Rechercher dans ce blog

Tuesday, April 11, 2023

अतीक अहमद को एक बार फिर यूपी लाने की तैयारी, वारंट लेकर साबरमती जेल पहुंची प्रयागराज पुलिस - Aaj Tak

माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पहले उमेश पाल अपहरण केस में उसे उम्रकैद की सजा मिली, फिर साबरमती जेल में उसका बैरक बदल दिया गया और अब उमेश पाल मर्डर केस में उसके खिलाफ वारंट-बी जारी किया गया है. माना जा रहा है कि जल्द ही यूपी पुलिस अतीक अहमद को फिर से प्रयागराज लेकर आएगी. 

उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा पाने के बाद माफिया अतीक अहमद पर अब उमेश पाल मर्डर केस में शिकंजा कसा जा रहा है. गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद को एक बार फिर उत्तर प्रदेश (यूपी) लाने की तैयारी शुरु हो गई है. सुबह-सुबह यूपी के प्रयागराज पुलिस की एक टीम वॉरंट-बी लेकर साबरमती जेल पहुंची है.

वारंट-बी लेकर पहुंची है यूपी पुलिस

उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद को बनाया गया है. उसे यूपी लाने के लिए प्रयागराज पुलिस की टीम पहुंची है. अभी पुलिस की टीम जेल के अंदर है और बाहर काफी हलचल है. हालांकि, यह अभी साफ नहीं है कि पुलिस की टीम वारंट-बी का नोटिस देने गई है या तामील कराने और अतीक को आज ही प्रयागराज के लिए रवाना किया जाएगा या नहीं?

क्या होता है वारंट बी?

वारंट बी किसी भी जेल में बंद आरोपी के लिए जारी होता है. किसी मामले में इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर जब कोर्ट को बताता है की हम इस व्यक्ति को आरोपी बना रहे हैं, तब कोर्ट वारंट बी जारी करती है. वारंट बी मिलने के बाद सम्बंधित आपराधिक मामले में जांच कर रही पुलिस वारंट-बी जेल प्रशासन को देती है और बताती है कि आपके जेल में बंद में इस अपराधी पर इस मामले में भी केस है, उसे सम्बंधित मामले में कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करना है. इसके बाद पुलिस पूछताछ के लिए कोर्ट से रिमांड मांगती है.

अशरफ को भी लाने गई थी पुलिस, लेकिन फंस गया था पेच

इससे पहले बरेली जेल में बंद अशरफ को प्रयागराज लाने के लिए पुलिस की टीम वारंट-बी लेकर पहुंची थी, लेकिन उस वारंट में तारीख का जिक्र नहीं था. इसके कारण अशरफ को प्रयागराज नहीं लाया जा सका था. अब यूपी पुलिस की टीम अतीक के खिलाफ जारी वारंट-बी को लेकर साबरमती जेल पहुंची है. देखना होगा कि इस वारंट में अतीक को कोर्ट में पेश करने की तारीख क्या लिखी है. 

पिछले महीने ही प्रयागराज लाया गया था अतीक

पिछले महीने ही प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश करने के लिए अतीक को यूपी पुलिस की एक टीम साबरमती जेल से लेकर आई थी. उसे उमेश पाल अपहरण केस में पेश किया गया था. कोर्ट ने उसे दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी. इसके बाद उसे फिर से साबरमती जेल पहुंचा दिया गया था. हालांकि साबरमती जेल पहुंचने के बाद अतीक ने कहा था कि वह फैसले को चैलेंज करेगा.

अतीक की जिद के कारण असद ने चलाई थी गोली

इससे पहले उमेश पाल हत्याकांड में जांच कर रही पुलिस टीम को अहम जानकारी मिली थी. बरेली जेल में बंद अशरफ और शूटर मोहम्मद गुलाम नहीं चाहते थे कि अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद, उमेश पाल हत्याकांड में शामिल हो, लेकिन अतीक की जिद पर असद को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल किया गया और उससे गोली चलवाई गई.

सूत्रों का दावा कि उमेश पाल की हत्या के बाद पत्नी शाइस्ता ने अतीक़ अहमद को साबरमती जेल में फोन किया था. असद का नाम और फुटेज सामने आने के बाद शाइस्ता ने अतीक़ अहमद से नाराज़गी जाहिर की थी. फोन पर शाइस्ता ने रोते हुए कहा कि असद बच्चा है, उसे इस मामले में नहीं लाना चाहिए था. 

सूत्रों के मुताबिक, अतीक़ ने कहा था कि असद की वजह से 18 साल बाद चैन की नींद सोया हूं, उमेश पाल के चलते मेरी नींद हराम हो गयी थी. शाइस्ता से अतीक ने फोन पर कहा था कि असद शेर का बेटा है, उसने शेरों वाला काम किया है.

दिल्ली में छिपा था असद

उमेशपाल हत्याकांड में अहम किरदारों में से एक माना जा रहा अतीक अहमद का बेटा असद फरार है. पुलिस की 9 टीमें उसके पीछे पड़ी हैं, लेकिन वो कहां छिपा बैठा है? अब तक इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है, लेकिन सुराग बताते हैं कि वो कत्ल के बाद दिल्ली पहुंचा था. प्रयागराज से भागकर करीब 800 किलोमीटर दूर राजधानी में छिप गया.

जानकारी के मुताबिक असद दिल्ली के संगम विहार इलाके में छिपा रहा, लेकिन जैसे ही उसके दिल्ली कनेक्शन का खुलासा हुआ, वो यहां से भी भाग निकला. बताया जा रहा है कि 5 लाख के इनामी असद को छिपने के लिए ये ठिकाना उसके चाचा अशरफ के कहने पर मिला था. यहां ठिकाना दिलाने में मदद की थी- जावेद, जीशान और खालिद नाम के शख्स ने.

असद के तीनों मददगार गिरफ्तार

ये तीनों मददगार गिरफ्तार हो चुके हैं और फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. असद के मददगार खालिद और जीशान को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने 28 मार्च को शेख सराय से गिरफ्तार किया था. दोनों के पास से हथियार और कारतूस बरामद हुए थे. उन्हीं दोनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वांटेड असद और गुलाम को दिल्ली में शेल्टर दिया था. उसके बाद 31 मार्च को जावेद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस को किन शूटरों की है तलाश? 

पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद का बेटा असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की तलाश है. इन पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया है. इतना ही नहीं पुलिस को अतीक की पत्नी शाइस्ता की भी तलाश है. उस पर 50 हजार का इनाम है. वहीं पुलिस ने अब तक शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान और हत्याकांड में इस्तेमाल क्रेटा कार के ड्राइवर अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया है. 

24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या

प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है. पुलिस इस मामले में शाइस्ता के साथ 5 शूटरों की तलाश में जुटी है.

Adblock test (Why?)


अतीक अहमद को एक बार फिर यूपी लाने की तैयारी, वारंट लेकर साबरमती जेल पहुंची प्रयागराज पुलिस - Aaj Tak
Read More

No comments:

Post a Comment

'हां, ये सही है लेकिन क्या मुल्क में यही चलता रहेगा...', ASI रिपोर्ट पर बोले प्रोफेसर इरफान हबीब - Aaj Tak

ज्ञानवापी परिसर की ASI सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष ने कई दावे किए हैं. गुरुवार को वकील विष्णु शंकर जैन ने रिपोर्ट सार्वजनिक की. उन्हों...