछताछ की जानी चाहिए या नहीं. अब ईडी जब तक अपनी इस प्रक्रिया को अंजाम देगी, जैन की लीगल टीम उनकी बेल की याचिका भी दायर कर सकती है. पूरी कोशिश रहेगी कि उन्हें हिरासत में ना लिया जाए. वैसे तमाम वरिष्ठ वकील भी ये मानते हैं कि ईडी की असल चुनौती कोर्ट में शुरू होने जा रही है. पिछले मामलों को देख भी कहा जा रहा है कि गिरफ्तारी का आधार बताना सबसे बड़ा पड़ाव साबित होने वाला है.

इस बारे में सीनियर एडवोकेट रमेश गुप्ता बताते हैं कि ईडी को कोर्ट के सामने पूरी चेकलिस्ट दिखानी पड़ेगी, बताना पड़ेगा कि क्या गिरफ्तारी के दौरान तमाम नियमों का पालन किया गया था या नहीं. इसके अलावा ईडी को ये भी जानकारी देनी पड़ेगी कि क्या जैन को पूछताछ का कोई नोटिस दिया गया था, किस प्रकार की पूछताछ हुई थी. वहीं इस मामले में क्योंकि ईडी जोर देकर कह रही है कि जैन जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, ऐसे में इस तर्क को भी कोर्ट में साबित करना होगा.

एडवोकेट एलजो जोसेफ तो ये भी मानते हैं कि जैन की लीगल टीम ईडी की पूरी कार्रवाई को ही सवालों के घेरे में लाने वाली है. उनकी नजरों में कई मामलों में ये स्पष्ट किया जा चुका है कि एक चुने हुए प्रतिनिधि को किस प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार किया जा सकता है. ऐसे में ईडी की ये कार्रवाई नया ट्रेंड सेट कर सकती है. संदेश जा सकता है कि सत्ता में जो है, वो चुने हुए प्रतिनिधि को भी गिरफ्तार करवा सकते हैं. ये सही मायनों में सत्ता का दुरुपयोग है.

वैसे जिस मामले में सत्येंद्र जैन को ईडी ने गिरफ्तार किया है, वो लंबे समय से चल रहा है.  प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के मामले में यह कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि फर्जी कंपनियों के जरिये आए पैसे का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था.

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Monday, May 30, 2022

हार्दिक पटेल 2 जून को बीजेपी में होंगे शामिल, हाल ही में छोड़ी थी कांग्रेस - Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं
  • हार्दिक पटेल के बीजेपी में जाने के कयास पहले से लग रहे थे

Hardik Patel to Join BJP: हार्दिक पटेल से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल 2 जून को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने वाले हैं. बीजेपी से जुड़े सूत्रों के बाद हार्दिक पटेल ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है.

हार्दिक पटेल कांग्रेस पार्टी से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. अब गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 से पहले वह बीजेपी का दामन थामने जा रहे हैं. कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके आम आदमी पार्टी में जाने के कयास भी लगाए जा रहे थे.

कांग्रेस पर जमकर साधा था निशाना

हार्दिक पटेल को कांग्रेस ने प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार दिया हुआ था. लेकिन हार्दिक इससे खुश नहीं थे. हार्दिक का कहना था कि उनको फैसले लेने की स्वतंत्रता और अधिकार नहीं हैं. इससे नाराज होकर 18 मई 2022 को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.

यह भी पढ़ें - राहुल गांधी पर निशाना और राम मंदिर-370 का जिक्र, हार्दिक ने सोनिया को लिखा ये पत्र

कांग्रेस छोड़ते हुए हार्दिक पटेल ने पार्टी पर निशाना भी साधा था. उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा था. इसके साथ-साथ लिखा था कि अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर हो, नागरिकता कानून-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने का फैसला, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था, लेकिन कांग्रेस पार्टी इसमें सिर्फ बाधा बनने का काम करती रही.

हालांकि, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठोकर ने कहा कि हार्दिक ने पार्टी इसलिए छोड़ी क्योंकि उनको डर था कि राजद्रोह के मामले में उनको जेल जाना पड़ सकता है.

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हार्दिक पटेल 2 जून को बीजेपी में होंगे शामिल, हाल ही में छोड़ी थी कांग्रेस - Aaj Tak
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भास्कर LIVE अपडेट्स: हार्दिक पटेल 2 जून को बीजेपी में शामिल होंगे, हाल ही में कांग्रेस से दिया था इस्तीफा - Dainik Bhaskar

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5 मिनट पहले

पूर्व कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल 2 जून को बीजेपी में शामिल होंगे। हाल ही में हार्दिक ने गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे कि वे बीजेपी कर जॉइन कर सकते हैं।

आज की अन्य बड़ी खबरें...

कश्मीर में महिला कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या

कुलगाम के हाई स्कूल गोपालपोरा इलाके में एक महिला शिक्षिका पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी। हमले में टीचर को कई गोलियां लगीं। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। सांबा की रहने वाली घायल टीचर ने अस्पताल ले जाते वक्त तोड़ दिया। इसके पहले 12 मई को एक कश्मीरी पंडित राहुल भट को भी आतंकियों ने उसके ऑफिस में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पढ़ें पूरी खबर...

यूपी के बरेली में सड़क हादसे में 7 की मौत, नेशनल हाईवे पर एंबुलेंस और कैंटर में हुई टक्कर

यूपी के बरेली के फतेहगंज थाना क्षेत्र में एम्बुलेंस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हो गई। हादसे में 7 लोगों की मौत की सूचना है। मरने वालों में तीन महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सीएम योगी ने सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया है।

बरेली के एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया- दिल्ली से एंबुलेंस आ रही थी। इसमें एक ही परिवार के सदस्य थे, उनमें से एक बीमार था और वे एम्स से लौट रहे थे। यह एक ट्रक से टकरा गया। हादसे में चालक समेत एंबुलेंस में सवार सभी 7 लोगों की मौत हो गई।

जम्मू कश्मीर के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, 2 आतंकी ढेर

जम्मू कश्मीर के अवंतीपोरा इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए हैं। इनके पास से दो AK-47 राइफल बरामद हुए हैं। आतंकियों की पहचान त्राल नगर के शाहिद राथर और शोपियां के उमर यूसुफ के तौर पर हुई है। IGP कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि आतंकवादी शाहिद अरिपाल की एक महिला और एक सरकारी कर्मचारी की हत्या में शामिल था।

जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के संस्थापक भीम सिंह का 80 साल की उम्र में निधन

जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के संस्थापक प्रोफेसर भीम सिंह का निधन हो गया है। वे 80 साल के थें और कुछ दिनों से बीमार चल रहे थें। उनका जन्म 17 अगस्त 1941 को हुआ था। फरवरी 2021 में उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था। नेशनल पैंथर्स पार्टी एक राजनीतिक संगठन है जो जम्मू-कश्मीर में बदलाव का हिमायती था। भीम सिंह को मार्च 2023 तक के लिए पार्टी अध्यक्ष चुना गया था।

प्रोफेसर भीम सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया। पीएम ने कहा- वह बहुत पढ़े-लिखे और विद्वान थे। मैं उनके साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखूंगा। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रडो ने हैडंगन की खरीद-फरोख्त पर लगाया बैन

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को देश में हैंडगन की खरीद-फरोख्त में बैन लगाने का ऐलान किया है। ट्रूडो ने कहा कि हम हैंडगन के मार्केट को सीमित कर रहे हैं। इस फैसले से कनाडा में हैंडगन के इम्पोर्ट और बिक्री पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगेगा। बता दें कि कुछ ही दिन पहले अमेरिका के एक स्कूल में फायरिंग हुई, जिसमें 21 लोगों की मौत हो गई थी।

नोएडा सेक्टर 7 में प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी आग, फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुंची

नोएडा के सेक्टर 7 में मंगलवार सुबह एक प्लास्टिक फैक्ट्री में आग लग गई। फैक्ट्री से धुंआ निकलता देख लोग इधर-उधर भागने लगे। आग की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। मौके पर टीम पहुंचकर आग बुझाने की कोशिश कर रही है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

महाराष्ट्र में मां ने अपने 6 बच्चों को कुएं में फेंका, सभी की मौत

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में घरेलू विवाद के बाद एक मां ने अपने 6 बच्चों को कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने बताया कि मृतक बच्चों में 5 लड़कियां शामिल हैं। सोमवार को हुई यह घटना मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर महाड तालुक के खारावली गांव में हुई।

जानकारी के मुताबिक, महिला की उम्र 30 साल है। उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने उसकी पिटाई की थी, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया। मरने वाले बच्चों की उम्र 18 महीने से 10 साल के बीच थी।

BJP ने राज्यसभा चुनाव के लिए अंतिम उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, मुख्तार अब्बास नकवी का नाम कटा

भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की आखिरी लिस्ट सोमवार को जारी की है। किसी भी लिस्ट में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का नाम नहीं है। बीजेपी ने यूपी से मिथिलेश कुमार और के लक्ष्मण को उम्मीदवार घोषित किया है। यूपी के अलावा कर्नाटक से लाहर सिंह सिरोया और मध्य प्रदेश से सुम्रिता वाल्मिकी को मौका दिया गया है।

केरल के कोल्लम में दो बसों की टक्कर, 57 लोग घायल

केरल के कोल्लम जिले में सोमवार रात को दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। एक पर्यटक बस की केएसआरटीसी की बस से भिड़ंत में 57 लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि चितारा थाना क्षेत्र के कुलथुप्पुझा-मदाथरा रोड पर शाम करीब 7.45 बजे हादसा हुआ है।

स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 42 लोगों को सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल तिरुअनंतपुरम में भर्ती कराया गया है। मामूली रूप से घायल 15 लोगों का इलाज कडक्कल के एक अस्पताल में चल रहा है।

दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस से की पूछताछ

दिल्ली पुलिस ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में सोमवार को गैंगस्टर लॉरेंस से पूछताछ की। दिल्ली की तिहाड़ जेल में लॉरेंस बंद हैं। एनआईए कोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई थी।

फेमस पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथी और कनाडा में बैठे गोल्डी ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है।

जगन्नाथ मंदिर में अवैध उत्खनन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को करेगा सुनवाई

ओडिशा के श्री जगन्नाथ मंदिर में अवैध खनन और निर्माण कार्य के खिलाफ दायर याचिका पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। श्री जगन्नाथ मंदिर में राज्य सरकार उत्खनन और निर्माण कार्य करवा रही है। याचिका में कहा गया है कि मंदिर में चल रहा काम प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 का उल्लंघन है। इससे प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।

अमेरिका के फीनिक्स में चल रही एक पार्टी में गोलीबारी, 1 की मौत, 5 घायल

अमेरिका के फीनिक्स शहर में सोमवार को चल रही वीकेंड हाउस पार्टी में गोलीबारी हुई। घटना में 1 की मौत और 5 लोग घायल हो गए। फीनिक्स पुलिस ने बताया कि अभी तक गोलीबारी किस वजह से हुई, इसका पता नहीं चल पाया है। कुछ लोगों ने बताया कि हमें पहले गोली की आवाज सुनाई दी और फिर घटनास्थल से कई लोग गाड़ियों में भागते हुए दिखाई दिए।

आर्यन ड्रग्स केस से चर्चा में आए अधिकारी समीर वानखेड़े का तबादला, चेन्नई भेजे गए

मुंबई NCB के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का सोमवार को तबादला कर दिया गया। बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े क्रूज ड्रग्स केस से चर्चा में आए थे। उन्हें DRI से चेन्नई DG टैक्स पेयर सर्विस निदेशालय भेजा गया है। NCB चार्जशीट में आर्यन खान को क्लीन चिट मिल गई है। इसके बाद से ही जांच अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की बात कही जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने वानखेड़े के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

खबरें और भी हैं...

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Rakesh Tikait: किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर फेंकी गई स्याही, प्रेस वार्ता के दौरान धक्कामुक्की - अमर उजाला

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बेंगलुरु Published by: संजीव कुमार झा Updated Mon, 30 May 2022 02:09 PM IST

सार

कर्नाटक में किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर स्याही फेंकी गई है। प्रेस वार्ता के दौरान यह घटना घटी है।

ख़बर सुनें

विस्तार

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर स्याही फेंकी गई है। प्रेस वार्ता के दौरान धक्कामुक्की के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद राकेश टिकैत के समर्थकों ने आरोपी को पकड़कर उसकी पिटाई भी कर दी। वहीं इस घटना के बाद कार्यक्रम में जमकर एक दूसरे के ऊपर कुर्सियां फेंकी गईं। ताजा जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।

चंद्रशेखर के समर्थकों पर आरोप
बताया जा रहा है कि ये स्याही स्थानीय किसान नेता के चंद्रशेखर के समर्थकों ने फेंकी है। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि जब प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों ने टिकैत से पूछा कि किसान नेता चंद्रशेखर को लेकर आपका क्या कहना है। इसपर जवाब देते हुए टिकैत ने कहा कि हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है। बस इतना सुनते ही चंद्रशेखर के समर्थक भड़क गए और टिकैत पर स्याही फेंक दी।

मुझे कोई सुरक्षा नहीं दी गई
राकेश टिकैत ने कहा कि स्थानीय पुलिस की ओर से यहां कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। यह सरकार की मिलीभगत से किया गया है।

टिकैत और चंद्रशेखर के समर्थकों के बीच चलीं कुर्सियां
स्थानीय मीडिया के अनुसार टिकैत पर स्याही फेंकने के बाद उनके समर्थकों ने शख्स को पकड़ लिया। इसके बाद द्रशेखर के समर्थक और राकेश टिकैत के समर्थक के बीच जमकर कुर्सियां चलने लगीं। दोनों ओर से हाथापाई की भी खबर है।

यहां देखें वीडियो


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IPL 2022 full list of award winners: किस खिलाड़ी के नाम रहा कौन सा अवॉर्ड, जानें पूरी लिस्ट - NDTV India

IPL 2022 full list of award winners: किस खिलाड़ी के नाम रहा कौन सा अवॉर्ड, जानें पूरी लिस्ट

IPL 2022 full list of award winners: किस खिलाड़ी ने जीते कौन से अवॉर्ड

खास बातें

  • IPL फाइनल में गुजरात ने राजस्थान रॉयल्स को हराया
  • डेब्यू सीजन में ही गुजरात ने मारी बाजी
  • फाइनल में हार्दिक पंड्या ने दिखाया अपना पूरा हुनर

IPL 2022 full list of award winners: आईपीएल 2022 के फाइनल (IPL 2022 Final) में गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans vs Rajasthan Royals) ने शानदार खेल दिखाते हुए खिताब पर कब्जा जमा लिया. फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हराकर गुजरात ने डेब्यू आईपीएल सीजन  (IPL) में खिताब जीतने का कमाल कर दिखाया. फाइनल में गुजरात के कप्तान हार्दिक (Hardik Panbdya) अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखे, बल्ले और गेंद दोनों से दमदार परफॉर्मेंस कर अपनी टीम को खिताब दिलाने में सफल रहे. फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी जीतने का कमाल किया. राजस्थान के जोस बटलर (Jos Buttler) को प्लेयर ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया.

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IPL 2022 Final: हार्दिक पांड्या का विकेट लेते ही युजवेंद्र चहल ने हासिल किया ये खास मुकाम, वानिंदु हसरंगा को छोड़ा पीछे

फाइनल मैच के बाद खिलाड़ियों को उनके शानदार परफॉर्मेंस के लिए अवार्ड भी दिया गया. ऐसे में जानते हैं कि आईपीएल 2022 में किन-किन खिलाड़ियों ने कौन सा अवार्ड अपने नाम करने में सफलता पाई है.  लिस्ट इस प्रकार है.

