Rechercher dans ce blog

Thursday, November 30, 2023

बेंगलुरु के 15 स्कूलों को मिली बम से उड़ाने की धमकी, सभी को एक साथ आया ई-मेल, पहुंची पुलिस कर रही जांच - Aaj Tak

बेंगलुरु में कम से कम 15 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. यह धमकी इन स्कूलों को ईमेल के जरिए भेजी गई है. बसवेश्वरनगर के नेपेल और विद्याशिल्पा समेत सात स्कूलों को और येलहंका इलाके में स्थित अन्य निजी स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल मिले हैं. पुलिस ने स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए एहतियात के तौर पर धमकी प्राप्त करने वाले स्कूलों से छात्रों को बाहर निकाला और जांच शुरू की. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के आवास के सामने स्थित एक प्ले स्कूल को भी बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल प्राप्त हुआ.

पुलिस सभी स्कूलों की तलाशी ले रही है, अभी तक कुछ नहीं मिला है. ऐसा लग रहा है कि यह एक फर्जी कॉल है, पुलिस तलाश जारी रखे हुए है. पिछले साल भी बेंगलुरु के कई स्कूलों को इसी तरह की ईमेल धमकियां मिली थीं, लेकिन वे सभी अफवाहें निकलीं. इस धमकी के बारे में तब पता लगा, जब स्कूलों के स्टाफ ने सुबह मेल चेक करने के लिए अपने ईमेल अकाउंट खोले. बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने बताया कि बम निरोधक दस्ते स्कूल परिसर की जांच कर रहे हैं. जिन स्कूलों को बम की धमकी मिली थी उनमें से एक ने अभिभावकों को संदेश भेजा था कि सुरक्षा कारणों से बच्चों को घर वापस भेजा जा रहा है. चिंतित अभिभावक स्कूल परिसरों के बाहर अपने बच्चों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए इंतजार करते देखे गए.

Advertisement

बेंगलुरु में ​पहले भी स्कूलों और संस्थानों को मिली है धमकी

इससे पहले 19 जुलाई 2022 को भी बेंगलुरु में 30 स्कूलों को ऐसी ही धमकी दी गई थी. 8 अप्रैल 2022 को को भी 6 स्कूलों को धमकी भरा मैसेज भेजा गया था. ये सभी ध​मकियां फर्जी निकली थीं.  गत नवंबर में बेंगलुरु के होसुर रोड  स्थित टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. पुलिस जांच में पता लगा था कि नौकरी से निकाले गए एक पूर्व कर्मचारी ने गुस्से में यह धमकी दी थी. ऐसे ही एक मामले में 20 मई 2022 को एक अजनबी ने फोन करके बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बम से उड़ाने की धमकी दी थी.

केआईए के अधिकारियों ने बताया था कि सुबह 3:30 बजे एयरपोर्ट पुलिस कंट्रोल रूम के 112 नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल किया. उसने सिर्फ इतना कहा कि ‘बम धमाका होगा’ और कॉल डिस्कनेक्ट कर दी. पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल एक्शन लेते हुए पूरे एयरपोर्ट का निरीक्षण किया. बम स्क्वायड और डॉग स्क्वायड को भी मौके पर बुलाया गया. एयरपोर्ट के सभी टर्मिनल और पॉइंट्स पर कड़ी चेकिंग की गई. लेकिन कहीं भी कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली थी. बाद में पता लगा था कि यह एक होक्स कॉल थी.

Adblock test (Why?)


बेंगलुरु के 15 स्कूलों को मिली बम से उड़ाने की धमकी, सभी को एक साथ आया ई-मेल, पहुंची पुलिस कर रही जांच - Aaj Tak
Read More

Exit Poll 2023 Live: अंतिम घंटे का मतदान, कुछ ही देर में एग्जिट पोल; अमर उजाला App और amarujala.com पर अनुमान - अमर उजाला

05:10 PM, 30-Nov-2023

तेलंगाना में अंतिम घंटे का मतदान जारी; ओवरऑल अब तक लगभग 52 फीसदी वोटिंग

तेलंगाना की 119 विधानसभी सीटों पर अंतिम घंटे का मतदान जारी है। शाम पांच बजे तक जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार ओवरऑल 52 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई है। कुछ इलाकों में 60 फीसदी से अधिक मतदान की खबरें भी आई हैं।

03:16 PM, 30-Nov-2023

अमर उजाला मोबाइल App नहीं, तो अभी करें डाउनलोड
अगर आपने अपने मोबाइल में अमर उजाला App अब तक डाउनलोड नहीं किया है तो तुरंत कर लीजिए। यहां आपको न केवल चुनावों के एग्जिट पोल और नतीजों से जुड़े अपडेट्स मिलेंगे, बल्कि अपने आसपास की हर खबर भी सबसे पहले मिलेगी। App डाउनलोड करने का सबसे आसान तरीका अपनाएं- 
  • गूगल या एपल प्ले स्टोर पर जाएं। 
  • अमर उजाला सर्च करें।
  • अमर उजाला एप का ऑप्शन दिखते ही उसे डाउनलोड कर लें।
विज्ञापन

03:16 PM, 30-Nov-2023

तेलंगाना से पहले चार राज्यों में चुनाव हुए 
मिजोरम में सभी 40 सीटों पर 7 नवंबर को मतदान हुआ। छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 20 सीटों पर 7 नवंबर जबकि दूसरे चरण में 70 सीटों पर  17 नवंबर को वोटिंग कराई गई। मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान हुआ। राजस्थान में 200 सीटों पर 25 नवंबर को मतदान हो चुका है। वहीं, तेलंगाना में 119 सीटों पर गुरुवार को वोट डाले जाएंगे। पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को आने हैं। 

मध्य प्रदेश का एग्जिट पोल पढ़ें- MP Exit Poll 2023 Live: मध्यप्रदेश में कमलनाथ या कमल, शाम को इस समय देखें एग्जिट पोल के आंकड़े

राजस्थान का एग्जिट पोल पढ़ें- Rajasthan Exit Poll 2023 Live: राजस्थान में किसके सिर पर होगा जीत का ताज, एग्जिट पोल में होगा साफ

छत्तीसगढ़ का एग्जिट पोल पढ़ें- Chhattisgarh Exit Poll 2023 Live: आज विधानसभा चुनाव को लेकर आएंगे एग्जिट पोल, देखें सभी अनुमान अमर उजाला पर

03:00 PM, 30-Nov-2023

सभी एग्जिट पोल का औसत यानी पोल ऑफ पोल्स में कहां किसकी सरकार बन सकती है। ये भी हम आपको बताएंगे। चुनाव के दौरान आने वाले ओपिनियन पोल से चुनाव बाद के एग्जिट पोल कितने बदले। किन राज्यों में सत्ता बदल सकती है। कहां मौजूदा सरकार पर लोग फिर से भरोसा जता सकते हैं। ये सब आपको  Amar Ujala Mobile App और amarujala.com पर मिलेगा। 

02:22 PM, 30-Nov-2023

Exit Poll 2023 Live: अंतिम घंटे का मतदान, कुछ ही देर में एग्जिट पोल; अमर उजाला App और amarujala.com पर अनुमान

Exit Poll Results 2023 Live News Updates in Hindi: तेलंगाना में गुरुवार को मतदान के बाद पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर एग्जिट पोल आने शुरू हो जाएंगे। गौरतलब है कि मिजोरम में 7 नवंबर, छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 नवंबर और 17 नवंबर, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान कराए जा चुके हैं। तेलंगाना में वोटिंग खत्म होते ही सबकी नजरें पांचों राज्यों के एग्जिट पोल पर रहेंगी। आज शाम 5.30 बजे से अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोल आने शुरू हो जाएंगे। Amar Ujala Mobile App और amarujala.com पर सभी एजेंसियों के एग्जिट पोल एक जगह मिलेंगे। जैसे ही अलग-अलग चैनलों और एजेंसियों के एग्जिट पोल आने शुरू होंगे उन सभी को उसी वक्त आप अमर उजाला पर देख सकेंगे। 

Adblock test (Why?)


Exit Poll 2023 Live: अंतिम घंटे का मतदान, कुछ ही देर में एग्जिट पोल; अमर उजाला App और amarujala.com पर अनुमान - अमर उजाला
Read More

Tuesday, November 28, 2023

Karnataka: शादी के बाद पत्नी भी नहीं मांग सकती 'आधार' की जानकारी, जानें किस मामले में हाईकोर्ट ने कही ये बात - अमर उजाला

Karnataka High Court says Relationship by marriage does not eclipse right to privacy under Aadhaar Act

Karnataka High Court - फोटो : PTI

विस्तार

कर्नाटक हाईकोर्ट ने साफ कह दिया है कि शादी निजता के अधिकार पर असर नहीं डाल सकती है। दरअसल, कई दिनों से इस बात पर बहस चल रही थी कि क्या पति या पत्नी को अपने साथी के आधार कार्ड की जानकारी हासिल करने का अधिकार है? इस सवाल का जवाब हाईकोर्ट में एक याचिका पर हुई सुनवाई के दौरान मिल गया। अदालत का कहना है कि पत्नी सिर्फ शादी का हवाला देकर अपने जीवनसाथी के आधार कार्ड की जानकारी एकतरफा हासिल नहीं कर सकती हैं।


 
क्या था मामला
दरअसल, हुबली की एक महिला ने एक पारिवारिक अदालत का दरवाजा खटखटाकर पति से गुजारा भत्ता मांगा था। दोनों की शादी नवंबर 2005 में हुई थी और उनकी एक बेटी भी है। रिश्ते में परेशानियां आने के बाद पत्नी ने कानूनी कार्रवाई की शुरुआत की थीं। यहां कोर्ट ने 10 हजार रुपये का गुजारा भत्ता और बेटी के लिए 5 हजार रुपये अलग से दिए जाने की बात कही गई थी।
 
आदेश लागू करवाने को पहुंची हाईकोर्ट
इसलिए महिला अलग हो चुके पति का आधार नंबर, एनरोलमेंट की जानकारी और फोन नंबर हासिल करना चाहती थी। उनका कहना था कि उन्हें नहीं पता फिलहाल उनका पति कहां रह रहा है, इसलिए वह अदालत के आदेश की कॉपी उनतक नहीं पहुंचा पा रही हैं। आदेश को लागू कराने के लिए वह यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण  (यूआईडीएआई) के पास भी गईं थीं।

Adblock test (Why?)


