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Monday, July 31, 2023

नूंह में धारा-144, इंटरनेट बंद: धार्मिक यात्रा पर पथराव के बाद हालात तनावपूर्ण, की गई शांति बनाए रखने की अपील - अमर उजाला

Section-144 imposed in Nuh due to disturbance during religious pilgrimage internet service stopped

नूंह में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च - फोटो : अमर उजाला

विस्तार

नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने जिलावासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने और आपसी भाईचारे के साथ मिलकर रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बृजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसक घटना निंदनीय है, ऐसे में जिला प्रशासन लोगों से अपील करता है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। जिले में शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर धारा-144 लागू की गई है। जिले में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।

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Parliament Monsoon Session LIVE News मणिपुर हिंसा मुद्दे पर संसद की कार्यवाही स्थगित पीयूष गोयल बोले- सरका.. - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, मनोज झा, अमरेंद्र धारी सिंह, प्रमोद तिवारी, इमाम प्रतापगढ़ी, संदीप पाठक, राजीव शुक्ला, के केशव राव, वद्दीराजू रवि चंद्रा, जोगिनापल्ली संतोष कुमार, रंजीत कुमार ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में कार्य निलंबन नोटिस दिया।

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Sunday, July 30, 2023

शाह ने कमलनाथ को करप्शननाथ, दिग्विजय को बंटाधार कहा: इंदौर में बोले- कांग्रेस ने धारा 370 को बच्चे की तरह प... - Dainik Bhaskar

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इंदौर12 मिनट पहले

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में मालवा से बीजेपी के चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। उन्होंने रविवार को इंदौर में बीजेपी के विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। शाह ने कार्यकर्ताओं को 2023 और 2024 के चुनावी जीत का संकल्प दिलाया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। शाह ने पूर्व सीएम कमलनाथ को करप्शन नाथ और दिग्विजय सिंह को श्रीमान बंटाधार कहकर संबोधित किया।

इंदौर में विधानसभा नंबर दो स्थित कनकेश्वरी गरबा मैदान पर आयोजित संभाग के बूथ लेवल कार्यकर्ता सम्मेलन में शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 को कांग्रेस ने बच्चे की तरह सालों तक पाल रखा था। पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 खत्म कर कश्मीर को भारत से जोड़ने का काम किया है। मोदी सरकार आने पर पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों की धज्जियां उड़ाने का काम हमारी सेना ने किया है।

इंदौर में बीजेपी के विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कमल के फूलों की माला से स्वागत किया गया।

इंदौर में बीजेपी के विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कमल के फूलों की माला से स्वागत किया गया।

मोदी ने पूरी दुनिया में भारत का झंडा किया बुलंद: शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने देवी अहिल्या को प्रणाम कर अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या बाई ने गुलामी के अवशेष को मिटाने की पहल की थी। जिसे हमारे नेता पीएम मोदी आगे बढ़ा रहे है। पीएम मोदी ने पूरी दुनिया में भारत का झंडा बुलंद करने का काम किया है। वे कहीं भी जाए लोग मोदी-मोदी के नारे लगाते हैं। ये नारे मोदी के लिए नहीं, बीजेपी के लिए नहीं, बल्कि भारत की एक सौ तीस करोड़ जनता के सम्मान में नारे लग रहे हैं।

कांग्रेस ने राम मंदिर का काम लटका रखा था: शाह

अमित शाह ने विपक्षी एकता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ये लोग अनुच्छेद 370 खत्म खरने का विरोध करते थे। ये नाम बदले तो भी कोई इन्हें वोट देगा क्या?

अयोध्या में राम लला टेंट में विराजमान थे। कांग्रेस मंदिर के काम को लटका रही थी। कोर्ट के फैसले के बाद मोदी जी ने राम मंदिर का भूमि पूजन कर दिया। अहिल्या बाई होलकर के बाद धार्मिक स्थलों का कायाकल्प करने का काम पीएम मोदी ने किया है।

अमित शाह ने विपक्षी एकता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ये नाम भी बदल ले तो क्या कोई इन्हें वोट देगा?

अमित शाह ने विपक्षी एकता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ये नाम भी बदल ले तो क्या कोई इन्हें वोट देगा?

कमलनाथ ने जनकल्याण की योजनाएं बंद कर दी थी: शाह

शाह ने कमलनाथ को करप्शन नाथ और दिग्विजय सिंह को बंटाधार कहकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की सरकार डेढ़ साल चली। हमारे शिवराज सिंह ने जो योजनाएं शुरू की थी, उन्हें कमलनाथ ने बंद कर दी थी। योजनाओं का पैसा खाने के लिए उन्हें बद कर दिया।

देश के गृह मंत्री ने कहा कि वो एक भी इंडस्ट्री भी नहीं लाए। लेकिन ट्रांसफर इंडस्ट्री जरूर लागू कर दी। उन्होंने डेढ़ साल के अंदर बंटाधार का शासन याद दिलाने का काम किया।

शाह ने कहा कि कमलनाथ ने किसान सम्मान निधि योजना में किसानों के नाम नहीं भेजे। शिवराज सिंह के सीएम बनते ही किसानों के नाम भेज दिए गए। आज किसानों को सम्मान निधि का पैसा मिल रहा है।

कार्यकर्ताओं को दिलाया चुनावी जीत का संकल्प

बीजेपी को चुनाव बूथ पर बैठा कार्यकर्ता जीता सकता है। आज यहां से संकल्प लेकर जाना है कि प्रचंड बहुमत के साथ 2023 में भाजपा की सरकार बनाना है। और 2024 में लोकसभा की एमपी की सभी 29 सीटें जीतकर मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है।

सम्मेलन को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष का शंख बज गया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत कर बीजेपी को जिताने का संकल्प दिलाया।

सम्मेलन को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष का शंख बज गया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कड़ी मेहनत कर बीजेपी को जिताने का संकल्प दिलाया।

कांग्रेस ने प्रदेश का कबाड़ा कर दिया था: सीएम शिवराज

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संघर्ष का शंख बज गया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित और समृद्ध बन गया है। आज पूरी दुनिया मोदी मोदी का मंत्र जप रही है।

सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी प्रदेश का कबाड़ा किया। सड़क, बिजली, पानी कुछ नहीं था। फिर सवा साल के लिए कमलनाथ आए तो विकास के कोई काम नहीं हुए। उन्होंने पीएम मोदी की योजनाओं का रोकने का पाप किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना लौटा दी। कमलनाथ ने जल-जीवन मिशन लागू नहीं होने दिया।

कमलनाथ ने बीजेपी सरकार की योजनाएं भी बंद कर दी थी। संबल योजना बंद कर दी थी। बच्चों के लैपटॉप छीन लिए। लाड़ली बहनों भरोसे में मत रहना। लाड़ली बहना जब तक है, तब तक अपनी सरकार है।

इंदौर में बीजेपी के विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन में संभाग के 9 जिले से बीजेपी के बूथ लेवल के कार्यकर्ता जुटे थे।

इंदौर में बीजेपी के विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन में संभाग के 9 जिले से बीजेपी के बूथ लेवल के कार्यकर्ता जुटे थे।

बीजेपी 170 सीट जीतकर सरकार बनाएगी: विजयवर्गीय

बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा - ये आमसभा नहीं है, ये कार्यकर्ता सम्मेलन है। यहां सब कार्यकर्ता हैं। जो हमारी ताकत हैं। ये सब हमें चुनाव जीताते हैं। हमारे गृह मंत्री अमित शाह राजनीति के चाणक्य माने जाते हैं। अनुच्छेद 370 हटाने का काम किसी ने किया तो अमित शाह ने किया।

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस फर्जी सर्वे कर 150 सीट जीतने का दावा कर रही है। भ्रम फैला रही है, लेकिन कांग्रेस को 50 सीट और बीजेपी 170 सीट लाएंगी। कांग्रेस ने किसान कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन वादा नहीं निभाया। कांग्रेस ने रोजगार भत्ता का वादा किया, किसी को भत्ता नहीं दिया। कैलाश विजयवर्गीय ने 'एक बार फिर से, भाजपा फिर से', 'एक बार दिल से, भाजपा फिर से' का नारा लगवाया।

उन्होंने कहा कि हमारे सीएम शिवराज सिंह किसान के बेटे हैं। उन्होंने गरीबों, महिलाओं की चिंता की। बीजेपी की सरकार गरीबों के कल्याण पर विचार करती है। कांग्रेस ने केवल गरीबी हटाओ का नारा दिया। हमने गरीब कल्याण की योजनाएं बनाकर गरीबी दूर करने की कोशिश की।

कैलाश विजयवर्गीय ने गाया - ये देश है वीर जवानों का....