IPL 2022 Final: जोस बटलर ने तोड़ा डेविड वॉर्नर का ये बड़ा रिकॉर्ड, औरेंज कैप भी अपने नाम किया

# हार्दिक पंड्या ने विजेता ट्रॉफी और 20 करोड़ का चेक 

# संजू सैमसन ने उपविजेता ट्रॉफी और 12.5 करोड़ रुपये का चेक

 # जोस बटलर को मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर चुना गया है

# कोलकाता नाइट राइडर्स के द्वारा मैच में एविन लुईस के कैच को सीजन का सर्वश्रेष्ठ कैच करार दिया गया.

# जोस बटलर ने 863 रन बनाकर ऑरेंज कैप अपने नाम की

# युजवेंद्र चहल ने 27 विकेट लेने के लिए पर्पल कैप जीती (एक आईपीएल सीजन में एक स्पिनर द्वारा सबसे ज्यादा)

# जोस बटलर ने पूरे सीजन में  83 चौके जमाए, उन्हें सबसे ज्यादा चौका जमाने वाले खिलाड़ी के तौर पर अवार्ड दिया गया. 

IPL Final: इतना समर्थन तो ससुराल में दामाद को भी नहीं मिलता, जितना गुजरात से इस बल्लेबाज को मिला, फैंस बुरी तरह बरसे

# लॉकी फर्ग्यूसन ने सीजन की सबसे तेज डिलीवरी (Fastest Delivery of the Season) का पुरस्कार जीता.

# जोस बटलर को सीजन का पावरप्लेयर खिलाड़ी चुना गया .

# राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटन्स फेयरप्ले पुरस्कार साझा किए.

# जोस बटलर गेमचेंजर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से भी नवाजे गए.

# रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के दिनेश कार्तिक ने 183.33 की स्ट्राइक रेट के साथ टूर्नामेंट का समापन करते हुए  'Super Striker' अवार्ड अपने नाम करने में सफल रहे, उन्हें टाटा पंच कार अवार्ड में मिला.

# जोस बटलर को टूर्नामेंट में 45 छक्के लगाने के लिए 'लेट्स क्रैक इट सिक्स' (Let's Crack It Sixes) अवार्ड जीता

# इमर्जिंग प्लेयर का अवॉर्ड (Emerging Player award) सनराइजर्स हैदराबाद उमरान मलिक ने जीता

IPL 2022 Final: स्टेडियम में दर्शकों के बीच 'शाह परिवार', गृह मंत्री अमित शाह ने पत्नी के साथ फाइनल का आनंद लिया 

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Sunday, May 29, 2022

Nepal Flight Missing: 4 भारतीयों समेत 22 लोगों को ले जा रहा विमान लापता | Breaking | Indian |Japan - Zee News

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PM Modi Mann Ki Baat: आज 'मन की बात' के 89वें एपिसोड को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, सुबह 11 बजे होगा - ABP न्यूज़

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) आज सुबह 11 बजे अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों को संबोधित करेंगे. हर महीने के आखिरी रविवार सुबह 11 बजे आकाशवाणी और डीडी चैनलों पर प्रसारित होने वाले 'मन की बात' कार्यक्रम का यह 89वां एपिसोड होगा. इस कार्यक्रम को आप एबीपी न्यूज़ पर भी लाइव सुन सकते हैं.

'पीएम मोदी के प्रेरक शब्दों को सुनें'

'मन की बात' के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक शब्दों को सुनने के लिए आज सुबह 11 बजे ट्यून करें. मन की बात.''

'मन की बात' के 88वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में उद्घाटन किए गए "प्रधानमंत्री संग्रहालय" का उल्लेख करते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को याद किया था. पीएम मोदी ने युवाओं से अपने-अपने इलाकों में संग्रहालय देखने का भी आह्वान किया था. पीएम मोदी ने कहा था, ''मेरे पास अपने युवा दोस्तों के लिए एक विचार है. आप अपने इलाके के किसी भी संग्रहालय को देखने जाएं, वहां का अपना अनुभव पोस्ट करें.''

23 भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारित होता है 'मन की बात' कार्यक्रम

बता दें कि प्रसार भारती अपने आकाशवाणी नेटवर्क पर इस कार्यक्रम को 23 भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारित करता है. इसके अलावा, प्रसार भारती अपने विभिन्न डीडी चैनलों पर इस कार्यक्रम के दृश्य संस्करणों को हिंदी और अन्य भाषाओं में भी प्रसारित करता है. 'मन की बात' कार्यक्रम के पहले एपिसोड का प्रसारण साल 2014 में 3 अक्टूबर को हुआ था.

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सामना में शिवसेना का BJP पर निशाना- कहा- 'बेरोजगारी बढ़ी, कश्मीर भी अशांत, लेकिन विश्व का मार्गदर्शन करने वाले पीएम मोदी मौन'

S. Jaishankar On China: चीन से चुनौतियों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिया जवाब, बताया ऐसे सुलझ सकता है मसला

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Saturday, May 28, 2022

Dowry Case: एक ही परिवार में की 3 बेटियों की शादी, कुएं में मिले उनके शव देख दहल गया पीहर, 2 मासूम भी बने शिकार - Navbharat Times

Karnataka Hijab Controversy: मैंगलोर यूनिवर्सिटी में हिजाब पहनकर आईं स्टूडेंट्स, क्लास में एंट्री करने से रोका - Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • 12 स्टूडेंट्स हिजाब पहनकर पहुंचीं
  • प्रवेश न मिलने के बाद लौट गईं छात्राएं

Karnataka Hijab Row: कर्नाटक की मैंगलोर यूनिवर्सिटी में हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. लिहाजा आज 12 स्टूडेंट हिजाब पहनकर कैंपस में दाखिल हुईं. इन छात्राओं को क्लास में एंट्री करने से रोक दिया गया. मामला बढ़ने पर कॉलेज की प्रिंसिपल ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं अपनी बात पर अड़ी रहीं.

शनिवार को मैंगलोर यूनिवर्सिटी कॉलेज में 12 छात्राएं हिजाब पहनकर आई थीं. जब इस बात की जानकारी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अनसूया राय को हुई तो उन्होंने छात्राओं से कहा कि वह हिजाब हटाकर क्लास रूम में प्रवेश कर सकती हैं. लेकिन छात्राओं का कहना था कि वह हिजाब नहीं हटाएंगी.

लिहाजा छात्राओं को क्लासरूम में प्रवेश नहीं दिया गया. इसके बाद जब वह लाइब्रेरी में पहुंची तो वहां भी उन्हें एंट्री करने से रोक दिया गया. जब छात्राओं को प्रवेश देने से इनकार कर दिया गय़ा तो वह अपने घर लौट गईं. 

कुलपति डॉ. सुब्रमण्य यदापदिथया ने कहा कि कॉलेज विकास समिति की बैठक में तय हुआ था कि छात्राओ को हिजाब नहीं पहनने दिया जाएगा. हालांकि वह कॉलेज परिसर में हिजाब पहन सकती हैं, लेकिन जब वह क्लास रूम या फिर लाइब्रेरी में जाएंगी तो उन्हें हिजाब हटाना होगा. 

बता दें कि दो दिन पहले भी यहां ऐसे ही हालत पैदा हो गए थे. यहां कई छात्रों ने यह कहते हुए गुरुवार को प्रदर्शन किया था कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी 44 मुस्लिम छात्राएं यूनिवर्सिटी में हिजाब पहनकर क्लास अटेंड कर रही हैं.