Karnataka: शादी के बाद पत्नी भी नहीं मांग सकती 'आधार' की जानकारी, जानें किस मामले में हाईकोर्ट ने कही ये बात - अमर उजाला
Read More

Monday, November 27, 2023

ऑनलाइन बारूद, लोन वुल्फ अटैक... कमलेश तिवारी-कन्हैयालाल केस से लारेब तक क्यों हैवान बन रहे युवा? - Aaj Tak

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ऐसी खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया, जैसे राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल और राजसमंद में मजदूर अफ़राजुल को दर्दनाक मौत दी गई थी. प्रयागराज में एक इंजीनियरिंग के छात्र ने बस कंडक्टर पर जानलेवा हमला किया. और पहले की घटनाओं की तरह उसने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया अपलोड किया. जिसकी बदौलत पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. 

ऐसे में सवाल उठता है कि इस तरह के खौफनाक हमलों को अंजाम देने वाले ये युवा दरिंदे कैसे बन जाते हैं? क्या वाकई कोई आकर इन्हें ट्रेनिंग देता है? इन्हें उकसाता है? क्या ऐसे हमले करने वालों को आतंकी तैयार करते हैं? ऐसे कई सवाल हैं, जो इस तरह के मामलों में अक्सर उठते हैं. इन सवालों के जवाब और हमलों का पैटर्न जानने से पहले, आपको उन वारदातों के बारे में भी याद दिला देते हैं, जो लारेब जैसे दरिंदों ने पहले भी अंजाम दी हैं. तो सबसे पहले तो लारेब की करतूत ही जान लेते हैं.

बस कंडक्टर पर हमला
लारेब हाशमी यूपी के प्रयागराज में इंजीनियरिंग का छात्र है. घटना के दिन वो सिविल लाइंस से करछना जाने वाली बस में चढ़ा. उसने बस कंडक्टर हरिकेश विश्कर्मा से टिकट लिया. कंडक्टर के पास खुले पैसे नहीं थे तो, उसने लारेब को थोड़ी देर बाद बकाया पैसे वापस लेने के लिए कहा. उसके कहे अनुसार लारेब कुछ देर में पैसे वापस लेने कंडक्टर के पास पहुंचता है. और अचानक अपने बैग में एक चापड़ बाहर निकालता है. और कंडक्टर हरिकेश विश्कर्मा पर हमला कर देता है. बस में सवार लोगों को ज़रा भी अंदाजा नहीं था कि कोई अचानक इस तरह हमला करेगा. जैसे तैसे लोगों के बीच में आने की वजह से बस कंडक्टर की जान बच जाती है.

Advertisement

हमले के बाद आरोपी लारेब वहां से फरार हो जाता है और कुछ घंटों बाद वो सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करता है. उसी वीडियो की वजह से पुलिस उस तक पहुंच जाती है और वो पकड़ा जाता है. स्थानीय पुलिस और आईबी उससे पूछताछ कर रही है.

पुलिस की छानबीन के दौरान लारेब का किसी आतंकी संगठन से कोई सीधा लिंक तो अभी तक नहीं मिला. लेकिन उसके लैपटॉप और मोबाइल फोन की सर्च हिस्ट्री में जिहादी वीडियो देखने की पुष्टि हुई है. लारेब हाशमी ने पूछताछ में माना कि वो पाकिस्तान के कट्टरपंथी नेता खादिम मौलाना हुसैन रिजवी की आइडियोलॉजी को मानता है. वो उसके वीडियो देखता था. घर पर लैपटाप में वो सबसे ज्यादा जेहादी वीडियो देखता था.

हालांकि छानबीन में ये भी पता चला है कि लारेब फोन पर किसी से ज्यादा बात नहीं करता था. जांच में ये बात भी साफ हुई कि वो वीडियो के मैसेज बॉक्स में कमेंट करके पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़ने की कोशिश की थी. लेकिन वो नाकाम रहा. इतना ही नहीं हर 15 दिन में लारेब अपनी सर्च हिस्ट्री क्लियर करता था. उसका ब्रेन वॉश किसी और ने नहीं बल्कि उसने खुद किया. वो भी मौलाना के भड़काऊ वीडियो देखकर.

3 अप्रैल 2022, गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर
उस दिन देर शाम का वक्त था. गोरखनाथ मंदिर के बाहर रोज की तरह-चहल पहल थी. मंदिर के बाहर पुलिस और पीएसी के जवान रुटीन चेकिंग कर रहे थे. तभी एक शख्स वहां पहुंचा और जबरन गोरखनाथ मंदिर में घुसने की कोशिश करने लगा. जब पीएसी के जवानों ने उसे रोकना चाहा तो उसने एक तेजधार हथियार निकाला और हमला कर दिया. इसमें पीएसी के एक जवान के पैर और दूसरे की पीठ में जख्म आ गए. मौके पर मौजूद आसपास के लोगों ने हमलावर को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी, जिससे हमलावर भी घायल हो गया. दोनों सिपाहियों के साथ हमलावर को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

Advertisement

आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने साल 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी. उसके बाद दो बड़ी कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज और एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में नौकरी कर चुका था. वह ऐप डेवलपर भी था. वो ऐप के जरिए भी लोगों से बात करता था. वो मुंबई से गोरखपुर आया था. उसके पास से एक लैपटॉप भी बरामद हुआ था. उसकी पहचान अहमद मुर्तजा अब्बासी के तौर पर हुई. वह मूलत: गोरखपुर का ही रहने वाला है और उस वक्त मुंबई से लौटा था. उसका परिवार गोरखपुर में रहता है. शुरुआती पूछताछ में परिवार ने पुलिस के आला अफसरों को बताया कि आरोपी मुर्तजा अब्बासी दिमागी तौर पर ठीक नहीं है. उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया था.

28 जून 2022, उदयपुर, राजस्थान
वहां मालदास स्ट्रीट पर सुप्रीम टेलर्स के नाम से दर्जी की एक छोटी सी दुकान है. उस दुकान के मालिक थे 40 साल के कन्हैयालाल. एक साधारण से टेलर जो कपड़े सिलकर अपना परिवार पाल रहे थे. घर में एक बीवी और दो बेटे. दोनों बेटे पढ़ाई करते हैं. जबकि, पत्नी हाउसवाइफ है. कन्हैयालाल की जिंदगी अच्छी चल रही थी. लेकिन 28 जून को रियाज़ अंसारी और मोहम्मद गौस उनकी दुकान पर आए. कपड़े सिलवाने की बात कही. कन्हैयालाल जैसे ही उनमें से एक का नाप ले ही रहे थे कि तभी दूसरे ने उनपर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया. कन्हैलाल चीखने-चिल्लाने लगे. उन्होंने बेरहमी से उसकी गर्दन काटने का प्रयास किया. हत्या की वारदात को कैमरे में किया रिकॉर्ड किया. इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए. 

Advertisement

आरोपी मोहम्मद गौस उदयपुर का ही रहने वाला है. जबकि रियाज़ अंसारी भीलवाड़ा का. दोनों ने कन्हैयालाल की एक सोशल मीडिया पोस्ट से नाराज थे. जिसमें उसने बीजेपी नेता नुपुर शर्मा का समर्थन किया था. इस वारदात से कुछ दिन पहले ही नुपुर ने पहले पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी. हालांकि बाद में उसने माफी भी मांगी थी और बीजेपी ने उन्हें अपनी पार्टी से भी निकाल दिया था. इस मामले को लेकर कन्हैयालाल के खिलाफ पहले एक एफआईआर भी कराई गई थी. लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था. मगर कन्हैयालाल को लगातार धमकिया मिलती रही थीं.

Advertisement

18 अक्टूबर 2019, लखनऊ, यूपी
उस दिन लखनऊ के खुर्शीदबाग इलाके में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उसी के दफ्तर में गला रेत कर हत्या कर दी गई. कातिल भगवा कुर्ता और जींस पहन कर मिठाई का डब्बा लिए कमलेश के पास पहुंचे थे. उसी मिठाई के डिब्बे में चाकू, कट्टा भी था. जांच के बाद ये बात सामने आई कि कमलेश तिवारी के कत्ल के तार गुजरात से जुड़े थे. कमलेश तिवारी के एक आपत्तिजनक बयान की वजह से उन लोगों ने कमलेश का कत्ल किया था.

इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए यूपी से गुजरात तक पुलिस को ऑपरेशन चलाना पड़ा था. इसके बाद दिसंबर 2019 में ही पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी थी. इस चार्जशीट में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया. बाद में जेल में बंद दो आरोपियों पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगा दिया गया था.