कैलाश विजयवर्गीय ने जब मंच से 'ये देश है वीर जवानों का' गाना गाया तो वहां मौजूद बीजेपी के कार्यकर्ता झूम उठे।

कैलाश विजयवर्गीय ने जब मंच से 'ये देश है वीर जवानों का' गाना गाया तो वहां मौजूद बीजेपी के कार्यकर्ता झूम उठे।

एमपी में चुनाव का आगाज हो चुका: तोमर

बीजेपी चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अमित शाह का आना बता रहा हैं कि एमपी में चुनाव का आगाज हो चुका है। आज चुनाव की तैयारी का शुभारंभ हो रहा है। बीजेपी की कार्यकर्ता उसकी ताकत है।

केंद्र और राज्य दोनों जगह बीजेपी की सरकार है। 2003 से पहले मध्यप्रदेश की स्थिति को लोग अब भी नहीं भूले। आज मध्यप्रदेश विकास करता दिख रहा है। एक समय था जब केंद्र में हमारी सरकार नहीं होती थी, तो विकास का काम प्रदेश में बीजेपी सरकार को अकेले करना पड़ता था। केंद्र का सहयोग नहीं मिलता था। लेकिन मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद एमपी में डबल इंजन की सरकार लगातार विकास कर रही है।

बीजेपी ने कभी भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया। बीजेपी की प्राथमिकता सुशासन और जनता के हित के काम है। 2023 का चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है। पिछले चुनाव में हमें वोट ज्यादा मिले, लेकिन दो-चार सीटें कम रह गई थी। इसलिए कुछ समय के लिए कांग्रेस की सरकार बन गई थी। जिसने जमकर भ्रष्टाचार किया। आज फिर बीजेपी की सरकार है। जिसने जनकल्याण की योजनाओं को बहाल किया।

मंच पर बीजेपी के सभी सीनियर नेता मौजूद रहे

बीजेपी चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश बीजेपी के चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, बीजेपी महासचिव कैलाश विजवयर्गीय, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत कई नेता मंच पर मौजूद रहे।

शाह ने जानापाव के जानकेश्वर मंदिर में किया जलाभिषेक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इंदौर के जानापाव में जानकेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। साथ ही नवनिर्मित परशुराम मंदिर में भी पूजा-अर्चना की। उनके साथ सीएम शिवराज सिंह और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद रहे। शाह इंदौर एयरपोर्ट से सीधे जानापाव पहुंचे थे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जानापाव में जानकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। साथ ही नवनिर्मित परशुराम मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जानापाव में जानकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। साथ ही नवनिर्मित परशुराम मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।

इंदौर एयरपोर्ट पर शाह की अगवानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भूपेंद्र सिंह ने की।

इंदौर एयरपोर्ट पर शाह की अगवानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भूपेंद्र सिंह ने की।

इंदौर के कनकेश्वरी गरबा मैदान में विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय।

इंदौर के कनकेश्वरी गरबा मैदान में विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन के मंच पर नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय।

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कमलनाथ बोले-अभी मैं बूढ़ा नहीं, जवान हूं...

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, राज्यसभा सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कन्हैया कुमार रविवार सुबह इंदौर पहुंचे। यहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आदिवासी युवा महापंचायत को सभी नेताओं ने संबोधित किया। इस दौरान कन्हैया कुमार ने युवाओं में जोश भरते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा।​​​ पूरी खबर यहां पढ़ें​​​​

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Weather: दिल्ली-NCR में बारिश से मौसम हुआ सुहाना, जानें कैसा रहेगा आज का हाल, रिपोर्ट पढ़कर बनाएं प्लान - अमर उजाला

mausam ki jankari Meteorological Department predicted light rain in Delhi-NCR on Sunday

दिल्ली में बारिश से कई जगह लगा जाम - फोटो : अमर उजाला

विस्तार

दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार रात हुई बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। शनिवार को तापमान में तीन डिग्री की गिरावट हुई। उमस से भी कुछ राहत मिली। रविवार को भी हल्की बारिश के आसार हैं। वहीं, अगले सप्ताह तेज बारिश की संभावना नहीं है और तापमान में भी बढ़ोतरी होगी। तापमान 35 डिग्री से अधिक पहुंच जाएगा।

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Weather: दिल्ली-NCR में बारिश से मौसम हुआ सुहाना, जानें कैसा रहेगा आज का हाल, रिपोर्ट पढ़कर बनाएं प्लान - अमर उजाला
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Saturday, July 29, 2023

International Tiger Day 2023: टाइगर की दहाड़... 50 वर्षों में 268 से बढ़कर 3,167 हुई बाघों की संख्या, टॉप पर मध्य प्रदेश - Aaj Tak

दुनियाभर में आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है. हर साल 29 जुलाई को यह दिन बाघों की लगातार घटती आबादी पर नियंत्रण करने और लोगों को जागरूक करने के लिए इसे मनाया जाता है. भारत के लिए यह दिन इसलिए भी खास होता है क्योंकि टाइगर यानी बाघ देश का राष्ट्रीय पशु भी है. एक समय ऐसा था जब देश में बाघों की संख्या घटकर महज 268 रह गई थी. हालांकि सरकारों के तमाम प्रयासों का ही परिणाम है कि 2022 की गणना में देश में बाघों की संख्या अब 3167 हो चुकी है, जो कि वैश्विक संख्या का लगभग 75 प्रतिशत है. इससे पहले 2018 में ये संख्या 2967 थी. यानी पिछले चार सालों में 200 बाघ बढ़े हैं.

दरअसल, भारत में करीब 50 साल पहले 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत हुई थी. तब देश में बाघों की संख्या केवल 268 थी. इस प्रोजेक्ट का ही परिणाम है कि देश में इस खूबसूरत दुलर्भ जीव की संख्या तेजी से बढ़ रही है. एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, 1973 में 18,278 वर्ग किमी जमीन पर 9 टाइगर रिजर्व की प्रारंभिक संख्या बढ़कर अब 53 हो गई है, जो कुल 75,796.83 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हैं. ये देश के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 2.3 प्रतिशत है. आंकड़ों पर नजर डालें तो देश में 2018 में संख्या 2967, 2014 में 2226, 2010 में 1706 तो 2006 में 1411 थी. 

बाघ

मध्य प्रदेश में हैं सबसे ज्यादा बाघ

मध्य प्रदेश इस दौड़ में सबसे आगे है और इसका टाइगर स्टेट का दर्जा बरकरार है. कारण, 2022 की गणना में एमपी में 785 बाघ पाए गए हैं, जो देश के किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है. इसके बाद लिस्ट में कर्नाटक 563 बाघों के साथ दूसरे स्थान पर, उत्तराखंड 560 के साथ तीसरे और महाराष्ट्र 444 बाघों के साथ चौथे स्थान पर शामिल हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश में पिछले 4 वर्षों में बाघों की संख्या में बड़ा उछाल आया है. 2018 की गणना में 526 बाघ पाए गए थे. यानी चार वर्षों में 259 बाघ बढ़ गए हैं. सबसे ज्यादा बाघ बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क में हैं.