बवाल बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी ने आदेश जारी किया था. इसके मुताबिक छात्राओं को क्लास अटेंड करने के लिए हिजाब उतारना होगा. छात्राएं चाहें तो महिला रेस्टरूम में हिजाब उतार सकती हैं. विश्वविद्यालय ने नोटिस में कहा था कि क्लासरूम में यूनिफॉर्म के अलावा कुछ भी नहीं पहना जा सकता. अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी.
 

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Friday, May 27, 2022

Taurus horoscope today आज का वृषभ राशिफल 28 मई 2022 : आपके लिए शानदार रहेगा दिन, फिर भी करें ये उपाय - Navbharat Times

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आजीविका : वृष राशि के लोगों के लिए आज का दिन व्यापार में अच्छी बिक्री को दर्शाने वाला रहेगा। कार्यक्षेत्र पर काम धंधे में बिक्री में तेजी की स्थिति देखीं जाएगी। ग्राहकी चहल पहल बढ़ने का भी सकारात्मक प्रभाव देखा जाएगा। स्वभाव में आक्रामकता रहने की आशंका तो उसको नियंत्रित करने का प्रयास करें अन्यथा व्यापारिक/ ग्राहक संबंधी प्रभावित हो सकते है। नौकरीपेशा वर्ग के लोगों का काम आज ठीक ठाक तरीके से पूरा होता देखा जाएगा।

पारिवारिक जीवन : घर परिवार में मनोरंजन और हंसी खुशी का माहौल रहेगा। किसी पार्टी या प्रोग्राम में जाना हो सकता है।  शाम का समय काफी रोमांचक रहेगा। जरूरी खरीदारी भी कर सकते हैं। प्रेमी जनों के बीच उपहार का लेन देन हो सकता है।

आज आपकी सेहत : स्वास्थ्य अच्छा रहेगा लेकिन फिर भी किसी ना किसी प्रकार से कोई ना कोई वहम की स्थिति बनी रहेगी। महिलाओं को शरीर में थकान और कमर संबंधी परेशानी हो सकती है।

आज वृष राशि के उपाय : नारायण कवच का पाठ करना लाभकारी होगा।

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गीतांजलि श्री को बुकर मिलना हिंदी भाषा के लिए बड़ी बात क्यों? - BBC हिंदी

  • अंजुम शर्मा
  • बीबीसी संवाददाता

गीतांजलि श्री

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"मुझसे कहा गया था कि यह लंदन है और मुझे यहां हर तरह से तैयार होकर आना चाहिए. यहां बारिश हो सकती है, बर्फ़ गिर सकती है, बादल भी घिर सकते हैं, धूप भी निकल सकती है. और शायद बुकर भी मिल सकता है. इसलिए मैं तैयार होकर आयी थी पर अब लगा रहा है जैसे मैं तैयार नहीं हूं. बस अभिभूत हूं."

हिंदी लेखिका गीतांजलि श्री जब बुकर पुरस्कार जीतने के बाद मंच से यह बात कह रही थीं तो पूरे हॉल की लाइट उनके और डेज़ी रॉकवेल के चेहरे पर थी.

गीतांजलि श्री ने एक पर्चा निकाला और उन तमाम लोगों को धन्यवाद दिया जो 'रेत समाधि' की यात्रा में एक ठंडी छांव की तरह उनके साथ रहे.

काव्यात्मक अंदाज़ में उन्होंने अपनी जीत को नक्षत्रों का ऐसा संयोग बताया जिसकी आभा से वो चमक उठी हैं. उन्होंने सभी शॉर्टलिस्टेड लेखकों, अनुवादकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए ख़ुद को सौभाग्यशाली बताया.

गीतांजलि श्री हिंदी की पहली ऐसी लेखिका हैं जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार मिला है. यह पुरस्कार उनके उपन्यास 'रेत समाधि' के अंग्रेज़ी अनुवाद 'टूंब ऑफ़ सैंड' के लिए दिया गया. इसका अनुवाद प्रसिद्ध अनुवादक डेज़ी रॉकवाल ने किया है.

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हिंदी की दुनिया के लिए क्यों बड़ा है यह सम्मान?

यह पहला मौक़ा है जब कोई हिंदी रचना बुकर के लिए पहले लॉन्गलिस्टेड, फिर शॉर्टलिस्टेड और फिर बुकर से सम्मानित हुई हो. हिंदी के अधिकांश साहित्यकारों का मानना है कि राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित 'रेत समाधि' ने 'टूंब ऑफ़ सैंड' तक की अपनी यात्रा में हिंदी के फलक को विस्तृत करने का काम किया है.

वरिष्ठ आलोचक विश्वनाथ त्रिपाठी बीबीसी से कहा, "यह हिंदी के लिए बहुत बड़ी घटना है. हिंदी भाषा की जो रचनाधर्मिता है, यह उसका उदाहरण हैं. पूरे देश को इस पर गर्व होना चाहिए और हो रहा है. इस पुरस्कार के बाद जितने रचनाकार हैं उन्हें एक बल मिलेगा, एक ऊर्जा मिलेगी और अपनी वास्तविक शक्ति के प्रति वे आश्वस्त होंगे. सम्मान किसी रचना को कालजयी और महान तो बनाता ही है लेकिन उससे ज़्यादा उसे महान पाठक बनाते हैं. यह हिंदी की पठनीय रचना तो थी ही, अब सम्मानित भी है."

वो कहते हैं कि हिंदी के रचनाकारों को हमेशा ही लगता रहा है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उचित सम्मान नहीं मिला. कबीर, सूर, मीरा, तुलसी से लेकर अज्ञेय, निराला, मुक्तिबोध जैसे लेखक विश्वस्तरीय हैं लेकिन इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई ऐसा सम्मान नहीं मिला. यह पहला ऐसा ऐतिहासिक अवसर है जब हमारी भाषा इस तरह सम्मानित हुई है.

जानेमाने कवि, आलोचक अशोक वाजपेई भी ऐसा ही मानते हैं, वो कहते हैं "हिंदी को ऐसी अंतरराष्ट्रीय मान्यता पहले कभी नहीं मिली. कृष्ण बलदेव वैद, कृष्णा सोबती, अज्ञेय आदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त हैं लेकिन हमारे जीवित रहते किसी को यह पुरस्कार मिलते देखने बहुत बड़ी बात है."

लेकिन उपन्यासकार मैत्रेयी पुष्पा का मानना है कि यह सच है, जो हुआ है वो अब तक नहीं हुआ था लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि यह मूल कृति की जगह अनूदित कृति को दिया गया पुरस्कार है.

वो कहती हैं, "अगर अंग्रेज़ी में अनुवाद न हुआ होता तो क्या 'रेत समाधि' की उतनी ही चर्चा होती जितनी आज हो रही है. जहां पुरस्कार मिला वो अंग्रेज़ी का माहौल है क्योंकि यह पुरस्कार अंग्रेज़ी अनुवाद पर ही निर्भर करता है. लेकिन इन सबके बावजूद यह हिंदी के लिए बड़ी घटना माना जा रहा है क्योंकि यहां अंग्रेज़ी का वर्चस्व काम कर रहा है."

हालांकि वरिष्ठ कथाकार चित्रा मुद्गल कहती हैं, "हमें अनुवाद बनाम मूल कृति के विवाद में नहीं पड़ना चाहिए. यह हिंदी और भारतीय भाषाओं के लिए गौरवशाली क्षण है और मैं इसे पूरी तरह हिंदी का सम्मान मानती हूं क्योंकि कृति पहले आती है और अनुवाद बाद में."

वो कहती हैं कि यह इतना गौरवान्वित करने वाला क्षण है, लग रहा है जैसे गीतांजलि के बहाने हम सभी सम्मानित हो रहे हैं.

गीतांजलि श्री

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गीतांजलि श्री और उनका रचना संसार

गीतांजलि श्री पिछले तीन दशक से लेखन की दुनिया में सक्रिय हैं. उनका पहला उपन्यास 'माई' और फिर 'हमारा शहर उस बरस' 1990 के दशक में प्रकाशित हुए थे. फिर 'तिरोहित' आया और फिर आया 'खाली जगह'.