Advertisement

दिसंबर 2017, राजसमंद, राजस्थान
पहले हफ्ते की शुरुआत में शंभूलाल रैगर नाम के एक दरिंदे ने तेज धारदार हथियार से एक गरीब मजदूर अफराजुल की बेरहमी से हत्या कर दी. उसने इस वारदात को इस कदर बेरहमी से अंजाम दिया था कि देखने वालों की रुह कांप गई थी. रैगर ने पहले तेजधार हथियार से उस मजदूर पर वार किए थे फिर और उसके बाद पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी. रैगर ने इस वारदात में अपने नाबालिग भांजे को भी शामिल कर लिया था. क्योंकि इस वारदात का वीडियो वही बना रहा था. इस हत्याकांड का वीडियो बाद में वायरल हो गया था. तब पुलिस ने आरोपी दरिंदे को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया था. जहां से जेल भेज दिया गया था. उस वक्त उसके खिलाफ और उसके समर्थन में खूब प्रदर्शन भी हुए थे. हैरानी की बात ये है कि जेल जाने के बाद भी उस सिरफिरे शंभूलाल रैगर ने फिर से एक हेट वीडियो जारी कर दिया था.

आरोपी शंभूलाल रैगर के अलावा पूरे वारदात की वीडियो बनाने वाले उसके नाबालिग भांजे को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के समक्ष पेश किया गया था. कमिटी ने 15 वर्षीय लड़के को किशोर अपराधी मानते हुए उसे बाल सुधार गृह भेज दिया था. पुलिस को शुरुआती जांच में रैगर के पास से हिंदू-मुस्लिम विवाद से जुड़े यूट्यूब, टेलीविजन चैनलों के न्यूज क्लिप्स और लव जिहाद से जुड़ा ढेरों साहित्य बरामद हुआ है. ऐसी शंका जताई जा रही है कि कोई संगठन उसे यह सामग्री उपलब्ध करा रहा था और उसी संगठन के संपर्क में आने से उसके दिमाग में मुस्लिमों के प्रति नफरत और लव जिहाद का जहर भर गया था.

क्या है लोन-वुल्फ अटैक?
दरअसल, जिन घटनाओं का जिक्र यहां किया गया है. इनमें हमले का जो पैर्टन है, उसे लोन वुल्फ अटैक कहा जाता है. अब सवाल उठता है कि आखिर ये लोन वुल्फ अटैक होता क्या है? तो अब ये भी जान लें. लोन-वुल्फ अटैक के दौरान केवल एक ही शख्स हमलावर होता है. जो अपने टारगेट को खत्म करने के लिए अकेले ही काम करता है. यहां तक कि वो हमले के दौरान अपनी जान देने से भी गुरेज नहीं करता. ज़रूरत पड़ने पर वो खुदकुशी भी कर लेता है या फिर पुलिस और सुरक्षाबलों के हाथों मारा जाता है. सबसे खास बात ये है कि ऐसे हमले के दौरान हमलावर बड़े नहीं बल्कि छोटे हथियारों या दूसरे ऐसे सामान का इस्तेमाल करता है, जिससे वो किसी जान ले सके. ऐसे हमला करने वाला का पहले से पता नहीं चल पाता. घटना के बाद ही उसकी शिनाख्त हो पाती है. वो अपना प्लान या साजिश के किसी के साथ साझा नहीं करता है. ऐसे में वारदात से पहले उसके पकड़े जाने का खतरा कम हो जाता है.

क्या है सेल्फ रेडिकलाइजेशन
इस तरह की वारदातों में शामिल आरोपियों के बारे में स्टडी करने पर पता चलता है कि ऐसे हमलावरों को कोई आतंकी या कट्टरपंथी संगठन सीधे ट्रेनिंग नहीं देता. ना ही वो इनके संपर्क में आता है. बल्कि ऐसे मामलों में आरोपी हमलावर सेल्फ रेडिकलाइजेशन का शिकार होते हैं. यानी इसमें चरमपंथी या कट्टरपंथी किसी को सीधे ट्रेनिंग नहीं देते हैं, बल्कि वे लोग उन्हें या उनके वीडियो देखकर-सुनकर ही बहकावे में आ जाते हैं. इसमें सबसे अहम जरिया बनता है सोशल मीडिया. यही इसका सबसे बढ़िया मोड है. अलग कोई आतंकी या धार्मिक कट्टर व्यक्ति लगातार कोई वीडियो या कंटेट डालता रहे, और कोई लगातार उसे देखता या सुनता रहे तो हो सकता है कि कुछ समय बाद वो भी ऐसी ही सोच रखने लगे. वो एक खास तरह की विचारधारा पर इतना यकीन करने लगता है कि उसके लिए किसी भी हद तक जा सकता है. 

बहुत खतरनाक है ये तरीका 
आतंकी जब सीधे-सीधे मिलते और ट्रेनिंग देते हैं तो उन्हें ट्रैक करना आसान होता है. एक भी पकड़ में आया तो दूसरों का पता निकाला जा सकता है. वहीं सेल्फ रेडिकलाइज्ड लोग ज्यादा खतरनाक होते हैं. ये आतंकियों का मोहरा बनकर काम करते हैं. ये ग्रुप में भी हो सकते हैं और अलग-अलग भी. ऐसे लोग सोसायटी के बीच होते हैं और आमतौर पर पहचाने नहीं जा पाते. अगर इनके भीतर कोई आतंकी मंसूबा पल रहा हो तो पता लगा पाना आसान नहीं होता. 

ऐसे लोग बन सकते हैं शिकार
ऐसे मामलों में अधिकतर युवा या कुछ खास हालातों को सामना करने वाले लोग सेल्फ रेडिकलाइजेशन का शिकार बनते हैं. कई बार कुछ खास बातें किसी को भी सेल्फ रेडिकलाइजेशन की तरफ ले जाती हैं. मसलन-

- अगर कोई बेरोजगार हो
- आर्थिक संकट से जूझ रहा हो
- विदेशी धरती पर भेदभाव झेल रहा हो
- खुद को दूसरों से अलग-थलग मानता हो 
- जिसके साथ पूर्व में कोई एक्सट्रीम घटना हुई हो
- अकेलापन का शिकार होने वाले लोग
- या नशे की गिरफ्त में आ चुके लोग
- नाबालिग किशोर भी सॉफ्ट टारगेट बनते हैं

सोशल मीडिया बना हथियार
आतंकी या धार्मिक कट्टरपंथी लोग अपनी सोच, तौर-तरीकों के उकसानेवाले वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालते हैं. वे फेसबुक से लेकर ट्विटर और इंस्टाग्राम तक पर हर जगह अपना कंटेंट शेयर करते रहते हैं. वो लगातार ऐसा करते हैं. ऐसे में उन्हें फॉलो करने वाले उपरोक्त श्रेणी के लोग उनकी बातों को सच मानने लगते हैं. उनकी उन्मादी बातों पर विश्वास करने लगते हैं. यहां तक कि उन्हें पता ही नहीं चलता कि कब वे खुद एक हथियार बनते चले जाते हैं.

70 फीसदी बढ़ा लोन वुल्फ टैररिज्म 
कट्टरपंथी भाषण या कंटेट देख-सुनकर बहुत से लोग सीधे आतंकियों या कट्टरपंथियों से नहीं मिलते लेकिन वे व्यक्तिगत तौर पर टैरर एक्टिविटी करने लगते हैं. वे हर उस आदमी को दुश्मन मानते हैं, जो उनसे अलग सोच रखते हैं. लारेब हाशमी का केस भी कुछ ऐसा ही है. उसने कथित तौर पर अलग धार्मिक राय के चलते कंडक्टर पर जानलेवा हमला किया. इसी को ग्लोबल टैररिज्म इंडेक्ट लोन वुल्फ टैररिज्म कहता है. जिसका डेटा कहता है कि 1970 से लेकर अब तक लोन वुल्फ टैररिज्म में 70% का इजाफा हुआ है.
 

Adblock test (Why?)


ऑनलाइन बारूद, लोन वुल्फ अटैक... कमलेश तिवारी-कन्हैयालाल केस से लारेब तक क्यों हैवान बन रहे युवा? - Aaj Tak
Read More

'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बिहार...' नीतीश सरकार के छुट्टियों के कैलेंडर पर क्यों छिड़ा संग्राम - Aaj Tak

बिहार में फिर से सियासी घमासान है. अब घमासान की वजह बना है बिहार सरकार की ओर से 12वीं कक्षा तक के लिए जारी छुट्टियों का कैलेंडर. बिहार सरकार ने साल 2024 के लिए स्कूलों में अवकाश का कैलेंडर जारी कर दिया है जिसमें महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी और रक्षाबंधन जैसे त्यौहारों के नाम नहीं हैं. इसे लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोल दिया है. बीजेपी ने तंज करते हुए कहा है कि नीतीश सरकार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दे.

दरअसल, बिहार के सरकारी स्कूलों में साल 2024 में किस-किस दिन छुट्टियां रहेंगी? सूबे के शिक्षा विभाग ने इसे लेकर कैलेंडर जारी कर दिया है. पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए पहली बार एक ही छुट्टियों वाला कैलेंडर जारी किया गया है. जारी कैलेंडर के मुताबिक साल 2024 में महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, तीज और जिउतिया जैसे त्योहारों पर इस साल कोई छुट्टी नहीं होगी. 2023 के कैलेंडर में तीज के लिए दो दिन और जिउतिया के लिए एक दिन की छुट्टी दी गई थी. ताजा कैलेंडर में ये छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें- बिहार में 75% आरक्षण को पटना हाई कोर्ट में चुनौती, याचिकाकर्ता ने इसकी संवैधानिक वैधता पर उठाए सवाल

इसके ठीक उलट ईद के लिए अब 3 दिन छुट्टी होगी. ईद के लिए 18, 19 और 20 जून को स्कूल बंद रहेंगे. अब इसी को आधार बनाकर बीजेपी ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी प्रवक्ता डॉक्टर अजय आलोक ने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दें. उन्होंने नीतीश सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा है कि स्कूल के लिए छुट्टियों के कैलेंडर में इसकी झलक दिख रही है. हिंदुओं के त्यौहार पर छुट्टियां रद्द कर दी गईं और ईद पर तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया.