सीएम शिवराज ने लोगों को दी बधाई

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या 2018 में 526 से बढ़कर 2022 में 785 हो गई. उन्होंने कहा, "यह बहुत खुशी की बात है कि हमारे राज्य के लोगों के सहयोग और वन विभाग के अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप, चार वर्षों में हमारे राज्य में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है.".

इस सफलता के लिए राज्य के लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने आगे कहा, "आइए हम सब मिलकर अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर भावी पीढ़ियों के लिए प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लें."

बाघ

मध्य प्रदेश और कर्नाटक में रही है नंबर वन की दौड़

बता दें कि 2006 में राज्य में बाघों की संख्या 300 थी, लेकिन 2010 में कर्नाटक 300 के आंकड़े के साथ सबसे अधिक बाघों के मामले में नंबर एक पर आ गया था. जबकि मध्य प्रदेश में संख्या 300 के मुकाबले घटकर 257 रह गई थी. 2014 में, कर्नाटक में 406 बाघ दर्ज किए गए, जबकि एमपी में 300 बाघ पाए गए थे. लेकिन इसके बाद मध्य प्रदेश में बाघों की आबादी तेजी बढ़ी और 2018 में कर्नाटक में 524 के मुकाबले 526 बड़ी बिल्लियों के साथ शीर्ष स्थान हासिल कर लिया.

टाइगर कॉरिडोर में लैंड यूज चेंज कराना आसान नहीं

प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्षों पर एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने यह सुनिश्चित किया है कि टाइगर कोरिडॉर में किसी भी तरह से लैंड यूज बदलने से इसमें किसी भी तरह की बाधा प्रभाव की संभावना हो सकती है. इसके लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमोदन की आवश्यकता होती है. लेकिन कई बाधाएं अब भी बनी हुई हैं. 

उदाहरण के लिए, केन-बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट को दिसंबर 2021 में केंद्र द्वारा मंजूरी मिलने से बहुत पहले ही पर्यावरण कार्यकर्ताओं और संगठनों के गुस्से का सामना करना पड़ा है. कारण, जल संसाधन मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के मुताबिक, दावा किया गया है कि प्रोजेक्ट के एक हिस्से के रूप में बनाया गया दौधन बांध पन्ना टाइगर रिजर्व की 4,141 हेक्टेयर भूमि पानी से डूब जाएगी. 

बाघ

आखिर क्या है प्रोजेक्ट टाइगर? 

बाघों की घटती आबादी को संरक्षण देने के लिए 1 अप्रैल 1973 को भारत में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया. शुरुआत में इस योजना में 18,278 वर्ग किमी में फैले 9 टाइगर रिजर्व को शामिल किया गया. पिछले 50 सालों में इस योजना का विस्तार हुआ और आज इनकी संख्या बढ़कर 53 हो गई है. ये 53 टाइगर रिजर्व 75,500 वर्ग किमी में फैले हैं. इंदिरा गांधी सरकार में शुरू हुए प्रोजेक्ट टाइगर के पहले निदेशक का जिम्मा कैलाश सांखला ने संभाला था. कैलाश को 'द टाइगर मैन ऑफ इंडिया' भी कहा जाता है. बाघों के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए ही उन्हें प्रोजेक्ट टाइगर का पहला निदेशक बनाया गया था.

(इनपुट: रवीश पाल)

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मणिपुर हिंसा में चीन का हाथ? पूर्व आर्मी चीफ नरवणे के बयान से खलबली - प्रभात खबर - Prabhat Khabar

पूर्व सेना प्रमुख ने मणिपुर हिंसा में चीन का हाथ होने का दिया संकेत

जनरल (रिटायर्ड) नरवणे ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों में अस्थिरता देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने मणिपुर में विभिन्न विद्रोही संगठनों को चीन की ओर से दी जा रही सहायता का भी उल्लेख किया. पूर्व सेना प्रमुख ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में 'राष्ट्रीय सुरक्षा परिप्रेक्ष्य' विषय पर आयोजित एक चर्चा के दौरान मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, मैं कहता हूं कि इसमें न केवल विदेशी एजेंसियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है, बल्कि मैं कहूंगा कि वे निश्चित रूप से इसमें शामिल हैं, खासकर विभिन्न विद्रोही समूहों को मिल रही चीनी सहायता. पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि चीन कई वर्षों से इन विद्रोही समूहों की मदद कर रहा है और अब भी ऐसा करना जारी रखेगा.

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Muharram 2023: श्रीनगर में करीब 30 साल बाद निकला मुहर्रम का जुलूस, एलजी मनोज सिन्हा हुए शामिल - Aaj Tak

Muharram 2023: श्रीनगर में करीब 30 साल बाद निकला मुहर्रम का जुलूस, एलजी मनोज सिन्हा हुए शामिल

श्रीनगर में पूरे 30 साल के बाद मुहर्रम के ताजिए निकाले गए. बड़ी तादाद में लोगों ने इसमें शिरकत की. खुद जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा भी ताजिए में शामिल हुए. ये बदलते कश्मीर की तस्वीर है जो बता रही है कि वहां हालात तेजी से बदल रहे हैं. देखें ये वीडियो.

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Rajasthan Election 2023: जेपी नड्डा की टीम में बंसल, राजस्थान में शुरू हुई एक नई चर्चा, किसे आगे - ABP न्यूज़

Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधान सभा चुनाव है और ऐसे में जेपी नड्ढा (JP Nadda ) ने दो महिला नेत्रियों को अपनी टीम में जगह दी है. इन दोनों नेत्रियों को क्यों जगह मिली है इसके अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि, इन दोनों नेत्रियों को टीम में रिपीट किया है. वहीं राजस्थान से इस बार सुनील बंसल को रखा गया है. सुनील बंसल को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है.

रोचक बात यह है कि जारी हुई नई लिस्ट में कोटपूतली के मूलत: निवासी सुनील बंसल (Sunil Bansal) को राजस्थान का दिखाया गया है. इसे लेकर यहां की सियात में कई चर्चाएं हैं. वहीं इस लिस्ट में शामिल वसुंधरा राजे (Vasundhra Raje) और अलका गुर्जर (Alka Gurjar) राजस्थान की राजनीति की बड़ी 'खिलाड़ी' हैं. क्या इन्हें आने वाले चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी यह अभी भी साफ नहीं है. वहींं आज जयपुर में वसुंधरा राजे की जेपी नड्डा से मुलाकात हुई है.

सुनील बंसल के नाम पर चर्चा?

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री को क्या राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी तो नहीं है. क्योंकि, इसके पहले सुनील बंसल के राज्य के आगे राजस्थान नहीं लिखा जाता रहा है. हालांकि, उन्हें कई बड़ी जिम्मेदारी दी जा चुकी है. कई राज्यों के प्रभारी हैं. उसके साथ ही साथ यूपी में उनके किये कार्यों की चर्चा खूब हुई है. अब राजस्थान चुनाव से पहले उनके नाम की चर्चा तेज हो गई है. सूत्र बता रहे हैं कि बंसल के राजस्थान में दौरे शुरू हो सकते हैं. 

क्या है पार्टी का संकेत?

पूर्वी राजस्थान को लेकर भाजपा अलर्ट है. उस क्षेत्र के सभी नेताओं को कुछ न कुछ बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है. पिछले दिनों किरोड़ी लाल मीणा को राष्ट्रीय  कार्यकारिणी में जगह दी गई है. अब अल्का गुर्जर को फिर से रिपीट करके के एक और सन्देश दिया है. राजस्थान भाजपा संगठन में जल्द ही कुछ और बड़े बदलाव होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. 