उनके कई कहानी संग्रह भी प्रकाशित हैं. वो स्त्री मन में, समाज के भीतर, समाज की परतों में बहुत धीरे-धीरे दाखिल होती हैं और बहुत संभलकर उन्हें खोलती और समझती हैं.

हिंदी कवयित्री अनामिका ने बीबीसी को बताया, "गीतांजलि की सबसे बड़ी ताक़त है कि वो 'माई' जैसे उपन्यास में ग्रामीण और कस्बाई जैसे परिवेश की कश्मकश सामने रखती हैं फिर 'तिरोहित' में मनोवैज्ञानिक स्तर पर उतरती हैं, 'हमारा शहर उस बरस' में बाबरी के माध्यम से राजनीतिक तनावों पर डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म की तरह पाठ तैयार करती हैं और 'रेत समाधि' में वृद्ध स्त्री के ज़रिये बुढ़ापे का ठस्सा और युग का प्रतिनिधित्व करवाती हैं. कह सकते हैं कि गीतांजलि के कथानक की स्त्रियां पूरे हिंदुस्तान की स्त्रियों की अव्यक्त इच्छाओं का दस्तावेज़ हैं."

वैसे रेत समाधि के बारे में जब मैंने बीबीसी की ओर से गीतांजलि श्री से बात की थी तो मैंने उनसे कहा था कि आपके इस उपन्यास में सब कुछ है. जैसे स्त्री है, स्त्रियों का मन है, पुरुष है, थर्ड जेंडर है, प्रेम है, नाते हैं, समय है, समय को बांधने वाली छड़ी है, अविभाजित भारत है, विभाजन के बाद की तस्वीर है, जीवन का अंतिम चरण है, उस चरण में अनिच्छा से लेकर इच्छा का संचार है, मनोविज्ञान है, सरहद है, कौवे हैं, हास्य है, बहुत लंबे वाक्य हैं, बहुत छोटे वाक्य हैं, जीवन है, मृत्यु है और विमर्श है जो बहुत गहरा है, जो 'बातों का सच' है. जीवन की पूरी कहानी है.

गीतांजलि श्री

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गीतांजलि श्री का मानना है कि जो भी हम महसूस करते हैं वो सब एक कहानी है. यह आपकी सांस की तरह स्वाभाविक है.

उन पर कृष्णा सोबती और निर्मल वर्मा की छाया की बात कही जाती है जिसे वो सकारात्मक तरह से लेती हैं लेकिन उनका हमेशा मानना रहा है कि किसी से प्रेरित होने के बाद अपना अलग स्वर बनाना बहुत ज़रूरी है. शायद उन्होंने बनाया भी है.

जब उन्हें बुकर मिला तो मंच से गीतांजलि श्री ने हिंदी की समृद्ध साहित्यिक परंपरा की बात ज़ोर देकर कही. उन्होंने कहा कि जब किसी भाषा का साहित्य दूसरी भाषा तक जाता है तो जीवन का व्याकरण समृद्ध हो जाता है.

इस समृद्ध व्याकरण के पीछे डेज़ी रॉकवेल हैं. वो मानती हैं कि डेज़ी रॉकवेल के बिना यह सफर पूरा नहीं सकता था, जो सच भी है. उन्होंने बुकर समारोह में हिंदी अनुवादक डेज़ी रॉकवेल के साथ-साथ अपने उस फ्रेंच अनुवादक मित्र का भी धन्यवाद दिया जिसने सबसे पहले रेत समाधि का फ्रेंच अनुवाद किया था.

अनुवादक डेज़ी रॉकवेल की भूमिका क्यों है बड़ी?

बुकर पुरस्कार के निर्णायक मंडल प्रमुख फ़्रैंक वेन जब पुरस्कार की घोषणा कर रहे थे तो उन्होंने अनुवादक और लेखक के रिश्ते को कई वाक्यों में पिरोया.

उन्होंने कहा कि साहित्य को आप सीमाओं में नहीं बांध सकते. लेखक कहानी कहते हैं लेकिन अनुवादक उसे सीमाओं से परे ले जाते हैं. लेखक राष्ट्रीय साहित्य रचते हैं और अनुवादक वैश्विक.

गीतांजलि श्री के साथ अनुवादक डेज़ी रॉकवेल

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हिंदी भाषा के उपन्यास रेत समाधि को वैश्विक स्तर पर ले जाने का काम निःसंदेह इसकी अनुवादक डेज़ी रॉकवेल ने किया है.

हिंदी कवयित्री अनामिका इसे रेत समाधि के कथानक की तरह सरहदों का हाथ मिलाना बताती हैं. वो इसे बहनापे की मिसाल कहती हैं.

उन्होंने कहा, "अनुवादक और रचनाकार के लिए एक दूसरे के भीतर उतरना आसान नहीं होता. ख़ासकर जब स्त्री से जुड़ा कथानक केंद्र में हो. अंग्रेज़ी हिंदी की तरह खेलती हुई भाषा नहीं है, वो हमेशा से औपनिवेशिक शासन की भाषा रही है लेकिन डेज़ी ने जिस तरह अनुवाद किया वो चौंकाता है."

ख़ास बात यह है कि गीतांजलि श्री ने बीबीसी से हुई बातचीत में कहा था कि वो डेज़ी रॉकवेल को व्यक्तिगत रूप से पहले से नहीं जानती थी लेकिन जब ईमेल के ज़रिए डेज़ी ने उनके उपन्यास के कुछ अंश अनूदित करके भेजे तो उन्हें उसमें वो छवियां भी दिखाई दीं जो शायद उन्हें अपनी मूल कृति में खोजनी पड़ती.

'टूंब ऑफ़ सैंड' नाम से 'रेत समाधि' के अनुवाद को 'टिल्टेड एक्सिस' ने प्रकाशित किया है. अमेरिका में रहने वाली डेज़ी हिंदी साहित्य समेत कई भाषाओं और उसके साहित्य पर पकड़ रखती हैं. उन्होंने अपनी पीएचडी उपेंद्रनाथ अश्क के उपन्यास 'गिरती दीवारें' पर की है. उन्होंने उपेंद्रनाथ अश्क से लेकर खादीजा मस्तूर, भीष्म साहनी, उषा प्रियंवदा और कृष्णा सोबती के उपन्यासों का अनुवाद किया है.

बुकर समारोह में वो हरे सूट में थीं और मंच से उन्होंने पहले उस मैचमेकर को धन्यवाद दिया जिसने उन्हें गीतांजलि श्री से मिलवाया. इसके बाद वो अपने परिवार के प्रति आभार प्रकट कर रही थी. तभी ससुराल पक्ष पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं एक अच्छी भारतीय बहू की तरह हूँ और फिर हिंदी में बोलीं, मैं पूरा ससुराल लेकर आयी हूं. एक ठहाका सा गूंज उठा.

इसके बाद वो अपने साथी अनुवादकों का धन्यवाद देना नहीं भूली क्योंकि अनुवादकों की मुश्किल शायद अनुवादक ही समझता है.

गीतांजलि श्री

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क्या बदलेगी इससे हिंदी की दुनिया?

हिंदी साहित्यिक दुनिया से जुड़े कई लोग मानते हैं कि हिंदी साहित्यिक दुनिया में बदलाव की बात होती है, फिर खो जाती है. यह सिलसिला चलता रहता है लेकिन जो नहीं होता वो है अनुवादकों पर विचार. आमतौर पर हिंदी में अनुवादकों के प्रति रवैया बहुत अच्छा नहीं है. उम्मीद है कि बुकर के बाद शायद कुछ बदलाव दिखे और शायद युवाओं को हिंदी साहित्य आकर्षित कर सके.

राजकमल प्रकाशन के सम्पादकीय निदेशक सत्यानन्द निरुपम कहते हैं कि इस परिघटना से हिंदी की युवा और युवतर पीढ़ी अपनी भाषा की साहित्यिक समृद्धि से नए सिरे से परिचित होगी.

अनुवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा, "अनुवाद के नाम पर केवल पुरस्कार देने भर से अनुवादक की गरिमा और अनुवाद की गुणवत्ता नहीं बढ़ेगी बल्कि अनुवादक को लेखक के बराबर समझने से स्थिति में बदलाव आएगा. इसमें हिंदी मीडिया और समाज को साथ आना होगा."

वहीं चित्रा मुद्गल भी मानती हैं कि जिस तरह से गीतांजलि श्री के साथ डेज़ी रॉकवेल का नाम जुड़ गया है और बुकर में दोनों को बराबर का हक़ मिला है, ऐसे ही कदम भारत में अकादमी और प्रकाशकों को उठाने चाहिएँ जिसमें बराबरी का सम्मान हो, फिर चाहे कवर पर अनुवादक का नाम हो या बेहतर पारिश्रमिक.

इन सबके बीच ऐसे बहुत से कमेंट्स पढ़ने में आ रहे हैं जहाँ 1913 में रबीन्द्रनाथ टैगोर की गीतांजलि के बाद लगभग 110 साल बाद गीतांजलि श्री को इस तरह से ख्याति मिलने की बात कही जा रही है. यह थोड़ा अतिशयोक्ति लग सकता है लेकिन जब-जब कहीं पहला मौक़ा आता है, ऐसी बातें उठती हैं. भारतीय भाषाओं के साहित्य में भी ऐसे मौक़े कम ही आए जब उत्सव मनता दिखा हो, फिर हिंदी में तो यह पहला मौक़ा है.

गीतांजलि श्री ने पहले भी कहा था और बुकर के बाद भी कहा कि असल बात तो तब है जब हम अपने आसपास हिंदी की उन रचनाओं को देखें जो वाकई इस लायक रहीं लेकिन हमने उन पर कभी ग़ौर नहीं किया. अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो मेरा यहां तक पहुंचना सार्थक रहेगा.

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Rajnath Singh INS Khanderi Sortie: 'अखंड, अभेद्य, अदृश्य' है वो हमलावर पनडुब्बी, जिसमें राजनाथ सिंह ने बिताए 4 घंटे - Aaj Tak

राजनाथ सिंह के साथ चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल आर. हरि कुमार (Chief of Naval Staff Admiral R Hari Kumar) और अन्य सीनियर अधिकारी भी थे. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे आधुनिक, भरोसेमंद और ताकतवर सेना है. भारतीय नौसेना द्वारा मांगी गई 41 जंगी जहाजों और पनडुब्बियों में से 39 स्वदेशी हैं. यह आत्मनिर्भर भारत की पहचान हैं. आइए अब जानते हैं कि आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) की ताकत क्या है. ये दुश्मन को कैसे गहरे समुद्र में डुबा सकती है. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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Anil Deshmukh Hospitalised: जेल में बंद महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की तबीयत बिगड़ी, - ABP न्यूज़

Anil Deshmukh Hospitalised: जेल में बंद महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को मुंबई के केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें सीने में दर्द, हाई बीपी और कंधे में दर्द बढ़ने पर अस्पताल के ICU में एडमिट किया गया है. एनसीपी नेता देशमुख पर वसूली समेत कई आरोप लगे हैं. इस मामले में सीबीआई और ईडी जांच कर रही है. अनिल देशमुख के खिलाफ अप्रैल 2021 में सीबीआई ने वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया था. देशमुख फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. 

अनिल देशमुख के सहयोगी ने बताया, ''72 वर्षीय देशमुख 'अनियंत्रित उच्च रक्तचाप और सीने में दर्द' से पीड़ित थे और उन्हें 25 मई को ‘स्ट्रेस थैलियम हार्ट टेस्ट’ के लिए यहां के सरकारी केईएम अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था.''

पूर्व मंत्री को प्रवर्तन निदेशालय ने नवंबर 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. इस महीने की शुरुआत में एक अदालत ने देशमुख की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने एक निजी अस्पताल में कंधे की सर्जरी कराने की अनुमति मांगी थी. अदालत ने कहा कि वह शहर के सरकारी जेजे अस्पताल में अपना इलाज करा सकते हैं.

मुंबई (Mumbai) के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता देशमुख (Anil Deshmukh) को गृह मंत्री का पद छोड़ना पड़ा था. सीबीआई (CBI) ने बाद में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया था.

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Mumbai Cruise Drugs Case: शाहरुख खान के बेटे आर्यन को क्लीनचिट, जानिए एनसीबी की चार्जशीट से जुड़ी 10 बड़ी बातें

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Mumbai Cruise Drugs Case: शाहरुख खान के बेटे आर्यन को क्लीनचिट, जानिए एनसीबी की चार्जशीट से जुड़ी - ABP न्यूज़

Mumbai Cruise Drugs Case Main Points: NCB ने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को क्रूज पर ड्रग्स मिलने के मामले में शुक्रवार को क्लीन चिट दे दी. इस सिलसिले में उन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था. मामले में आर्यन खान के अलावा 19 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. दो को छोड़कर सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. केवल 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है, आर्यन समेत 6 लोगों को सबूत न मिलने के कारण छोड़ दिया गया है.

  1. NCB ने एक बयान में कहा, गुप्त सूचना के आधार पर NCB-मुंबई ने 2 अक्टूबर, 2021 को विक्रांत, इश्मीत, अरबाज, आर्यन और गोमित को इंटरनेशनल पोर्ट टर्मिनल मुंबई पोर्ट ट्रस्ट पर, जबकि नुपुर, मोहक और मुनम को कॉर्डेलिया क्रूज पर पकड़ा था. आर्यन और मोहक को छोड़कर सभी आरोपियों पास से ड्रग्स बरामद हुई थी.
  2. NCB ने कहा, शुरुआत में एनसीबी-मुंबई ने मामले की जांच की. बाद में जांच के लिये नयी दिल्ली में एनसीबी मुख्यालय की तरफ से संजय कुमार सिंह, डीडीजी (संचालन) की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया. 11 नवंबर 2021 को मामले की जांच SIT ने अपने हाथ में ले ली थी.
  3. बयान में कहा गया है कि SIT ने संदेह के बजाय प्रमाण के आधार पर जांच की. SIT की जांच के आधार पर 14 आरोपियों के खिलाफ NDPS अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की जा रही है. छह अन्य व्यक्तियों के खिलाफ सबूतों के अभाव के चलते शिकायत दर्ज नहीं की जा रही है.
  4. NCB ने शुक्रवार को मामले में आरोप पत्र दाखिल किया. एजेंसी ने रजिस्ट्री के समक्ष आरोप पत्र जमा किया और विशेष एनडीपीएस अदालत दस्तावेजों के सत्यापन के बाद इसका संज्ञान लेगी. इस साल मार्च में विशेष अदालत ने जांच एजेंसी को आरोप पत्र दाखिल करने के लिए 60 दिन का समय दिया था.
  5. एनसीबी ने इस मामले में पिछले साल 3 अक्टूबर को आर्यन खान को गिरफ्तार किया था और जमानत मिलने के बाद उन्हें उसी महीने जेल से रिहा कर दिया गया था. मामले में NCB विजिलेंस टीम की रिपोर्ट भी जल्द आ सकती है, जिसके बाद समीर वानखेड़े की मुसीबत बढ़ सकती है. वानखेड़े ने जिस तरह से केस हैंडल किया, उसमे कई खामियां पाई गईं. विजिलेंस  टीम इस मामले में जल्द रिपोर्ट फाइल कर सकती है.
  6. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने आर्यन खान ड्रग्स बरामदगी मामले में पूर्व-एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की घटिया जांच के लिए उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है. समीर वानखेड़े के फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में सरकार पहले ही कार्रवाई कर चुकी है.
  7. एनसीबी के डीडीजी ऑपरेशन संजय कुमार सिंह के मुताबिक जांच के दौरान हमने जो सबूत जुटाए हैं, उसके आधार पर हमें 14 के खिलाफ सबूत मिले और हमने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की, हमें 6 अन्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले, इसलिए हमने उनके खिलाफ दायर नहीं किया.
  8. उन्होंने कहा कि हमें आर्यन खान और 5 अन्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले. इसलिए, हमने उन छह के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करने का फैसला किया है.
  9. सबूतों के अभाव में आर्यन सहित 6 के खिलाफ़ चार्जशीट नही फाइल की गई. जिन 6 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की है, उनमें आर्यन खान, अविन साहू, गोपाल जी आनंद, समीर सैघम, भाष्कर अरोड़ा, मानव सिंघल हैं.
  10. मामले में कुल 20 आरोपी हैं, जिसमें से 18 आरोपी ज़मानत पर बाहर हैं और 2 आरोपी अब भी जेल में क़ैद हैं. जो दो आरोपी जेल के अंदर हैं उनके नाम अब्दुल शेख़ और चीनेडु इग्वे है. कुल 10 वोल्यूम की चार्जशीट है जो फ़िलहाल कोर्ट की रजिस्ट्री में है. सूत्रों में बताया की 6 पन्नों की चार्जशीट है.