डॉक्टर अजय आलोक ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार पहले ही दुर्गा पूजा की छुट्टियों में कटौती कर चुकी है. उन्होंने ये भी कहा कि नीतीश कुमार बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित कर दें, यही बेहतर होगा. वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार को घेरा है. बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज ने सूबे को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बिहार बताते हुए कहा है कि नीतीश और लालू की सरकार ने मुस्लिम पर्व की छुट्टी बढ़ाई, रक्षाबंधन और शिवरात्रि पर अवकाश नहीं मिला. गिरिराज सिंह ने ये भी कहा कि जिस तरह से लालू यादव और नीतीश की सरकार हिंदुओं पर हमला कर रही है, भविष्य में उन्हें मोहम्मद नीतीश और मोहम्मद लालू के नाम से जाना जाएगा.

ये भी पढ़ें- क्या 7 साल बाद शराबबंदी का फैसला वापस लेंगे नीतीश? नए सर्वे के आदेश पर अटकलों के बीच बिहार CM का बड़ा ऐलान

बीजेपी के राज्यसभा सांसद और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम रह चुके सुशील मोदी ने भी एक्स पर पोस्ट कर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि बिहार सरकार ने एक बार फिर जन्माष्टमी, रक्षाबंधन और शिवरात्रि की छुट्टी रद्द कर दी है. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार हिंदुओं को जातियों में बांटने और अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण से वोट की राजनीति में लगे हैं.

Advertisement

जेडीयू और आरजेडी का आया जवाब

बिहार सरकार की ओर से जारी किए गए 2024 की छुट्टियों के कैलेंडर को लेकर बीजेपी के वार पर अब जेडीयू और आरजेडी का भी जवाब आया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव पर शिक्षा विभाग स्पष्टीकरण देगा. उन्होंने ये भी कहा कि छुट्टियों पर राजनीति ठीक नहीं है. नीरज कुमार ने कहा कि शब-ए-बारात की छुट्टी घटाई गई है, बीजेपी इसपर क्यों नहीं बोल रही? वहीं, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी छुट्टियों को भी धर्म के चश्मे से देख रही है. इस पर राजनीति ठीक नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि उर्दू विद्यालयों की छुट्टियां भी इस कैलेंडर में शामिल हैं.

Adblock test (Why?)


'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बिहार...' नीतीश सरकार के छुट्टियों के कैलेंडर पर क्यों छिड़ा संग्राम - Aaj Tak
Read More

Sunday, November 26, 2023

देव दीपावली आज, काशी में 12 लाख दीपों से रोशन होंगे घाट, 70 देशों के राजदूत भी देखेंगे नजारा - Aaj Tak

काशी के अर्धचंद्राकार घाटों पर जब दीपों की मालाएं सजती हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे रोशनी के जगमग हार से मां गंगा का शृंगार हुआ है. इस अद्भुद छटा को देखकर ऐसा लगता है कि आसमां से तारे जमीन पर उतर आए हैं. इस अलौकिक दृश्य को देखने बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी मेहमान यहां आते हैं. ये नजारा आज 27 नवंबर (सोमवार) को दिखेगा, जब खुद भगवान देव दीपावली मनाने स्वर्ग से काशी के घाटों पर उतरेंगे.

योगी सरकार देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए 12 लाख दीपों से घाटों को रोशन करेगी. इनमें एक लाख दीप गाय के गोबर के बने होंगे. साफ़-सफाई करके तिरंगा स्पायरल लाइटिंग से शहर व घाट सजाए गए हैं. देव दीपावली पर 8 से 10 लाख पर्यटकों के आने का अनुमान है. सुरक्षा के भी कड़े इंतज़ाम किए जा रहे हैं. इस बार देव दीपावली देखने के लिए 70 देशों के राजदूत, डेलीगेट्स और परिवार के लोग आ रहे है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मेहमान देव दीपावली देखेंगे. 

देव दीपावली

गंगा पार रेत पर भी रोशन होंगे दीपक
उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर 85 घाटों की श्रृंखला पर इस साल योगी सरकार की ओर से 12 लाख और जन सहभागिता से मिलकर कुल लगभग 21 लाख से अधिक दीप काशीवासी घाटों, कुंडों, तालाबों और सरोवरों पर जलाए जाएंगे. गंगा पार रेत पर भी दीपक रोशन होंगे. काशी के घाटों की इस अद्भुत दृश्य को देखने देश-विदेश से पर्यटक काशी आते हैं. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पर्यटकों की रिकॉर्ड आमद हुई है.

Advertisement

देव दीपावली पर होटल, गेस्ट हाउस, नाव, बजड़ा, बोट व क्रूज लगभग पहले से बुक और फुल हो गए हैं. योगी सरकार चेत सिंह घाट पर लेजर शो कराएगी. काशी के घाटों के किनारे सदियों से खड़ी ऐतिहासिक इमारतों पर धर्म की कहानी लेजर शो के माध्यम से जीवंत होती दिखेगी. पर्यटक गंगा पार रेत पर महादेव शिव के भजनों के साथ क्रैकर्स शो का भी आनंद ले सकेंगे. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को विशाखापट्टनम के एक भक्त द्वारा 11 टन फूलों से सजाया जा रहा है. गंगा द्वार पर लेज़र शो के माध्यम से श्री काशी विश्वनाथ धाम पर आधरित काशी का महत्व और कॉरिडोर के निर्माण संबंधित जानकारी लेज़र शो के माध्यम से दिखाई जाएगी. 

सजावट और सुरक्षा के किये गए हैं पुख़्ता इंतज़ाम
देव दीपावली विश्व विख्यात हो चुकी है. इसे देखने विश्व भर के पर्यटक आते हैं. रंगोली, फसाड लाइट व झालरों से सजावट किया गया है. पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतज़ाम रहेगा. ड्रोन उड़ान पर पूरी तरह ऱोक लगा दी गई है, जिले की सीमा पर भी चौकसी बरती जाएगी. घाटों पर वाच टावर से निगरानी रखी जाएगी. पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए अस्पतालों में बेड रिज़र्व कर चिकित्सकों की टीम को अलर्ट रखा गया है. गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर बनाए जाएंगे.

देव दीपावली

नाविकों को निर्धारित पर्यटकों को बैठाने व लाइफ जैकेट पहनने की हिदायत दी गई है. एनडीआरएफ की 8 टीमों को विभिन्न घाटों पर बचाव उपकरणों, मेडिकल टीम “वाटर एम्बुलेंस” के साथ विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं के निःशुल्क उपचार हेतु रहेगी. जल पुलिस के जवान गंगा में तैनात रहेंगे. श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भारी भीड़ के अनुमान से ट्रैफिक डायवर्जन और पार्किंग सुनिश्चित कर दिया गया है.  

70 देशों के राजदूत और 150 विदेशी डेलिगेट्स देखेंगे अलौकिक नजारा
विश्वविख्यात देवदीपावली पर साक्षी बनने के लिए 70 देशों के राजदूत काशी आएंगे. इनके साथ ही 150 विदेशी डेलीगेट्स और परिजन भी देव दीपावली का दिव्य नजारा देखेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इनका स्वागत करेंगे. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सभी मेहमान देव दीपावली के अविस्मरणीय पलों के साक्षी बनेंगे.

Advertisement

मेहमान दोपहर बाद एयरपोर्ट से नमो घाट आएंगे. यहां से क्रूज़ पर सवार होकर देव दीपावली के भव्य नज़ारे को कैद करेंगे. भारतीय परंपरानुसार एयरपोर्ट पर मेहमानों का स्वागत होगा. वहीं एयरपोर्ट समेत विभिन्न स्थानों पर लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत करेंगे. स्वागत के लिए रास्तों और चौराहों को सजाया जा रहा है. विदेशी मेहमान लेज़र और क्रैकर शो का भी लुफ्त उठाएंगे. क्रूज़ पर मेहमान बनारसी खानपान और कुल्हड़ वाली चाय की भी चुस्की लेंगे. 

दशाश्वमेध घाट की महाआरती में दिखेगी राम भक्ति और राष्ट्रवाद की झलक
आध्यात्मिकता के साथ राष्ट्रवाद और राम भक्ति की भी झलक देव दीपावली में दिखेगी. दशाश्वमेध घाट की आरती रामलला को समर्पित होगी. यहां रामलला और राम मंदिर की झलक मिलेगी. दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा अमर जवान ज्योति की अनुकृति इस वर्ष भी बनाई गई है. भारत के अमर वीर योद्धाओं को 'भगीरथ शौर्य सम्मान' से सम्मानित भी किया जाता है. 21 अर्चक और 51 देव कन्याएं रिद्धि सिद्धि के रूप में दशाश्वमेध घाट पर महाआरती करेंगी, जो नारी शक्ति का भी संदेश देंगी. घाटों पर छत्रपति शिवजी महाराज के चित्रों के जरिए संदेश देंगी तो वहीं गुरुनानक देव की जयंती प्रकाश उत्सव पर उनसे चित्रों का प्रदर्शन दिखेगा. 