अल्का गुर्जर ने कही ये बात 

अल्का गुर्जर ने ट्वीट किया है कि भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई एंव शुभकामनाएं. पुनः मुझे राष्ट्रीय सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के लिए शीर्ष नेतृत्व का कोटि कोटि आभार. 

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Friday, July 28, 2023

मणिपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली: I.N.D.I.A. के 20 सांसद मणिपुर जाएंगे, SC के रिटायर्ड जज से जा... - Dainik Bhaskar

नई दिल्ली3 घंटे पहले

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मणिपुर हिंसा को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। 4 मई को यहां कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना हुई थी, जिसका वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ। - Dainik Bhaskar

मणिपुर हिंसा को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। 4 मई को यहां कांगपोकपी जिले में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना हुई थी, जिसका वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ।

विपक्षी पार्टियों के दल I.N.D.I.A. के 20 सांसद इसी हफ्ते वीकेंड पर मणिपुर जा रहे हैं। ये लोग राज्य में हालात का जायजा लेंगे और वहां से लौटकर सरकार और संसद से मणिपुर समस्या के हल को लेकर सिफारिश करेंगे।

वहीं, सांसदों के दल के दल के मणिपुर जाने से पहले लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने मणिपुर मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराने की मांग की है। गोगोई के मुताबिक- भाजपा चाहती है कि मणिपुर में सब अच्छा-अच्छा ही दिखाया जाए, लेकिन वहां लगातार हिंसा हो रही है। इसलिए हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जांच करें कि कैसे वहां राज्य सरकार नाकाम रही। वहां लोगों को इतनी तादाद में हथियार कहां से मिले और प्रशासन क्या कर रहा है।

ये 20 सांसद जा रहे मणिपुर

  • अधीर रंजन चौधरी- कांग्रेस
  • गौरव गोगोई- कांग्रेस
  • सुष्मिता देव- टीएमसी
  • महुआ माझी- जेएमएम
  • कनिमोझी- डीएमके
  • मोहम्मद फैजल- एनसीपी
  • जयंत चौधरी- आरएलडी
  • मनोज कुमार झा- आरजेडी
  • एनके प्रेमचंद्रन- आरएसपी
  • टी थिरुमावलन- वीसीके
  • राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह- जेडीयू
  • अनील प्रसाद हेगड़े- जेडीयू
  • एए रहीम- सीपीआई-एम
  • संतोष कुमार- सीपीआई
  • जावेद अली खान- सपा
  • ईटी मोहम्मद बशीर- आईएमएल
  • सुशील गुप्ता- आप
  • अरविंद सावंत- शिवसेना (उद्धव गुट)
  • डी रविकुमार- डीएमके
  • फूलो देवी नेताम- कांग्रेस

सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर मामले की सुनवाई टली

इस बीच, मणिपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (28 जुलाई) को होने वाली सुनवाई टल गई है। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच को करनी थी, लेकिन वे तबीयत खराब होने के चलते कोर्ट नहीं आए। इस वजह से जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच के सामने लंबित मामलों की सुनवाई आज नहीं हुई।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार (27 जुलाई) को सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दाखिल कर बताया कि मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले की जांच CBI को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय ने कोर्ट से इस मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर ट्रांसफर करने की अपील की है।

इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना का वीडियो जिस मोबाइल से बनाया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने CBI को मोबाइल सौंप दिया है। वीडियो शूट करने वाले शख्स को भी अरेस्ट कर लिया गया है।

मणिपुर हिंसा को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग प्रदर्शन हो रहे हैं। यह तस्वीर गुवाहाटी की है।

मणिपुर हिंसा को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग प्रदर्शन हो रहे हैं। यह तस्वीर गुवाहाटी की है।

सुप्रीम कोर्ट में पहले हुई सुनवाइयों के दौरान सुप्रीम कोर्ट की 3 टिप्पणियां

1. महिलाओं को निर्वस्त्र करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- सरकार एक्शन ले, वरना हम लेंगे
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 20 जुलाई को कहा था- वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हुए हैं। हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए। अगर वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे।

2. केंद्र सरकार से SC ने सवाल किया था- अपराधियों के खिलाफ अब तक क्या कदम उठाए
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से पूछा है कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं। CJI ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है।

3. याचिकाकर्ताओं से सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हमारे पास ठोस समाधान लेकर आइए
सुप्रीम कोर्ट ने 10 जुलाई को भी मणिपुर केस पर सुनवाई की थी। मणिपुर ट्राइबल फोरम दिल्ली के एडवोकेट कोलिन गोंजाल्वेज ने कहा था कि केंद्र सरकार ने पिछली सुनवाई में हिंसा रोकने का भरोसा दिया था। मई में 10 मौतें हुई थीं, संख्या 110 पहुंच गई। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- आपके अविश्वास के बावजूद हम राज्य की कानून-व्यवस्था अपने हाथ में नहीं ले सकते हैं। यह राज्य और केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। आप हमारे पास ठोस समाधान लेकर आइए।

एक और याचिका दायर: मणिपुर मामले को लेकर 27 जुलाई में सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दाखिल की गई। इस पर बेंच ने याचिकाकर्ता से पूछा कि अदालत में पहले से ही इस मुद्दे पर गौर किया जा रहा है तो एक और याचिका की क्या जरूरत है।

उधर, दिल्ली के जंतर-मंतर पर शुक्रवार को कुकी समुदाय की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। वे मणिपुर के पहाड़ी जिलों में रहने वाली आदिवासी आबादी के लिए अलग प्रशासन की मांग कर रही हैं। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने 'अलग प्रशासन ही एकमात्र समाधान है' लिखी टी-शर्ट पहन रखी थीं। वहीं, कुछ महिलाएं पारंपरिक कपड़ों में भी नजर आईं।

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मणिपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली: I.N.D.I.A. के 20 सांसद मणिपुर जाएंगे, SC के रिटायर्ड जज से जा... - Dainik Bhaskar
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कर्नाटक के राज्यपाल को लिए बगैर एयरएशिया के विमान ने भरी उड़ान, विमानन कंपनी के खिलाफ केस दर्ज - Aaj Tak

एयरएशिया की फ्लाइट ने गुरुवार को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत को लिए बगैर ही केंपेगौड़ा एयरपोर्ट (केआईए) से उड़ान भर दी. राजभवन का आरोप है कि राज्यपाल समय से फ्लाइट पर पहुंच गए थे, इसके बावजूद उन्हें फ्लाइट में नहीं बैठने दिया गया. राज्यपाल ने अपने प्रोटोकॉल अधिकारियों से एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने को कहा है. 

इस मामले में राज्यपाल थावरचंद गहलोत के प्रोटोकॉल ऑफिसर ने विमानन कंपनी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. आरोप है कि एयरएशिया इंडिया की उड़ान में क्रू मेंबर्स ने राज्यपाल थावर चंद गहलोत को चढ़ने की अनुमति नहीं दी. विमान ने एयरपोर्ट से दोपहर करीब 2:05 बजे हैदराबाद के लिए उड़ान भरी. 

राज्यपाल को कराया गया इंतजार- राजभवन

राजभवन के प्रोटोकॉल ऑफिसर वेणुगोपाल ने आजतक से बातचीत में बताया कि राज्यपाल एयरपोर्ट पर करीब 1.35 बजे पहुंच गए थे. प्रोटोकॉल के अनुसार, उनके पास Z+ श्रेणी की सुरक्षा है. ऐसे में उन्हें विमान में सबसे आखिरी में चढ़ना था. उन्होंने बताया कि वे विमान के पास गए और सामान ग्राउंड हैंडलर को सौंप दिया. टर्मिनल 1 से विमान तक पहुंचने में समय लगता है. राज्यपाल 2:06 बजे फ्लाइट पर पहुंचे, जबकि फ्लाइट के उड़ान भरने का निर्धारित समय 2:05 था. हालांकि, विमान के गेट खुले थे. इसके बावजूद तमाम अनुरोधों के बाद उन्हें फ्लाइट में नहीं बैठने दिया गया. 