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Drone Festival Delhi: पीएम मोदी ने कहा- ड्रोन तकनीक रोजगार देने वाली है, 2030 तक भारत बनेगा ड्रोन हब - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

नई दिल्ली, पीटीआई। दिल्ली के प्रगति मैदान में दो दिवसीय ड्रोन महोत्सव 2022 का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं ड्रोन प्रदर्शनी से प्रभावित हूं। 2030 तक भारत ड्रोन हब बनेगा। उन्होंने कहा, जिन-जिन स्टॉल में मैं आज गया, वहां सभी लोग बहुत गर्व से कहते थे कि ये मेक इन इंडिया हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उत्सव सिर्फ ड्रोन का नहीं, यह नए भारत-नई गवर्नेंस का उत्सव है। ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है, वो अद्भुत है। ये जो ऊर्जा नजर आ रही है, वो भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। पीएम ने कहा, यह ऊर्जा भारत में रोजगार सृजन के एक उभरते हुए बड़े सेक्टर की संभावनाएं दिखाती है। उन्होंने कहा, आठ वर्ष पहले यही वो समय था, जब भारत में हमने सुशासन के नए मंत्रों को लागू करने की शुरुआत की थी।

टेक्नोलॉजी को समझा समस्या का हिस्सा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने टेक्नोलॉजी को समस्या का हिस्सा समझा। उसे गरीब विरोधी साबित करने की कोशिश की गई। इस कारण 2014 से पहले गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी के उपयोग को लेकर उदासीनता का वातावरण रहा। इसका सबसे अधिक नुकसान गरीब को हुआ, वंचित को हुआ और मिडिल क्लास को हुआ। उन्होंने कहा, तकनीकी के माध्यम से हम आगे बढ़कर अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

ड्रोन से मिल जाती है विकास कार्यों की जानकारी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब केदारनाथ के पुनर्निर्माण का काम शुरू हुआ था, तो हर बार मेरे लिए वहां जाना संभव नहीं था। तो मैं ड्रोन के जरिए केदारनाथ के काम का निरीक्षण करता था। आज सरकारी कामों की गुणवत्ता को देखना है तो यह ज़रूरी नहीं है कि मैं बता दूं कि मुझे वहां निरीक्षण करने के लिए जाना है। मैं ड्रोन भेज दूं तो वह जानकारी लेकर आ जाता है और उन्हें पता भी नहीं चल पाता है कि मैंने जानकारी ले ली है।

घरेलू उद्योगों की मदद कर रही सरकार

कुछ समय पहले तक ड्रोन के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर भारत तेजी से इस मामले में आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ा रहा है। घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही फरवरी में ड्रोन के आयात पर प्रतिबंध का भी एलान कर दिया गया। अब केवल आरएंडडी, डिफेंस और सिक्योरिटी के लिए ही ड्रोन आयात की अनुमति है। इनके लिए भी क्लियरेंस जरूरी होगा। आयात पर प्रतिबंध के कदम से घरेलू ड्रोन निर्माताओं को लाभ होगा। ड्रोन के पुर्जो के आयात पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। सरकार ने ड्रोन उद्योग के लिए परचेज लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआइ) योजना भी शुरू की है, जिसे जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है।

Edited By: Sanjeev Tiwari

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Thursday, May 26, 2022

Sahara Group को झटका: सुप्रीम कोर्ट ने पलटा दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला, समूह की कंपनियों को अंतरिम राहत से इनकार - अमर उजाला

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: दीपक चतुर्वेदी Updated Thu, 26 May 2022 12:35 PM IST

सार

सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह से संबंधित नौ कंपनियों की जांच पर अंतरिम राहत देने और जांच पर रोक लगाने के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को रद्द कर दिया। इसे समूह के लिए एक बड़ा झटका कहा जा सकता है।

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विस्तार

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सहारा समूह को एक बड़ा झटका दिया है। दरअसल, कोर्ट ने समूह से संबंधित कंपनियों की जांच पर अंतरिम राहत देने और जांच पर रोक लगाने के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को रद्द कर दिया। मामले की सुनवाई के दौरान पीठ ने सहारा समूह से जुड़ी नौ कंपनियों की जांच पर रोक लगाने के दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली SFIO द्वारा दायर की गई याचिका को अनुमति दी है।

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सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि सहारा समूह की कंपनियों के खिलाफ SFIO जांच पर रोक लगाने वाला दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश सही नहीं था। आदेश में कहा गया कि हाईकोर्ट ये आदेश जारी कर मामले की पूरी जांच को ही रोक दिया। इस तरह का आदेश सिर्फ असाधारण मामलों में ही दिया जा सकता है। पीठ ने कहा कि गर्मी की छुट्टियों के बाद दो महीने में हाईकोर्ट में मामले को तेजी से निपटाया जाएगा। इस मामले में सहारा समूह की ओर से कहा गया है कि इस तरह SFIO कंपनियों की जांच नहीं कर सकता है।  नियमों के मुताबिक एजेंसी को ऐसी कंपनियों की जांच की इजाजत नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूढ़ और बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने SFIO की याचिका को अनुमति दी है। बता दें कि बीते 17 मई को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करने का फैसला किया था। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत को बताया था कि सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय के खिलाफ हाल ही में एक अन्य पीठ द्वारा लुकआउट सर्कुलर पर रोक लगाने के संबंध में याचिकाकर्ता (एसएफआईओ) की ओर से कुछ आशंका थी। मेहता ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला सही नहीं है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।

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महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री अनिल परब के घर पर ED का छापा - NDTV India

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री अनिल परब के घर पर ED का छापा

अनिल परब के ठिकानों पर ED की रेड..

मुंबई:

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और शिवसेना के नेता अनिल परब (Anil Parab) से जुड़े मुंबई और पुणे स्थित सात ठिकानों पर आज प्रवर्तन निदेशालय ने छापे मारे हैं. ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई है. ये छापे पुणे, मुंबई और दपोली में मारे गए हैं.जांच एजेंसी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग की आपराधिक धाराओं के तहत शिवसेना नेता के खिलाफ एक नया मामला दर्ज करने के बाद, पुणे, मुंबई और दापोली में परब के आवास सहित सात स्थानों पर तलाशी ली जा रही है. अनिल परब से पूर्व मंत्री अनिल देशमुख से जुड़े एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा पूछताछ की जा चुकी है.