Advertisement

देव दीपावली का धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व
दीपावली  के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा पर देवताओं की दीपावली होती है. ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को मनाने के लिए देवता स्वर्ग से काशी के पावन गंगा घाटों पर अदृश्य रूप में अवतरित होते हैं और महाआरती में शामिल श्रद्धालुओं के मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं. ये पर्व काशी की प्राचीन संस्कृति का खास अंग है.

शिवपुराण में देव दीपावली का वर्णन
देव दीपावली का वर्णन शिव पुराण में मिलता है कि जब कार्तिक मास में त्रिपुरासुर नामक राक्षस ने देवताओं पर अत्याचार शुरू किया और उनको मारने लगा तब भगवान शिव ने इस क्रूर राक्षस का वध इसी दिन किया था और देवताओं ने दीपावली मनाई थी. वहीं ऐसी भी मान्यता है कि काशी नरेश ने अपने शहीद सैनिकों के लिए घाटों पर दीप प्रज्ज्वलन की प्रथा शुरू की थी. घाटों पर गंगा की महाआरती में लोग मानों आस्था के समुंद्र में गोते लगाते हैं. पंचगंगा घाट से शुरू हुई देव दीपावली का दीप आज काशी के सभी घाटों पर जगमगाने लगी है. 

Advertisement

कार्तिक मास में है दीप दान की परंपरा
कार्तिक मास के इस दिन दीप दान करने से पूर्वजों को तो मुक्ति मिलती है और साथ में ही दीपदान करने वाले श्रद्धालु को भी मोक्ष का मार्ग मिलता है. कार्तिक मास को भगवान विष्णु की आराधना का माना जाता है, लेकिन भगवान शिव को विष्णु और मां गंगा अति प्रिय हैं. काशी शिव की नगरी कहलाती है, इसलिए इस महाआरती के दिन लाखों श्रद्धालु इस अलौकिक पल का हिस्सा बनना चाहते हैं. काशीवासियों के लिए इस पर्व का महत्व और उत्साह दीवाली से किसी मायने में कम नही रहता है.

Adblock test (Why?)


देव दीपावली आज, काशी में 12 लाख दीपों से रोशन होंगे घाट, 70 देशों के राजदूत भी देखेंगे नजारा - Aaj Tak
Read More

"मुझे आपका आशावाद पसंद": भारत को लेकर एक पोस्ट पर पीएम मोदी ने दिया जवाब - NDTV India

पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो).

नई दिल्ली :

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को कहा कि जब नवप्रवर्तन की बात आती है तो भारत के लोग ट्रेंडसेटर और अग्रणी हैं. उन्होंने देश में निवेश करने के लिए दुनिया का स्वागत किया. पीएम मोदी की यह टिप्पणी एक्स पर एक पोस्ट के जवाब में आई, जिसमें भारत को एक प्राचीन सभ्यता और साथ ही एक स्टार्टअप देश की तरह बताया गया है.

पीएम मोदी ने भारत में निवेश के लिए दुनिया का स्वागत किया और कहा कि नवोन्मेष की बात आती है तो भारत के लोग ‘मिसाल कायम करने वाले' और अग्रणी अन्वेषक हैं.

मोदी ने ‘एक्स' पर पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे आपका आशावाद पसंद है और मैं यह भी कहूंगा कि जब नवोन्मेष की बात आती है तो भारत के लोग ‘मिसाल कायम करने वाले' और अग्रणी अन्वेषक हैं.''

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम अपने देश में निवेश करने के लिए दुनिया का स्वागत करते हैं. भारत निराश नहीं करेगा.''

Adblock test (Why?)


"मुझे आपका आशावाद पसंद": भारत को लेकर एक पोस्ट पर पीएम मोदी ने दिया जवाब - NDTV India
Read More

CJI चंद्रचूड़ क्यों बोले, नागरिकों को अदालतों का दरवाजा खटखटाने से डरना नहीं चाहिए, राष्ट्रपति को दिलाया ये... - News18 हिंदी

नई दिल्ली. प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने रविवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय ने ‘लोक अदालत’ के तौर पर अपनी भूमिका निभाई है और नागरिकों को अदालतों का दरवाजा खटखटाने से नहीं डरना चाहिए, या इसे अंतिम उपाय के रूप में नहीं देखना चाहिए. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, “जिस तरह संविधान हमें स्थापित लोकतांत्रिक संस्थाओं और प्रक्रियाओं के माध्यम से राजनीतिक मतभेदों को हल करने की अनुमति देता है, अदालती प्रणाली स्थापित सिद्धांतों और प्रक्रियाओं के माध्यम से कई असहमतियों को सुलझाने में मदद करती है.”

प्रधान न्यायाधीश ने शीर्ष अदालत में ‘संविधान दिवस’ समारोह के उद्घाटन के अवसर पर कहा, “इस तरह, देश की हर अदालत में हर मामला संवैधानिक शासन का विस्तार है.” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण दिया. इस समारोह में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए.

प्रधान न्यायाधीश ने अपने संबोधन में कहा, ‘पिछले सात दशकों में, भारत के उच्चतम न्यायालय ने लोक अदालत के रूप में काम किया है. हजारों नागरिकों ने इस विश्वास के साथ इसके दरवाजे खटखटाये हैं कि उन्हें इस संस्था के माध्यम से न्याय मिलेगा.’ उन्होंने कहा कि नागरिक अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा, गैर-कानूनी गिरफ्तारियों के खिलाफ जवाबदेही, बंधुआ मजदूरों के अधिकारों की रक्षा, आदिवासियों द्वारा अपनी भूमि की रक्षा करने की मांग, हाथ से मैला उठाने जैसी सामाजिक बुराइयों की रोकथाम और स्वच्छ हवा पाने के लिए हस्तक्षेप की उम्मीद के साथ अदालत पहुंचते हैं.

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘ये मामले अदालत के लिए सिर्फ उद्धरण या आंकड़े नहीं हैं. ये मामले शीर्ष अदालत से लोगों की अपेक्षाओं के साथ-साथ नागरिकों को न्याय देने को लेकर अदालत की अपनी प्रतिबद्धता से मेल खाते हैं.’ उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत शायद दुनिया की एकमात्र अदालत है, जहां कोई भी नागरिक सीजेआई को पत्र लिखकर उच्चतम न्यायालय के संवैधानिक तंत्र को गति दे सकता है.

उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने निर्णयों के माध्यम से न्याय सुनिश्चित करने के अलावा शीर्ष अदालत यह सुनिश्चित करने का निरंतर प्रयास कर रही है कि उसकी प्रशासनिक प्रक्रियाएं नागरिक केंद्रित हों, ताकि लोगों को अदालतों के कामकाज के साथ जुड़ाव महसूस हो.

उन्होंने कहा, ‘लोगों को अदालतों का दरवाजा खटखटाने से डरना नहीं चाहिए या इसे अंतिम उपाय के रूप में नहीं देखना चाहिए. मैं आशा करता हूं कि हमारे प्रयासों से, हर वर्ग, जाति और पंथ के नागरिक हमारी न्यायिक प्रणाली पर भरोसा कर सकते हैं और इसे अधिकारों के इस्तेमाल के लिए निष्पक्ष और प्रभावी मंच के रूप में देख सकते हैं.’

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि अदालतें अब अपनी कार्यवाही की ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ (सीधा प्रसारण) कर रही हैं और यह निर्णय इस उद्देश्य से लिया गया है कि नागरिकों को पता चले कि अदालत कक्षों के अंदर क्या हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘अदालतों की कार्यवाही के बारे में लगातार मीडिया रिपोर्टिंग अदालत कक्षों के कामकाज में जनता की भागीदारी को इंगित करती है.’ उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत ने कृत्रिम मेधा (एआई) और प्रौद्योगिकी की मदद से अपने फैसलों का क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करने का भी निर्णय लिया है.

प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘शीर्ष अदालत ने अपनी पहली बैठक की तारीख से 25 नवंबर, 2023 तक 36,068 फैसले अंग्रेजी में दिए हैं, लेकिन हमारी जिला अदालतों में कार्यवाही अंग्रेजी में नहीं की जाती है.’ सीजेआई ने कहा कि ये सभी फैसले ई-एससीआर प्लेटफॉर्म पर मुफ्त में उपलब्ध हैं. इस मंच की शुरूआत इस साल जनवरी में की गई थी. उन्होंने कहा, ‘आज, हम हिंदी में ई-एससीआर की शुरुआत कर रहे हैं, क्योंकि 21,388 फैसलों का हिंदी में अनुवाद किया गया है, जांचा गया है और ई-एससीआर पोर्टल पर अपलोड किया गया है.’

उन्होंने कहा, इसके अलावा, शनिवार शाम तक 9,276 फैसलों का पंजाबी, तमिल, गुजराती, मराठी, मलयालम, बंगाली और उर्दू सहित अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है. प्रौद्योगिकी और न्यायपालिका द्वारा इसके इस्तेमाल के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने अदालतों में ‘ई-सेवा केंद्र’ शुरू करने किये जाने का भी उल्लेख किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी नागरिक न्यायिक प्रक्रिया में पीछे न छूट जाए.

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि पिछले साल संविधान दिवस पर राष्ट्रपति ने जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों और समाज में हाशिये पर मौजूद लोगों को जेल में रखे जाने पर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा, ‘…मैं आपको (राष्ट्रपति को) आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं कि कानूनी प्रक्रियाएं आसान और सरल हो जाएं, ताकि नागरिक अनावश्यक रूप से जेलों में बंद न रहें.’