उन्होंने बताया कि राज्यपाल को 10 मिनट तक इंतजार कराया गया. इसके बाद फ्लाइट ने 2:27 बजे उड़ान भरी. देवनहल्ली पुलिस स्टेशन में एयरलाइन के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई गई है. राज्यपाल गहलोत को एयरएशिया की फ्लाइट से हैदराबाद जाना था. यहां से उन्हें एक दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए सड़क मार्ग से रायचूर जाना था. 

एयरएशिया ने विवाद पर कही ये बात

इस विवाद के बाद एयरएशिया ने कहा, हमें इस घटना पर गहरा अफसोस है. जांच कराई जा रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी. एयरलाइन की सीनियर टीम इस मामले में राजभवन के संपर्क में है. व्यावसायिकता के उच्चतम मानकों और प्रोटोकॉल के पालन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट बनी हुई है, और हम राज्यपाल दफ्तर के साथ अपने संबंधों को गहराई से महत्व देते हैं.

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Thursday, July 27, 2023

PM In Rajkot पूर्ववर्ती सरकार होती तो 300 रुपये लीटर मिलता दूध INDIA नाम को लेकर विपक्षियों पर बरसे पीएम.. - दैनिक जागरण (Dainik Jagran)

PM Modi In Rajkot प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राजकोट के रेस कोर्स ग्राउंड में नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि आज राजकोट के साथ-साथ पूरे गुजरात और सौराष्ट्र के लिए बड़ा दिन है। उन्होंने कहा कि हम सुशासन की गारंटी देकर आए हैं।

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मणिपुर पर संसद में हंगामा, विपक्ष काले कपड़े में पहुंचा: लोकसभा 2 बजे तक स्थगित, राज्‍यसभा में मोदी वर्सेज I... - Dainik Bhaskar

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  • Narendra Modi; Parliament Manipur Violence LIVE Update | Nirmala Sitharaman S Jaishankar, Mallikarjun Kharge   No Confidence Motion

नई दिल्ली3 मिनट पहले

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यह फुटेज राज्यसभा का है। छठवें दिन गुरुवार को विपक्ष और NDA के सांसदों ने जमकर नारेबाजी की। - Dainik Bhaskar

यह फुटेज राज्यसभा का है। छठवें दिन गुरुवार को विपक्ष और NDA के सांसदों ने जमकर नारेबाजी की।

मणिपुर हिंसा पर गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा शुरू होते ही विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। जिसके कारण सिर्फ 6 मिनट बाद ही स्पीकर ओम बिड़ला को कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर पहुंचे और प्रधानमंत्री सदन में आओ, सदन में आके कुछ तो बोलो, प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो... जैसे नारे लगाते देखे गए। यह देख NDA के सांसद मोदी...मोदी... के नारे लगाने लगे, तो विपक्ष ने I.N.D.I.A... I.N.D.I.A के नारे लगाए।

नारेबाजी के बीच पहले राज्यसभा 12 बजे तक और उसके बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सभी सांसद सुबह मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर विरोध जताने काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे।

I.N.D.I.A के सांसदों की गुरुवार सुबह 10.30 बजे पार्लियामेंट में बैठक हुई। इसमें सरकार को घेरने के लिए आगे की रणनीति पर विचार किया गया।

I.N.D.I.A के सांसदों की गुरुवार सुबह 10.30 बजे पार्लियामेंट में बैठक हुई। इसमें सरकार को घेरने के लिए आगे की रणनीति पर विचार किया गया।

लोकसभा स्‍पीकर ने विपक्षी सदस्‍यों को फटकारा
लोकसभा में हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्‍यों को लोकसभा स्‍पीकर ओम बिड़ला ने कड़ी फटकार लगाई। स्‍पीकर ने कहा कि पूरा देश देख रहा है, आपके उसके सामने कैसा उदाहरण पेश करना चाहते हैं। हंगामा न रुकता देख स्‍पीकर ने सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्‍थगित कर दिया।

राज्‍यसभा में मोदी Vs I.N.D.I.A नारे लगे
राज्यसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। राज्‍यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर जब बयान दे रहे थे। विपक्षी सदस्‍यों की नारेबाजी के जवाब में ‌BJP सांसदों ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाने शुरू किए। थोड़ी ही देर में विपक्ष 'I.N.D.I.A,I.N.D.I.A' के नारे लगाने लगा। शोर की वजह से विदेशी मंत्री की आवाज समझ में ही नहीं आ रही थी।

शोर ना थमता देख सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को 12 बजे तक स्थगित कर दिया।

मानसून सत्र का आज छठा दिन... फोटोज में देखें क्या हुआ

I.N.D.I.A गठबंधबन की बैठक में कांग्रेस, TMC और अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए।

I.N.D.I.A गठबंधबन की बैठक में कांग्रेस, TMC और अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए।

यह फोटो कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और आप नेता संजय सिंह की है। दोनों गुरुवार को काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे थे।

यह फोटो कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और आप नेता संजय सिंह की है। दोनों गुरुवार को काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे थे।

मणिपुर मुद्दे पर विरोध स्वरूप काली पोशाक में शिव सेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी, जेएमएम सांसद महुआ माजी, टीएमसी सांसद डोला सेन, कांग्रेस सांसद जेबी माथेर।

मणिपुर मुद्दे पर विरोध स्वरूप काली पोशाक में शिव सेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी, जेएमएम सांसद महुआ माजी, टीएमसी सांसद डोला सेन, कांग्रेस सांसद जेबी माथेर।

राज्यसभा से निलंबित आप सांसद संजय सिंह के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद पी. चिदंबरम, टीएमसी सांसद डोला सेन। चिदंबरम ने विरोध में काली पट्‌टी लगाई।

राज्यसभा से निलंबित आप सांसद संजय सिंह के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद पी. चिदंबरम, टीएमसी सांसद डोला सेन। चिदंबरम ने विरोध में काली पट्‌टी लगाई।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी संजय यादव से मुलाकात की।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी संजय यादव से मुलाकात की।

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद फारूक अब्दुल्ला ने भी आप सांसद संजय सिंह से मुलाकात की।

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद फारूक अब्दुल्ला ने भी आप सांसद संजय सिंह से मुलाकात की।

संसद के मानसून सत्र के अपडेट्‌स...

  • सपा नेता, राम गोपाल यादव ने कहा, 'कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होगा... हर कोई काले कपड़े पहनेगा या अपनी बांह पर काला कपड़ा बांधेगा... हम चिंतित हैं क्योंकि मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती है, जहां सैन्य शासन है और आतंकवादियों को पनाह देता है।'
  • कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा, 'हमारी मांग थी कि PM खुद आकर बोलें। पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं। हमें मजबूरन अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। ये हमारी मजबूरी है। हम जानते हैं कि इससे सरकार नहीं गिरेगी।
  • जनता दल (U) ने राज्यसभा में अपने सांसदों को दिल्ली सेवाओं पर केंद्र के विधेयक के खिलाफ वोटिंग करने के राज्यसभा में मौजूद रहे व्हिप जारी किया है।
  • कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भारत-चीन बॉर्डर के हालात पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
  • न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने राज्यसभा में होने वाली बिजनेस एडवायजरी कमेटी (BAC) की बैठक का बॉयकॉट कर सकता है।

कांग्रेस ने पेश किया नो-कॉन्फिडेंस मोशन
मानसून सत्र के पांचवें दिन 26 जुलाई को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय, सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे।

मोदी की भविष्यवाणी वाला 2018 का बयान वायरल

सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भविष्यवाणी PM मोदी ने 5 साल पहले ही कर दी थी।

सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भविष्यवाणी PM मोदी ने 5 साल पहले ही कर दी थी।

सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भविष्यवाणी PM मोदी ने 5 साल पहले ही कर दी थी। दरअसल, 2018 में जब संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, तब लोकसभा में जवाब देते हुए PM मोदी ने कहा था, "मैं आपको शुभकामनाएं देना चाहता हूं कि आप इतनी तैयारी करें कि आपको 2023 में फिर से अविश्वास लाने का मौका मिले।"

अविश्वास प्रस्ताव से जुड़ी वे बातें जो आप जानना चाहते हैं....

1. अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे विपक्ष का मकसद क्या है
विपक्ष जानता है कि सरकार सदन में आसानी से बहुमत साबित कर देगी, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव मंजूरी के बाद प्रधानमंत्री का भाषण भी होगा। यानी बहस के दौरान मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरकर वे धारणा की लड़ाई जीत लेंगे।

हालांकि, सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर की स्थिति पर बहस का जवाब देंगे।

2. प्रस्ताव को 50 सांसदों ने समर्थन दिया, ये आंकड़ा जरूरी था
कांग्रेस जो अविश्वास प्रस्ताव लाई, उसे 50 सांसदों का समर्थन मिला। यह आंकड़ा रूल्स ऑफ प्रोसीजर एंड कंडक्ट ऑफ लोकसभा के रूल 198 के तहत आता है। इसके पहले अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले को सुबह 10 बजे लिखित सूचना देनी होती है। जिसे अध्यक्ष सदन में पढ़ते हैं। समर्थन मिलने के बाद अध्यक्ष बहस की तारीख बताते हैं। यानी प्रस्ताव स्वीकृत होने के 10 दिन के अंदर बहस होगी।

अगर ऐसा नहीं होता, तो प्रस्ताव फेल हो जाता है और इसे लाने वाले सदस्य को इसी सूचना दे दी जाती है। वहीं दूसरी तरफ अगर सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाती तो उसे इस्तीफा देना पड़ता है।

3. लोकसभा में क्या है सरकार की मौजूदा स्थिति
लोकसभा में वर्तमान में 543 सीटें हैं। जिनमें से पांच खाली हैं। अभी लोकसभा में NDA के 335 सांसद हैं। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के 140 से ज्यादा सांसद हैं। वहीं 60 से सांसद उन पार्टियों के हैं जो न तो NDA से जुड़े हैं न I.N.D.I.A से।

मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव 20 जुलाई 2018 को आया था। तब सरकार को 325, विपक्ष को 126 वोट मिले थे।

पहला अविश्वास प्रस्ताव नेहरू सरकार के खिलाफ 1963 में जेबी कृपलानी लाए थे। तब से अब तक 26 बार अविश्वास प्रस्ताव लाए जा चुके हैं।

केंद्र सरकार मानसून सत्र में 31 बिल लाएगी, सत्र में 17 बैठकें होंगी
मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 17 बैठकें होंगी। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 31 बिल ला रही है। इनमें 21 नए बिल हैं, वहीं 10 बिल पहले संसद में किसी एक सदन में पेश हो चुके हैं। उन पर चर्चा होगी। सबसे ज्यादा चर्चित बिल दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा अध्यादेश है।

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Wednesday, July 26, 2023

Haryana Politics: 'हिंदुओं को मोपला की तरह मरवा देंगे...', VHP ने कांग्रेस से पूछा- 'क्या केरल में - ABP न्यूज़

Haryana News: विश्व हिंदू परिषद (VHP) के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. दरअसल, सुरेंद्र जैन ने कहा कि, क्या केरल में कांग्रेस ने मुस्लिम लीग से इसलिए ही गठजोड़ किया है ताकि, केरल में मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं को मोपला नरसंहार की तरह ही मरवाया जा सके. केरल के मुस्लिम जिहादियों द्वारा कहा जा रहा है कि, हिन्दुओं को मोपला की तरह ही मार देंगे. हिन्दू समाज कभी भी इस तरह की हरकतों को बर्दास्त नहीं करने वाली है.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, उत्तरी केरल जिले में एक मार्च के दौरान कथित रूप से उत्तेजक नारे लगाने के आरोप में 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से ज्यादातर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की युवा शाखा के सदस्य हैं. इनपर उत्तरी केरल जिले में एक मार्च के दौरान कथित रूप से उत्तेजक नारे लगाने का आरोप है. पुलिस ने आगे बताया कि मणिपुर में हिंसा पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए मंगलवार को कान्हांगड (Kanhangad) के पास यूथ लीग द्वारा आयोजित एक मार्च के दौरान ये नारे लगाए गए थे.

300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

होसदुर्ग पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि बीजेपी कान्हांगड मंडल अध्यक्ष की शिकायत के आधार पर यूथ लीग मार्च में भाग लेने वाले 300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन लोगों पर आईपीसी की धारा 153ए के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करने से संबंधित है.

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शाह की चिट्‌ठी पर खड़गे का जवाब: PM ने हमें आतंकियों से जोड़ा, उसी दिन गृह मंत्री ने सहयोग मांगा; आपकी कथनी... - Dainik Bhaskar

नई दिल्ली4 घंटे पहले

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गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता को चिट्ठी लिखकर कहा है कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को भी सहयोग करना होगा। - Dainik Bhaskar

गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेता को चिट्ठी लिखकर कहा है कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को भी सहयोग करना होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह के 25 जुलाई के पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है।

खड़गे ने लिखा- अमित शाह जी, जिस दिन पीएम ने विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकवादी दल से जोड़ा, उसी दिन गृहमंत्री ने भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैया अपनाने को कहा।

दरअसल, शाह ने मंगलवार को खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को पत्र लिखकर कहा था कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए विपक्ष को अनुकूल माहौल बनाना होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में अपने चैंबर में I.N.D.I.A गठबंधन नेताओं के साथ बैठक की।

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में अपने चैंबर में I.N.D.I.A गठबंधन नेताओं के साथ बैठक की।

खड़गे की चिट्‌ठी के प्रमुख अंश...

1. सरकार की कथनी-करनी में फर्क
खड़गे ने लिखा कि अमित शाह जी, आपका 25 जुलाई का पत्र तथ्यों से उलट है। मणिपुर की स्थिति पर INDIA अलायंस की पार्टियां PM से मांग कर रही हैं कि वे संसद को संबोधित करें, ताकि इस पर चर्चा हो सके, लेकिन आपके पत्र की भावनाओं में और आपकी करनी में जमीन आसमान का फर्क है। सदन में आपकी सरकार का रवैया असंवेदनशील और मनमाना रहा है।

2. छोटी घटनाओं पर सांसदों को सत्र से निलंबित करना नियमों के खिलाफ
खड़गे ने कहा कि छोटी घटनाओं को बड़ा बनाकर सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। हम रोज बहस का नोटिस देते हैं, लेकिन सत्तापक्ष के लोग सदन की कार्यवाही नहीं चलने देते हैं। संसद की कार्यवाही को लेकर अब तक निराशा ही हाथ लगी है।

3. पीएम का हमें आतंकी दल से जोड़ना और दिशाहीन बताना दुर्भाग्यपूर्ण
खड़गे ने कहा कि जिस दिन पीएम ने देश के विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकी दल से जोड़ा, उसी दिन आपने भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैये की अपेक्षा की। PM का विपक्षी दलों को दिशाहीन बताना बेतुका ही नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है।

4. पक्ष-विपक्ष दोनों का आचरण इतिहास में दर्ज होता है
खड़गे ने लिखा कि लंबे समय तक सरकार चलाने के बाद हम जानते हैं कि इतिहास के पन्नों में पक्ष और विपक्ष दोनों का आचरण दर्ज होता है। हमारी जवाबदेही मौजूदा पीढ़ी के साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। सत्र के दौरान रोज़ सरकार और विपक्ष का आचरण सदन के सामने रहता है आज भी रहेगा। आपकी कथनी और करनी में कितनी समानता रहेगी, यह विपक्ष समेत पूरा देश देखेगा।

बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सांसदों ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सांसदों ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

पीएम ने विपक्षी गठबंधन की तुलना इंडियन मुजाहिदीन से की थी
मंगलवार को PM मोदी की अध्यक्षता में भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई। इसमें PM ने विपक्षी गठबंधन के नाम I.N.D.I.A पर कहा- जो लोग सत्ता चाहते हैं और देश को तोड़ना चाहते हैं वो ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे नाम रख रहे हैं। इनमें भी इंडिया आता है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) में भी इंडिया नाम आता है, लेकिन लोग इससे गुमराह नहीं होंगे।

संसद में अब तक की कार्यवाही से जुड़ी खबरें पढ़ें...

