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Tuesday, May 17, 2022

J-K: आतंकियों ने फिर हिंदुओं को बनाया निशाना, ग्रेनेड हमले में एक की मौत और तीन घायल - Aaj Tak

स्टोरी हाइलाइट्स

  • कश्मीर में नहीं थम रहा टारगेट किलिंग का सिलसिला
  • राहुल भट्ट की हत्या के बाद से घाटी में प्रदर्शन तेज

जम्मू कश्मीर में आतंकियों की कायराना हरकतें लगातार जारी हैं. अब इसी कड़ी में दीवान बाघ इलाके में आतंकियों ने एक वाइन शॉप को अपना निशाना बनाया है. दुकान पर ग्रेनेड फेंवहीक दिया गया है. इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई है और तीन घायल बताए जा रहे हैं. हमले की जिम्मेदारी TRF नाम के संगठन ने ली है.

मृतक का नाम रंजीत सिंह बताया गया है जो रजौरी का रहने वाला था. वहीं घायलों में गोवर्धन सिंह, गोविंद सिंह और रवि कुमार शामिल हैं.पिछले कुछ दिनों से लगातार घाटी में आतंकियों द्वारा ऐसे ही हमलों को अंजाम दिया जा रहा है. बाहरी लोगों पर भी आतंकियों द्वारा हमले किए जा रहे हैं. हाल ही में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जम्मू कश्मीर के बडगाम में आतंकियों ने राजस्व विभाग के अधिकारी राहुल को दफ्तर के अंदर घुसकर गोली मारी थी. उस हमले के बाद से ही घाटी में कश्मीरी पंडितों द्वारा प्रदर्शन शुरू कर दिया गया. सड़कों पर जाम हुआ, नारेबाजी हुई और केंद्र से सुरक्षा की गारंटी मांगी गई. अभी उस मामले की जांच SIT कर रही है. वहीं राहुल भट्ट की बेटी की पढ़ाई का पूरा खर्चा भी सरकार उठाने जा रही है.

वैसे रक्षा विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस सयम घाटी में आतंकियों के खिलाफ सेना की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. उनके नेटवर्क ध्वस्त हो रहे हैं, कमांडर मारे जा रहे हैं, इसी वजह से बौखलाहट में ऐसे हमलों को अंजाम दिया जा रहा है.

दीवान बाघ घटना की बात करें तो ग्रेनेड हमले के बाद इलाके को घेर लिया गया है और सुरक्षाबलों द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अभी तक किसी आतंकी की गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन तलाश जारी है. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.

घाटी में हो रहीं ये आतंकी घटनाएं इस ओर भी इशारा कर रही हैं कि दहशतगर्द लगातार टारगेट किलिंग कर रहे हैं. अल्पसंख्यक समाज के लोगों को गोली का निशाना बनाया जा रहा है. पिछले महीनों में कश्मीरी पंडितों पर भी लगातार हमले हुए हैं, उन्हें घाटी छोड़नी की धमकी दी जा रही है. अप्रैल महीने में ये सिलसिला शुरू हुआ था जो अभी तक जारी दिख रहा है.

2 अप्रैल को पुलवामा में बिहार के दो प्रवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद पुलवामा में ही दो गैर कश्मीरियों पर हमला हुआ. फिर सरपंचों पर हमले शुरू हुए और देखते ही देखते टारगेट किलिंग होने लगीं. लेकिन कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद से घाटी में उबाल है और अब सड़क पर अपनी सुरक्षा के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है.

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