स्टोरी हाइलाइट्स
- कम टेस्टिंग की वजह से मामलों में गिरावट
- संक्रमण दर चार फीसदी से ज्यादा बना हुआ
दिल्ली में कोरोना के आंकड़ों में सोमवार को कमी देखने को मिली, लेकिन मौत के बढ़ते आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है. बीते चौबीस घंटे में यहां तीन मरीजों ने दम तोड़ा है. इसके अलावा राजधानी में 799 नए कोरोना मरीज भी मिले हैं.
अब दिल्ली में मामले जरूर कम दर्ज किए गए हैं, लेकिन इसकी एक बड़ी वजह कम टेस्टिंग है. राजधानी में पहले जहां तीस हजार के करीब टेस्ट हो रहे थे, अब वो आंकड़ा 16187 पर पहुंच गया है. टेस्टिंग में आई इस भारी गिरावट ने ही दिल्ली का कोरोना ग्राफ 799 पर पहुंचा दिया है. लेकिन चिंता का विषय है कि संक्रमण दर अभी भी ज्यादा बना हुआ है. दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 4.94% चल रहा है जो बताता है कि कम टेस्टिंग के बावजूद भी ज्यादा लोग कोरोना का शिकार हुए हैं.
रविवार के दिन दिल्ली में कोरोना के 1422 मामले सामने आए थे, तब टेस्टिंग 26 हजार से ज्यादा रही थी. लेकिन आज करीब दस हजार टेस्ट कम हुए हैं. इसी वजह से मामलों में ये भारी गिरावट दिख गई है. वैसे दिल्ली सरकार की तरफ से स्पष्ट निर्देश हैं कि कोरोना टेस्टिंग में कोई कमी नहीं आनी चाहिए. इस बात पर भी जोर है कि समय रहते ट्रेस किया जाए. लेकिन अगर दिल्ली में कम टेस्टिंग का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो असल हकीकत पता लगाना मुश्किल रहेगा और राजधानी के लिए ये बड़ी खतरे की घंटी साबित हो सकती है.
इस समय दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश में भी कोरोना मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. वहां भी कोरोना मीटर पहले की तुलना में तेज हुआ है. महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में भी यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ते मामलों के बीच राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक कर रही है. बच्चों के टीकाकरण पर भी जोर दिया गया है और कोरोना नियमों के पालन पर भी फोकस रहा है.
ये भी पढ़ें
कोरोना से मौत का दिल्ली में बढ़ा आंकड़ा, 24 घंटे में तीन मरीजों ने गंवाई जान, 799 नए केस - Aaj Tak
Read More
No comments:
Post a Comment