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बता दें कि हाल ही में अमरावती की सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) ने सीबीआई (CBI) को मुंबई के पुलिस कमिश्नर संजय पांडे और शिवसेना नेता अनिल परब के खिलाफ शिकायत दी थी. नवनीत राणा का आरोप है कि उनकी गिरफ्तारी के दौरान मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था. नवनीत राणा के मुताबिक उनकी शिकाएत सीबीआई ने ले ली है. नवनीत राणा ने आरोप लगाया था कि उन्हें मुंबई के एक थाने में अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. नवनीत राणा के लोकसभा की विशेषाधिकार समिति को अपनी शिकायत देने पर समिति ने उन्हें अपने समक्ष पेश होने के लिए बुलाया था.

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Wednesday, May 25, 2022

दिल्ली में कोरोना के मरीज घटे, लेकिन मौत का आंकड़ा बढ़ा, 4 ने गंवाई जान - Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • दिल्ली में कुल 1762 एक्टिव मामले हैं
  • कोरोना के 22490 टेस्ट किए गए

दिल्ली में 25 म‌ई को कोरोना के 424 न‌ए मामले सामने आए. इस बीमारी से 4 मरीजों की मौत हो गई और संक्रमण दर घटकर 1.89% पर पहुंच गई. पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना के 22490 टेस्ट किए गए और 499 मरीज ठीक हुए. फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के कुल 1762 एक्टिव मामले हैं और कंटोनमेंट जोन की संख्या 483 रह गई है.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार दिल्ली का COVID-19 टैली बढ़कर 19,04,664 हो गया और मरने वालों की संख्या 26,207 हो गई.

मंगलवार को 418 नए मामले आए
मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के 418 नए मामले दर्ज किए गए थे, जबकि पॉजिटिविटी दर 2.27 प्रतिशत थी. सोमवार को दिल्ली में 268 नए मामले सामने आए थे, जबकि पॉजिटिविटी दर 2.69 प्रतिशत थी.

13 जनवरी को 28,867 मरीज आए
रविवार को कोरोना से एक मौत हुई और 365 मामले सामने आए. 1.97 प्रतिशत की पॉजिटिविटी दर रही. इस साल 13 जनवरी को महामारी की तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में कोरोना के रोजाना आने वाले मामलों की संख्या 28,867 के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गई थी. 14 जनवरी को पॉजिटिविटी दर 30.6 प्रतिशत दर्ज की गई थी, यह महामारी की तीसरी लहर के दौरान सबसे अधिक थी.

हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि दिल्ली में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या मंगलवार को 1,841 से घटकर 1,762 हो गई. दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना रोगियों के लिए 9,613 बिस्तर हैं और उनमें से 101 पर मरीज हैं.

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Mathura: क्या विवादित जमीन जन्मभूमि ट्रस्ट को दी जाएगी? Sri Krishna Janmbhoomi और शाही ईदगाह मस्जिद - ABP न्यूज़

Sri Krishna Janmbhoomi Land Row: मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थल और उससे सटी हुई शाही ईदगाह मस्जिद है, जिस पर जमीन के मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा है. इस विवाद पर आज मथुरा कोर्ट में सुनवाई का अहम दिन है. ये याचिका सुप्रीम कोर्ट की वकील रंजना अग्निहोत्री ने दाखिल की है. याचिका में शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की मांग की गई है.

साथ ही वो विवादित जमीन श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास को सौंपने की मांग की गई है. इस याचिका पर आज सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में सुनवाई होगी.

याचिकाकर्ताओं का कहना है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि की 13.37 एकड़ जमीन में शाही ईदगाह मस्जिद खड़ी है. हिंदू पक्ष का दावा है कि वहां भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान और मंदिर का गर्भगृह स्थित रहा है. याचिका में ईदगाह को वहां से हटाकर वो भूमि जन्मभूमि न्यास को सौंपने की मांग की गई है. याचिकाकर्ताओं ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान और मस्जिद कमेटी के बीच हुए समझौते को अवैध घोषित करने की भी कोर्ट से मांग की है.

यह वाद रंजना अग्निहोत्री सहित छह कृष्ण भक्तों द्वारा 25 दिसंबर 2020 को पहली बार कोर्ट में पेश किया गया था, तब इस मामले पर सुनवाई करते हुए सिविल जज सीनियर डिवीजन ने इसे खारिज कर दिया था. इसके बाद यह प्रकरण पुनः जिला जज की अदालत में पेश किया गया. इसी बीच लगभग 10 से अधिक वाद इसी प्रकार की मांग को लेकर स्थानीय अदालतों में दाखिल कर दिए गए थे.

जिला जज ने इस मामले पर बीते 5 मई को दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था, इस याचिका को 19 मई को मंजूर कर लिया गया है , अब आज सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में मामले पर होगी सुनवाई.

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Tuesday, May 24, 2022

जम्मू कश्मीर पर केंद्र का बड़ा फैसला: पुलिस मेडल से शेख अब्दुल्ला की तस्वीर हटाई जाएगी, अशोक स्तंभ का सिंबल लगाया जाएगा - Dainik Bhaskar

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  • Sheikh Abdulla | Jammu Kashmir Ex CM Sheikh Abdullah's Picture Replaced On Police Medals

श्रीनगर3 घंटे पहले

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केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर पुलिस मेडल को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने मेडल से शेख अब्दुल्ला की तस्वीर हटाने का आदेश जारी किया है। शेख अब्दुल्ला नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के संस्थापक और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री थे। मेडलों पर अशोक स्तंभ के सिंबल लगाने के संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किए हैं।

गृह विभाग के प्रधान सचिव आरके गोयल के आदेश में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस पदक योजना के पैरा 4 में संशोधन किया गया है। मेडल के एक तरफ उभरा हुआ 'शेर-ए-कश्मीर' शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को भारत सरकार के राष्ट्रीय प्रतीक से बदल दिया जाएगा।

मेडल का नाम भी बदला चुका है
इससे पहले भी सरकार ने ‘शेर ए कश्मीर पुलिस पदक’ का नाम बदलकर जम्मू कश्मीर पुलिस पदक कर दिया था। 'शेर ए कश्मीर' शेख अब्दुल्ला को कहा जाता है। शेख अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के पिता थे। फारूक अब्दुल्ला जब जम्मू कश्मीर के सीएम बने थे, तब उन्होंने अपने पिता की याद में पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले मेडल पर उनकी फोटो लगा दी थी।

2019 में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सरकारी अवकाश की सूची से शेख अब्दुल्ला की जयंती को भी हटा दिया था।

2019 में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सरकारी अवकाश की सूची से शेख अब्दुल्ला की जयंती को भी हटा दिया था।

1948 में कश्मीर के प्रधानमंत्री बने
शेख अब्दुल्ला साल 1948 से 1953 तक जम्मू कश्मीर के प्रधानमंत्री थे। साल 1975-1982 तक जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे। शेख अब्दुल्ला ने जिन्ना के दो राष्ट्र सिद्धांत को खारिज कर दिया था और राज्य को भारत में विलय करने के लिए अपना समर्थन दिया था। 'शेर-ए-कश्मीर' के नाम पर आज भी राज्य भर में कई अस्पताल, स्टेडियम, सड़कें और अन्य इमारतें हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने किया विरोध
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर विरोध जताया है। पार्टी प्रवक्ता इमरान नबी डार ने इसे ‘इतिहास मिटाने वाला’ फैसला बताया है। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करते हैं, लेकिन ये फैसला नफरत को दिखाता है। पार्टी के प्रांतीय सचिव शेख बशीर ने कहा कि यह फैसला नेशनल कॉन्फ्रेंस और शेख अब्दुल्ला को बदनाम करने के लिए लिया गया है।

भाजपा ने फैसले का किया समर्थन
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम कविंद्र गुप्ता ने इस फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि गुलामी के ऐसे सभी प्रतीकों को खत्म कर दिया जाना चाहिए। शेख अब्दुल्ला ने जिस अलगाववादी मानसिकता का प्रचार किया, उसे समाप्त कर दिया गया है।

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