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि ‘फास्ट एंड सिक्योर्ड ट्रांसमिशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स’ (फास्टर) ऐप्लिकेशन का संस्करण 2.0 रविवार को शुरू किया जाएगा, जो यह सुनिश्चित करता है कि किसी व्यक्ति की रिहाई का न्यायिक आदेश तुरंत इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से जेल अधिकारियों, जिला अदालतों और उच्च न्यायालयों को हस्तांतरित किया जाए, ताकि संबंधित व्यक्ति को समय पर रिहा किया जा सके.

सीजेआई ने कहा कि जब देश पहले से ही स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस मनाता है, फिर अलग संविधान दिवस क्यों? उन्होंने आगे कहा, ‘इसका जवाब उन देशों की तुलना में हमारे लोकतंत्र की सफलता में निहित है, जिन्होंने भारत के साथ ही उपनिवेशवाद से आजादी हासिल की थी.’ उन्होंने कहा कि भारत ने न केवल अपने संविधान को कायम रखा, बल्कि लोगों ने इसे अपनी आकांक्षाओं के प्रतीक के रूप में आत्मसात किया. सीजेआई ने कहा, “संविधान दिवस का जश्न एक स्वतंत्र राष्ट्र के सामाजिक जीवन का प्रतीक है.”

Tags: Constitution Day, Draupadi murmu, DY Chandrachud, Supreme Court

Adblock test (Why?)


CJI चंद्रचूड़ क्यों बोले, नागरिकों को अदालतों का दरवाजा खटखटाने से डरना नहीं चाहिए, राष्ट्रपति को दिलाया ये... - News18 हिंदी
Read More

Saturday, November 25, 2023

बिहार: मोतिहारी में घर में लगी भीषण आग, एक ही परिवार के 7 लोग झुलसे, 3 की मौत - प्रभात खबर - Prabhat Khabar

घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर किसी तरह से काबू पाया गया है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है है कि सुबोध अपने परिवार के साथ बीती रात घर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगाकर सोये थे. सुबह करीब छह बजे के आसपास घर में नीचे से आग लग गई, घर के नीचे रुई और प्लास्टिक का गोदाम से आग की शुरुआत हुई थी, जहां आग लगी वहीं घर का सीढ़ी था, जिसके वजह से घर से लोग बाहर नहीं निकल सके आग का धुआं देख कर आसपास के लोग वहा जमा हो कर अपने अपने घर के छत से पानी फेंक कर किसी तरह आग बुझाने का प्रयास कर रहा था. इसी बीच फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, किसी तरह ग्रामीणों ने घर का दीवार तोड़ कर जब तक सभी को बाहर निकालते तब तक तीन दो लोगो की मौत हो चुकी थी. जबकि तीन को आनन फानन में मोतिहारी भेजा गया. जहा एक की मौत हो गई, एक सुबोध पड़ित का निजी नर्सिंग होम में जबकि उसके पत्नी का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.

Adblock test (Why?)


बिहार: मोतिहारी में घर में लगी भीषण आग, एक ही परिवार के 7 लोग झुलसे, 3 की मौत - प्रभात खबर - Prabhat Khabar
Read More

PM Modi In Tejas: लड़ाकू विमान तेजस में पीएम मोदी ने भरी उड़ान, DRDO को दी शुभकामनाएं - Aaj Tak

PM Modi In Tejas: लड़ाकू विमान तेजस में पीएम मोदी ने भरी उड़ान, DRDO को दी शुभकामनाएं

पीएम मोदी हमेशा सेना का प्रोत्साहित करते रहते हैं. लेकिन आज पीएम ने बेंगलुरु में लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की. देखें.

PM Modi always keeps encouraging the army. But today the PM shared pictures of flying in fighter aircraft Tejas in Bengaluru on social media. Watch

Adblock test (Why?)


PM Modi In Tejas: लड़ाकू विमान तेजस में पीएम मोदी ने भरी उड़ान, DRDO को दी शुभकामनाएं - Aaj Tak
Read More

Friday, November 24, 2023

अलर्ट रहें... प्रशांत भूषण को अडानी-हिंडनबर्ग मामले में चेतावनी, SC ने कहा- सेबी पर शक करने की कोई वजह नहीं... - News18 हिंदी

नई दिल्ली. उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करने वाले बाजार नियामक सेबी पर संदेह करने की कोई वजह नहीं है. उसने कहा कि बाजार नियामक की जांच के बारे में भरोसा नहीं करने के लायक कोई भी तथ्य उसके समक्ष नहीं है. इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने कहा कि वह हिंडनबर्ग रिपोर्ट में किए गए दावों को पूरी तरह तथ्यों पर आधारित नहीं मानकर चल रहा है. पीठ ने कहा कि उसके समक्ष कोई तथ्य न होने पर अपने स्तर पर विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करना उचित नहीं होगा.

मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले से संबंधित पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया. यह मामला जनवरी में आई हिंडनबर्ग रिसर्च की एक शोध रिपोर्ट में अडानी समूह पर शेयरों के भाव में हेराफेरी करने और धोखाधड़ी के आरोपों से संबंधित है. हालांकि समूह ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया, लेकिन उसकी कंपनियों के शेयरों के भाव में भारी गिरावट आ गई थी.

न्यायालय ने कुछ मीडिया रिपोर्टों के आधार पर सेबी को अडानी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए कहे जाने पर आपत्ति जताई. उसने कहा कि वह एक वैधानिक नियामक को मीडिया में प्रकाशित किसी बात को अटल सत्य मानने को नहीं कह सकता है.

पीठ ने कहा, ‘हिंडनबर्ग रिपोर्ट में वर्णित बिंदुओं को हमें अपने-आप ‘मामले की सच्ची स्थिति’ मानने की ज़रूरत नहीं है. इसीलिए हमने सेबी को जांच करने का निर्देश दिया. क्योंकि हमारे लिए किसी रिपोर्ट में दर्ज ऐसी चीज को स्वीकार करना, जो हमारे समक्ष नहीं है और जिसकी सत्यता का परीक्षण करने का हमारे पास कोई साधन भी नहीं है, वास्तव में अनुचित होगा.’

पीठ ने एक याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण की तरफ से सेबी की भूमिका पर संदेह जताने पर यह बात कही. भूषण ने कहा था कि सेबी के पास अडानी समूह की गड़बड़ियों के बारे में वर्ष 2014 से ही तमाम जानकारी उपलब्ध थी. इस पीठ में न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा भी शामिल हैं.

पीठ ने कहा, ‘उन्होंने (सेबी) अपनी जांच पूरी कर ली है. उनका कहना है कि अब यह उनके अर्द्ध-न्यायिक क्षेत्राधिकार में है. कोई कारण बताओ नोटिस जारी करने के पहले क्या उन्हें जांच का खुलासा कर देना चाहिए.’ इस पर भूषण ने कहा कि शीर्ष अदालत को इस पर भी गौर करना होगा कि क्या सेबी की जांच विश्वसनीय है और क्या इसकी जांच का जिम्मा किसी स्वतंत्र संगठन या एसआईटी को सौंपा जाना चाहिए.

इस पर पीठ ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘सेबी के काम पर संदेह करने वाला तथ्य हमारे समक्ष कहां है?’ इसके साथ ही पीठ ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति के दो सदस्यों पर ‘हितों के टकराव’ का आरोप लगाने पर भी कड़ी टिप्पणी की. पीठ ने कहा, ‘आपको काफी सतर्क होने की जरूरत है. आरोप लगाना बहुत आसान है लेकिन हमें निष्पक्षता के बुनियादी सिद्धांत का भी ध्यान रखना है.’

पीठ ने सेबी की जांच की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जाने पर कहा, ‘हमें यह ध्यान रखना होगा कि सेबी एक वैधानिक निकाय है जिसे शेयर बाजार नियमों के उल्लंघन की जांच का अधिकार है. आज देश की सर्वोच्च अदालत के लिए किसी तथ्य के बगैर क्या यह कहना उचित है कि हम आपको जांच नहीं करने देंगे और अपनी तरफ से एक एसआईटी बनाएंगे? ऐसा बहुत जांच-परख के साथ करना होगा.’

वरिष्ठ अधिवक्ता भूषण ने अडाणी समूह के खिलाफ प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट का ध्यान नहीं रखे जाने की बात कही. इस पर पीठ ने कहा कि सेबी मीडिया में प्रकाशित सामग्री को अटल सत्य मानकर नहीं चल सकता है क्योंकि वह साक्ष्यों की बाध्यता से संचालित है. सुनवाई के दौरान सेबी का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि भारत के भीतर की चीजों और नीतियों को प्रभावित करने के लिए देश के बाहर खबरें परोसने की प्रवृत्ति बढ़ रही है.

मेहता ने पीठ को बताया कि अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों से संबंधित 24 में से 22 मामलों की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि दो मामलों में विदेशी नियामकों से जानकारी हासिल करने की जरूरत है. मेहता ने कहा, ‘बाकी दो मामलों के लिए हमें विदेशी नियामकों से जानकारी और कुछ अन्य सूचनाओं की जरूरत है. हम उनके साथ परामर्श कर रहे हैं. कुछ जानकारी मिली है लेकिन स्पष्ट कारणों से समय सीमा पर हमारा नियंत्रण नहीं है.’