20 जुलाई: मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर की घटना पर बोले मोदी- मन क्रोध से भरा

संसद शुरू होने से पहले PM मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाने के मामले पर कहा, मेरा हृदय आज पीड़ा से भरा है, क्रोध से भरा है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार होना पड़ा है। सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं।' पूरी खबर यहां पढ़ें...

21 जुलाई: दूसरे दिन भी मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया, 20 मिनट भी नहीं चली कार्यवाही
सत्र के दूसरे दिन लोकसभा की कार्यवाही कुल 19 मिनट, जबकि राज्यसभा की कार्यवाही 18 मिनट चली। दोनों सदनों को 24 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया। सुबह 11 बजे लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है। कुछ दल हैं जो सदन चलने नहीं देना चाहते। पूरी खबर यहां पढ़ें...

24 जुलाई: सत्र के तीसरे दिन AAP सांसद संजय सिंह सस्पेंड हुए; शाह बोले- सरकार चर्चा को तैयार

संसद में मानसून सत्र के तीसरे दिन मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर सभापति जगदीप धनखड़ से बहस कर रहे AAP सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र से सस्पेंड कर दिया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें...

25 जुलाई: सत्र के चौथे दिन विपक्ष ने शाह के भाषण पर मणिपुर-मणिपुर की नारेबाजी की, इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए

सत्र के चौथे दिन भी मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए। पूरी खबर यहां पढ़ें...

26 जुलाई: मणिपुर पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर

लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसे लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी। दोपहर 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। पूरी खबर यहां पढ़ें...

खबरें और भी हैं...

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शाह की चिट्‌ठी पर खड़गे का जवाब: PM ने हमें आतंकियों से जोड़ा, उसी दिन गृह मंत्री ने सहयोग मांगा; आपकी कथनी... - Dainik Bhaskar
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Tuesday, July 25, 2023

Kargil Vijay Diwas 2023: भारतीय सेना की जांबाजी ने कारगिल में पाकिस्तान को ऐसे चटाई थी धूल, 10 - ABP न्यूज़

भारत ने कई युद्ध लड़े हैं, इनमें भारतीय सेना के पराक्रम और जांबाजी के किस्से आज भी मशहूर हैं. ऐसा ही एक युद्ध 1999 में लड़ा गया था, जिसे कारगिल युद्ध के नाम से जाना जाता है. जब दुश्मन भारत की सीमा में घुस गया था और कई चोटियों पर उसका कब्जा था, तब भारतीय जवानों की हिम्मत और दिलेरी ने उसे खदेड़ने का काम किया. इस युद्ध में भारतीय सेना की जीत को हर साल 26 जुलाई को विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. आइए जानते हैं इस युद्ध से जुड़ी 10 अहम बातें... 

  1. जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में हर साल भारी बर्फबारी के चलते भारत और पाकिस्तान की सेनाएं चोटियों से नीचे आ जाती थीं, साल 1999 में भी ऐसा ही हुआ था. जब भारतीय सेना बर्फीली चोटियों से नीचे आ गई. उस वक्त पाकिस्तानी सेना ने इसका फायदा उठाते हुए भारतीय चोटियों की तरफ चढ़ाई शुरू कर दी. 
  2. मई 1999 तक पाकिस्तान की सेना ने कारगिल इलाके की कई चोटियों पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया. कुछ चरवाहों ने जब इसकी सूचना भारतीय सेना को दी तो सेना को इस बात का अंदाजा नहीं था कि वाकई में सैकड़ों की संख्या में पाकिस्तानी सैनिक कारगिल पहुंच चुके हैं. 
  3. भारतीय सेना को लगा कि कुछ आतंकी इस इलाके में घुसपैठ कर आए होंगे, इसकी पुष्टि करने के लिए सेना की तरफ से लेफ्टिनेंट सौरभ कालिया के नेतृत्व में एक टुकड़ी कारगिल की चोटी पर भेजी गई. सबसे पहले सौरभ कालिया ने ही पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ की पुख्ता सूचना भारतीय सेना को दी थी. 
  4. लेफ्टिनेंट सौरभ कालिया ने अपनी टुकड़ी के साथ दुश्मन से भिड़ने का फैसला किया, लेकिन उन्हें भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि दुश्मन इतनी तैयारी के साथ आया है. नतीजा ये रहा कि पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में टुकड़ी में शामिल जवान शहीद हो गए और सौरभ कालिया को पकड़ लिया गया. 
  5. लेफ्टिनेंट सौरभ कालिया को कई दिनों तक पाकिस्तानी सेना ने टॉर्चर किया और उनके शरीर को पूरी तरह से क्षत-विक्षत कर दिया. पाकिस्तानी सेना उनसे जानकारी चाहती थी, लेकिन सौरभ कालिया ने अपना मुंह नहीं खोला. उनकी आंखें तक निकाल दी गईं. कई दिनों तक टॉर्चर सहने के बाद आखिरकार कालिया देश के लिए शहीद हो गए. 
  6. सौरभ कालिया और उनके साथियों के साथ हुए इस बर्ताव के बाद भारतीय सैनिकों का खून खौल उठा, जंग की तैयारी शुरू हुई और अलग-अलग चोटियों पर फतह के लिए टीमें बनाईं गईं. 
  7. आखिरकार 3 मई 1999 को ऑपरेशन विजय की शुरुआत हुई. भारतीय सेना ने अलग-अलग जगह से कारगिल की चढ़ाई शुरू कर दी. ऊपर से हो रही गोलीबारी में पहले और दूसरे दिन ही भारतीय सेना के कई जवान शहीद हो गए. 
  8. सबसे बड़ी चुनौती ये थी कि दुश्मन हजारों फीट की ऊंचाई पर मौजूद था और उसके लिए नीचे से आ रही भारतीय सेना को निशाना बनाना काफी आसान था. यही वजह है कि भारतीय सेना को जंग की शुरुआत में काफी ज्यादा नुकसान हुआ. 
  9. इसके बाद भारतीय सेना ने रणनीति बदली और पीछे से सैनिकों को भेजा गया. कैप्टन विक्रम बत्रा, लेफ्टिनेंट मनोज पांडे, सूबेदार योगेंद्र सिंह यादव और कई बहादुर जवानों के चलते भारत ने कारगिल की तमाम बड़ी चोटियों पर कब्जा कर लिया. कई गोलियां खाने के बाद भी भारतीय सैनिक लगातार लड़ते रहे. भारतीय वायुसेना ने भी इस युद्ध में काफी अहम भूमिका निभाई. 
  10. करीब 60 दिनों तक चले इस युद्ध में करीब 500 भारतीय सैनिक शहीद हो गए, वहीं पाकिस्तान के 700 से ज्यादा सैनिकों को मौत के घाट उतारा गया. इसके अलावा सैकड़ों आतंकियों को भी ढेर किया गया. 26 जुलाई को भारत की जीत का ऐलान हुआ और कारगिल की चोटियों पर तिरंगे लहराने लगे. 