पीठ ने ‘शॉर्ट सेलिंग’ के संदर्भ में कोई गड़बड़ी पाए जाने के बारे में भी पूछा. इस पर मेहता ने कहा कि जहां भी सेबी को ‘शॉर्ट सेलिंग’ का पता चला है, वहां पर सेबी अधिनियम के अनुसार कार्रवाई की जा रही है. सॉलिलिटर जनरल ने कहा कि नियामक ढांचे को लेकर न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति के सुझाव मौजूद हैं. उन्होंने कहा, ‘विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट में दिए गए सुझावों को लेकर सैद्धांतिक तौर पर कोई आपत्ति नहीं है.’

शीर्ष अदालत की तरफ से गठित विशेषज्ञ समिति ने मई में एक अंतरिम रिपोर्ट में कहा था कि उसने उद्योगपति गौतम अडाणी की कंपनियों में हेराफेरी का कोई स्पष्ट सबूत नहीं देखा और इसमें किसी भी तरह की नियामकीय नाकामी नहीं हुई थी. हालांकि समिति ने 2014 और 2019 के बीच सेबी द्वारा किए गए कई संशोधनों से जांच करने की उसकी क्षमता बाधित होने का उल्लेख करते हुए कहा था कि विदेशी कंपनियों से आने वाले निवेश में कथित उल्लंघनों की जांच में कुछ नहीं मिला है.

Tags: Adani Group, Hindenburg Report, Prashant bhushan, Supreme Court

Adblock test (Why?)


अलर्ट रहें... प्रशांत भूषण को अडानी-हिंडनबर्ग मामले में चेतावनी, SC ने कहा- सेबी पर शक करने की कोई वजह नहीं... - News18 हिंदी
Read More

मुंबई एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, बिटकॉइन में 48 घंटे के अंदर 10 लाख डॉलर की डिमांड - Agniban

मुंबई (Mumbai)। मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Mumbai’s International Airport) को बम से उड़ाने की धमकी (bomb threat) देने का मामला सामने आया है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज (FIR registered) कर ली है. आरोपी के बारे में पता किया जा रहा है। ये धमकी एक ईमेल के जरिए आई थी. मेल भेजने वाले ने धमाका टालने के लिए 48 घंटे के अंदर 10 लाख डॉलर देने की मांग (Demand to give 10 lakh dollars) रखी है वो भी बिटकॉइन में. ईमेल में आगे कहा, अगर बिटकॉइन में राशि (Amount in Bitcoin) नहीं दी गई तो बुरा हाल होगा।

मुंबई के सहार पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ धारा 385 और 505(1)(b) के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि मेल के आधार पर एफआईआर दर्ज की है. आगे की जांच की जा रही है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि “[email protected]” नाम की एक आईडी से धमकी भरा ईमेल आया है. पुलिस ने आगे बताया कि आरोपी ने यह ईमेल गुरुवार सुबह करीब 11 बजे मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) के फीडबैक इनबॉक्स में भेजा है।

‘तो टर्मिनल-2 को बम से उड़ा देंगे’
धमकी भरे मेल में आरोपी ने लिखा है कि यह आपके एयरपोर्ट के लिए आखिरी चेतावनी है. यदि 10 लाख डॉलर नहीं दिए गए तो हम 48 घंटे के अंदर एयरपोर्ट का टर्मिनल 2 को बम से उड़ा देंगे. इसके लिए हमें बिटकॉइन में एक मिलियन डॉलर भेजा जाये. 24 घंटे बाद एक और अलर्ट दिया जाएगा. यह धमकी भरा ईमेल जिस IP ऐड्रेस का इस्तेमाल कर भेजा गया है, उसका पता लगा लिया गया है। पुलिस अब ईमेल भेजने वाले शख्स की पहचान लगाने में जुट गई है।

Share:

Adblock test (Why?)


मुंबई एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, बिटकॉइन में 48 घंटे के अंदर 10 लाख डॉलर की डिमांड - Agniban
Read More

Thursday, November 23, 2023

बैंकॉक में आज विश्व हिंदू कांग्रेस की शुरुआत करेंगे RSS प्रमुख मोहन भागवत, अतिथियों में योगी आदित्यनाथ का भी नाम - Aaj Tak

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्घाटन करेंगे. ये कार्यक्रम तीन दिन तक चलेगा. इसमें विचारक, एक्टिविस्ट और नेता हिस्सा लेंगे और दुनियाभर में हिंदुओं के सामने आने वाले मुद्दों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे. समाधान के तरीकों पर चर्चा करेंगे. अतिथियों की लिस्ट में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का भी नाम शामिल है.

बता दें कि विश्व हिंदू कांग्रेस (WHC) चार साल में एक बार होता है. ये कार्यक्रम तीसरी बार होने जा रहा है. इस बार विषय ‘जयस्य आयतनम धर्मः’ है, जिसका अर्थ ‘धर्म, विजय का निवास’ है. इसमें हिंदुओं के मूल्यों, रचनात्मकता और उद्यमशीलता की भावना को व्यक्त करने के लिए सात समानांतर सत्र शामिल हैं. कार्यक्रम की आयोजन टीम के सदस्य समीर पांडा ने कहा, समानांतर सम्मेलन दुनियाभर में हिंदुओं के सामने आने वाले अवसरों और चुनौतियों और उन्हें बहादुरी से कैसे एड्रेस किया जाए, इस पर चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा.

ये अतिथि संबोधित करेंगे

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, माता अमृतानंदमयी, योगेन्द्र गिरि जैसे आध्यात्मिक नेता, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह, श्रीधर वेम्बू, नरेंद्र मुरकुम्बी, लेखक विक्रम संपत, वैज्ञानिक आनंद रंगनाथन समेत उद्यमी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे.

Advertisement

'तीसरा एडिशन बैंकॉक में'

इसके अलावा, केन्या, ऑस्ट्रेलिया, सूरीनाम, जर्मनी, न्यूजीलैंड और थाईलैंड जैसे देशों के राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं के भी सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है. WHC का पहला आयोजन 2014 में दिल्ली में और 2018 में शिकागो में आयोजित किया गया था.

'विचारों को मंच प्रदान करता है WHC'

पांडा ने कहा, डब्ल्यूएचसी सभी हिंदू नेताओं, एक्टिविस्ट्स, विचारकों और प्रभावशाली लोगों को एक साथ आने और एक आम दृष्टिकोण की दिशा में काम करने में सक्षम बनाता है. व्यापक आम भलाई के लिए एक-दूसरे को जोड़ने, साझा करने, विचारों और प्रेरित करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है.

'साझा विरासत के प्रतीक हैं...'

आयोजकों ने कहा, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया समान धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को साझा करते हैं जो भाषा, कला, वास्तुकला और परंपरा में अभिव्यक्ति पाते हैं. साझा विरासत के शानदार प्रतीक वाट फ्रा सी रतन सत्सदाराम (थाईलैंड), अंगकोर वाट और नोम कुलेन (कंबोडिया), प्रम्बानन और बोरोबुदुर (इंडोनेशिया), बागान (म्यांमार), केदारम (मलेशिया), चाम मंदिर, एम सन (वियतनाम) और वट फोउ (लाओस) में देखे जा सकते हैं.

Adblock test (Why?)


बैंकॉक में आज विश्व हिंदू कांग्रेस की शुरुआत करेंगे RSS प्रमुख मोहन भागवत, अतिथियों में योगी आदित्यनाथ का भी नाम - Aaj Tak
Read More

एक्टर प्रकाश राज को ED का समन, 100 करोड़ के घोटाले से जुड़ा है मामला - Aaj Tak

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 100 करोड़ रुपये के पोन्जी घोटाले में पूछताछ के लिए एक्टर प्रकाश राज को तलब किया है. 

इससे पहले ईडी ने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत त्रिची स्थित पार्टनरशिप फर्म प्रणव ज्वैलर्स की संपत्तियों पर 20 नवंबर को छापेमारी की थी. इस छापेमारी में आपत्तिजनक दस्तावेज, 23.70 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी और 11.60 किलोग्राम के सोने के आभूषण जब्त किए गए है.

बता दें कि प्रकाश राज के खिलाफ यह समन प्रणव ज्वैलर्स की कथित पोन्जी स्कीम की जांच का हिस्सा है. प्रकाश राज प्रणव ज्वैलर्स के ब्रांड एंबेसडर हैं. उन्हें अगले हफ्ते चेन्नई में ईडी के समक्ष पेश होने को कहा गया है.

प्रणव ज्वैलर्स कथित तौर पर पोन्जी स्कीम चला रहा है. यह स्कीम वित्तीय गड़बड़ी में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ त्रिची में आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी की जांच के दायरे में आई है. आरोप है कि प्रणव ज्वैलर्स ने आकर्षक रिटर्न का वादा करते हुए गोल्ड की निवेश योजना के बहाने जनता से 100 करोड़ रुपये जमा किए. 

Adblock test (Why?)


एक्टर प्रकाश राज को ED का समन, 100 करोड़ के घोटाले से जुड़ा है मामला - Aaj Tak
Read More

Wednesday, November 22, 2023

भारत नहीं आ पाए पुतिन भी बनेंगे आज जी-20 वर्चुअल समिट का हिस्सा, ट्रूडो भी सामने बैठेंगे, PM मोदी करेंगे अध्यक्षता - Aaj Tak

इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक बार फिर वैश्विक नेताओं की एक बड़ी समिट होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज जी-20 का वर्चुअल समिट आयोजित होगा. इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी हिस्सा लेंगे. कनाडाई पीएम जस्टिस ट्रूडो भी वर्चुअल टेबल पर बातचीत के लिए बैठेंगे. हालांकि, इस बार भी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस समिट से दूरी बना ली है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एक अन्य प्रोग्राम में शामिल होने की वजह से उपस्थिति नहीं हो सकेंगे.