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कहीं आफत न बन जाए यह तूफान? ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी, इन राज्यों में IMD का रेड अलर्ट, जानें मौसम का... - News18 हिंदी

नई दिल्‍ली. बंगाल की खाड़ी में उपजे नए चक्रवाती तूफान के बीच मंगलवार को तटीय इलाकों को लेकर मौसम विभाग (IMD) की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है. तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में रेड व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है. यहां 28 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है. महाराष्‍ट्र के कुछ क्षेत्रों के लिए भी अलर्ट जारी हुआ है. लगातार तीन दिन से हो रही भारी बारिश को देखते हुए उपमुख्‍यमंत्री अजित पवार मीटिंग ले रहे हैं. मुंबई के लिए आज ऑरेंज अलर्ट जारी है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि एक चक्रवात बंगाल की खाड़ी में पश्चिम-मध्य और उत्तरी आंध्र प्रदेश-दक्षिणी ओडिशा तट पर पनप रहा है. इसके प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. 26 जुलाई के आसपास क्षेत्र में एक दबाव केंद्रित होने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि बाद में कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर आंध्र प्रदेश-दक्षिण ओडिशा तटों पर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ सकता है.

तेलंगाना में होगी जोरदार बारिश
मौसम विभाग ने हैदराबाद में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. तेलंगाना के कई जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया है. महबूबाबाद, वारंगल, हनमकोंडा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. IMD की तरफ से यह भी बताया गया कि तेलंगाना के जगित्याल, राजन्ना सिरसिल्ला, करीमनगर, पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, यदाद्री भुवनगिरी, रंगारेड्डी, हैदराबाद, मेडचल, मल्काजीगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, मेडक, कामारेड्डी, महबूबनगर, नागरकुर्नूल जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.

कर्नाटक में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने कर्नाटक के लिए भी चेतावनी जारी की है. दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़, चिक्कमगलुरु, कोडागु, बेलगावी, हसन और शिवमोग्गा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. बताया गया कि यहां भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग का अनुमान है कि यहां 115.6 से 204.4 मिलिमिटर तक बारिश हो सकती है. मछुआरों को समुद्र में ना जाने की एडवाइजरी जारी की गई है.

Tags: Bay of Bengal Cyclone, Heavy rains, IMD alert, Rain alert, Weather Alert, Weather forecast

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UP Politics: पीएम मोदी के बयान पर सपा सांसद जया बच्चन बोलीं- 'टिप्पणी नहीं करूंगी, उनके - ABP न्यूज़

UP News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ (I.N.D.I.A.) पर तीखा तंज कसते हुए विपक्ष को जवाब दिया है. पीएम मोदी के इस बयान के बाद एक बार फिर से सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. उनके बयान पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की राज्यसभा (Rajya Sabha) सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने प्रतिक्रिया दी है. 

सपा सांसद ने इस पर जवाब देते हुए कहा, "मैं प्रधानमंत्री पर को टिप्पणी नहीं करूंगी, मैं उनके कुर्सी की इज्जत करती हूं.  उनकी पार्टी द्वारा और उनके द्वारा जितने भी भाषण दिए गए हैं 2014 से लेकर आज तक उसमें सभी जवाब मिल जाएंगे." दरअसल, मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के बने 'इंडिया' गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये पूरा विपक्ष दिशाहीन है. I.N.D.I.A. ईस्ट इंडिया कंपनी जैसा है. इंडियन मुजाहिद्दीन और पीएफआई के नाम में भी इंडिया का नाम आता है.

चमोली करंट हादसा: एक और आरोपी गिरफ्तार, कंपनी के मालिक की भूमिका की जांच जारी

क्या बोले बीजेपी सांसद?
पीएम मोदी के इस बयान से बाद बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "विपक्ष मान चुका है कि उन्हें सत्ता में नहीं आना. पीएम ने एक टिप्पणी की है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस अंग्रेज ने बनाया था. ईस्ट इंडिया कंपनी भी अंग्रेजों ने बनाया था. आज कल लोग इंडियन मुजाहिद्दीन भी नाम रखते हैं, इंडियन पीपुल्स फ्रंट भी नाम रखते हैं."

इसके अलावा बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "1885 में कांग्रेस का गठन हुआ तो अंग्रेजों ने किया। हमने पीपुल्स फ्रंट को बैन किया वो भी खुद को इंडिया कहते हैं. आज के समय में इंडिया का नाम जोड़ने का जो फैशन है वह अर्बन-नक्सलवाद से संबंधित है वे खुद को वैध करने के लिए इंडिया नाम जोड़ देते हैं और यह सभी अर्बन नक्सलवादी हैं."

बता दें कि बीते दिनों बेंगलुरु में विपक्ष के 26 दलों की बैठक हुई थी. इस बैठक के दौरान विपक्षी दलों के गठबंधन को I.N.D.I.A. यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस नाम दिया गया है.

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Monday, July 24, 2023

मणिपुर वीडियो मामला : पुलिस ने सातवें आरोपी को भी किया गिरफ्तार, सर्च ऑपरेशन जारी - NDTV India

मणिपुर वीडियो मामला : पुलिस ने सातवें आरोपी को भी किया गिरफ्तार, सर्च ऑपरेशन जारी

मणिपुर वीडियो मामले में पुलिस ने की सातवीं गिरफ्तारी

नई दिल्ली:

मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के मामले में पुलिस ने सातवें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. अब पुलिस सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में दिख रहे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी जगह-जगह तलाशी अभियान चला रही है. इस घटना को लेकर अभी तक पुलिस ने कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है. पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास में लगी है.

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बता दें कि महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का यह वीडियो चार मई का बताया जा रहा है, इस वीडियो को कुछ समय पहले ही सोशल मीडिया पर साझा भी किया गया था. जिसके बाद इसके विरोध में पूरे मणिपुर में विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया. 

पीएम ने आरोपियों को सजा दिलाने का दिया आश्वासन

इस वीडियो के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि किसी भी सभ्य समाज के लिए ऐसी घटना शर्मिंदा करने वाली हैं. मैं आपको आश्वासन देता हूं कि इस घटना के पीछे जो कोई भी होगा उसे पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. इसके बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पुलिस को घटना से जुड़े सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. 

सुप्रीम कोर्ट ने भी लिया था मामले का संज्ञान

गौरतलब है कि मणिपुर वीडियो मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए बीते गुरुवार को केंद्र और मणिपुर सरकार से अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए उठाए गए कदमों के संबंध में अदालत को अवगत कराने को कहा था. अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और एसजी तुषार मेहता को तलब करते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने घटना के संबंध में गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सरकारों को अल्टीमेटम दिया था कि या तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए वरना अदालत दखल देगी.
 
इस घटना को "पूरी तरह से अस्वीकार्य" बताते हुए सीजेआई ने आगे कहा था कि लैंगिक हिंसा को कायम रखने के लिए सांप्रदायिक संघर्ष के क्षेत्र में महिलाओं को एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन और अतिक्रमण है. उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वीडियो हालिया है और मई का है.

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महाराष्ट्र में विधायकों को कोष आवंटित किये जाने पर विवाद, अजित पवार पर उठे सवाल

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'हां, ये सही है लेकिन क्या मुल्क में यही चलता रहेगा...', ASI रिपोर्ट पर बोले प्रोफेसर इरफान हबीब - Aaj Tak

ज्ञानवापी परिसर की ASI सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष ने कई दावे किए हैं. गुरुवार को वकील विष्णु शंकर जैन ने रिपोर्ट सार्वजनिक की. उन्हों...