 बता दें कि नई दिल्ली में 9-10 सितंबर को जी-20 समिट आयोजित किया गया था. इसमें ग्रुप के सभी राष्ट्राध्यक्षों ने हिस्सा लिया था. लेकिन, चीन के राष्ट्रपति जी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत नहीं आ सके थे. उन्होंने अपने प्रतिनिधियों को समिट में शामिल होने भेजा था. इस दौरान नई दिल्ली घोषणा पत्र को स्वीकार किया गया था. इस दौरान पीएम मोदी ने घोषणा पत्र के क्रियान्वयन पर चर्चा के लिए वर्चुअल समिट आयोजित करने का प्रस्ताव रखा था. 

'दो साल बाद जी-20 समिट जॉइन करेंगे पुतिन'

बुधवार को भारत द्वारा बुलाई गई जी20 की वर्चुअल समिट में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं और अफ्रीकी संघ एक साथ आएंगे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन करीब दो साल में पहली बार जी20 में उपस्थित होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन थैंक्सगिविंग के कारण उपस्थित नहीं हो सकेंगे. उनका प्रतिनिधित्व ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन करेंगी.

Advertisement

'चीन के प्रधानमंत्री समिट में हिस्सा लेंगे'

यह भी पहली बार होगा जब कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो सितंबर में भारत से लौटने के बाद राजनयिक गतिरोध के बीच पीएम मोदी के साथ आमने-सामने होंगे. चीन का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री ली कियांग करेंगे. राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक बार फिर समिट से दूरी बनाई है.

'इजरायल-हमास युद्ध पर भी हो सकती है चर्चा'

हालांकि भारत विकास के एजेंडे को केंद्र में रखने पर जोर देगा. रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास संघर्ष के प्रभाव पर भी चर्चा की जाएगी. भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा, जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की हमारी सफल मेजबानी के बाद से दुनिया ने कई घटनाओं को देखा है और कई नई चुनौतियां सामने आई हैं. जबकि विकास मुख्य एजेंडा होगा और हम विकास के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करेंगे, नेता अन्य मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा, नेताओं द्वारा चर्चा किए जाने वाले मुद्दों को पहले से तय करना उचित नहीं होगा, क्योंकि भारतीय अधिकारियों ने सितंबर में शिखर सम्मेलन के बाद से कई मुद्दों पर हुई प्रगति को सूचीबद्ध किया है.

'दो महीने के अंदर दूसरी बार पीएम मोदी अध्यक्षता करेंगे'

अमिताभ कांत ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर दो महीने के भीतर जी20 के नेताओं की मेजबानी करेंगे. यह समिट बेहद खास और मायने रखती है. किसी अन्य राष्ट्रपति ने सभी नेताओं की फिजिकल और फिर वर्चुअल बैठक नहीं की है. इन सबके अलावा पीएम ने वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ के दो सत्रों की मेजबानी की है. भारत ने 150 से ज्यादा वैश्विक नेताओं के साथ एक साल में चार ऐसी बैठकें आयोजित की हैं जो वैश्विक स्तर पर प्रधानमंत्री की संयोजक शक्ति और नेतृत्व को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करती हैं.

इससे पहले सितंबर में भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जी20 शिखर सम्मेलन के घोषणा पत्र पर आम सहमति हासिल की थी. यह एक ऐसा मुद्दा था, जिसने विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच गतिरोध पैदा करने की धमकी दी थी. भारत अब शिखर सम्मेलन में नेताओं द्वारा सहमत मुद्दों के कार्यान्वयन पर काम कर रहा है. नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा, भारत की अध्यक्षता में सितंबर में आयोजित समिट में तय किए गए प्रमुख नतीजों और कार्रवाई बिंदुओं पर जी20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन बात होगी. दो महीने पहले लिए गए विभिन्न निर्णयों के प्रभावी कार्यान्वयन पर भी जोर दिए जाने की उम्मीद है.

Advertisement

भारत ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष समेत सभी G20 सदस्यों के नेताओं, साथ ही 9 अतिथि देशों और 11 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को वर्चुअल समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है. भारत के पास 30 नवंबर, 2023 तक G20 की अध्यक्षता है. अब ब्राजील G20 का अगला अध्यक्ष होगा.

बताते चलें कि जी20 सदस्य देश ग्लोबल जीडीपी की 85 फीसदी का प्रतिनिधित्व करते हैं. ग्लोबल ट्रेड का 75 फीसदी इन देशों के बीच होता है. दुनिया की कुल आबादी का दो तिहाई इन देशों में रहता है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, साउथ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. बता दें कि दिल्ली में हुए समिट में ही अफ्रीकन यूनियन को जी20 के नए सदस्य के रूप में मान्यता दी गई है.

Adblock test (Why?)


भारत नहीं आ पाए पुतिन भी बनेंगे आज जी-20 वर्चुअल समिट का हिस्सा, ट्रूडो भी सामने बैठेंगे, PM मोदी करेंगे अध्यक्षता - Aaj Tak
Read More

Tuesday, November 21, 2023

राहुल, सोनिया गांधी को ED से झटका, यंग इंडिया और AJL की 751 करोड़ की संपत्ति जब्त की - News18 हिंदी

नई दिल्ली. नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) से झटका मिला है. जांच एजेंसी ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडिया की 751.9 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली. AJL की संपत्ति की कुल कीमत 661.69 करोड़ रुपए है. यह कार्रवाई दिल्ली, लखनऊ और मुम्बई में की गई है. वहीं, यंग इंडिया की प्रॉपर्टी की कीमत 90.21 करोड़ रुपए है. बता दें कि ईडी कांग्रेस के दोनों नेताओं से पूछताछ कर चुकी है.

ED ने साल 2014 में दिल्ली के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश पर AJL और यंग इंडिया के खिलाफ PMLA के तहत जांच शुरू की थी. जांच में पाया गया कि इस मामले से जुड़े आरोपियों ने मेसर्स यंग इंडियन के जरिये AJL की सैकड़ों करोड़ रुपए की संपत्ति हासिल करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी. आरोप है कि मेसर्स AJL को समाचार पत्र प्रकाशित करने के लिए सरकार द्वारा भारत के विभिन्न शहरों में रियायती दरों पर जमीन दी गई थी.

AJL ने 2008 में अपना प्रकाशन कार्य बंद कर दिया और संपत्तियों का व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोग करना शुरू कर दिया. जांच में पाया गया कि AJL को 90.21 करोड़ का कर्ज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को चुकाना था हालांकि कांग्रेस पार्टी ने 90.21 करोड़ रुपए के इस कर्ज को माफ कर AJL को साजिशन एक नई कंपनी मेसर्स यंग इंडियन को महज 50 लाख रुपये में बेच दिया. आरोप है कि इसके बाद यंग इंडिया के शेयर गांधी परिवार और उनके करीबियों को दे दिए गए यानी AJL की करोड़ों की संपत्ति और यंग इंडिया के जरिये परोक्ष रूप से गांधी परिवार का कब्जा हो गया.

हालांकि इससे पहले AJL ने एक एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग बुलाई और रेसोलुशन पास किया, जिसके बाद AJL में 1000 से अधिक शेयरधारकों की शेयरधारिता घटकर मात्र 1% रह गई. AJL, यंग इंडिया की सहायक कंपनी बन गई. यंग इंडिया ने एजेएल की संपत्तियों पर भी कब्जा कर लिया. इस मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ऑस्कर फर्नांडिस, मोती लाल वोहरा और सुमन दुबे आरोपी हैं. ED इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ भी कर चुकी है.

वहीं, ईडी की कार्रवाई पर कांग्रेस का बयान भी आ गया है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ईडी द्वारा AJL संपत्तियों की कुर्की की खबरें पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में निश्चित हार से ध्यान हटाने की उनकी हताशा को दर्शाती हैं. पीएमएलए कार्रवाई केवल किसी विधेय या मुख्य अपराध के परिणामस्वरूप हो सकती है. किसी भी अचल संपत्ति का कोई हस्तांतरण नहीं है. पैसों का कोई आवागमन नहीं हो रहा है. अपराध की कोई आय नहीं है. वास्तव में, ऐसा कोई शिकायतकर्ता नहीं है जो यह दावा करता हो कि उसे धोखा दिया गया है, ऐसा एक भी नहीं है.

Adblock test (Why?)


राहुल, सोनिया गांधी को ED से झटका, यंग इंडिया और AJL की 751 करोड़ की संपत्ति जब्त की - News18 हिंदी
Read More

Monday, November 20, 2023

Ram Rahim News: राम रहीम फिर मिली पैरोल, 21 दिनों के लिए जेल से आएगा बाहर - ABP न्यूज़

Ram Rahim Latest News: रेप मामले में जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा चीफ गुरमीत राम रहीम फिर जेल से बाहर निकलने वाला है. राम रहीम को 21 दिनों की पैरोल मिली है. राम रहीम यूपी के बागपत के बरनावा आश्रम में 21 दिन गुजारेगा. संभावना है कि डेरा प्रमुख के साथ उसकी मुंह बोली बेटे हरीप्रीत भी आएगी. फरलो मंजूर होने के बाद उसके अनुयायियों में खुशी की लहर दौड़ गई है और आश्रम में उसके आने की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं.

उधर, राम रहीम के बाहर आने को अगले साल हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है. डेरा सच्चा सौदा आश्रम के प्रवक्ता जितेंद्र खुराना ने बताया कि उन्हें भी मीडिया से जानकारी मिली है कि 21 दिन की फरलो मंजूर हो गई है. इंस्पेक्टर बिनौली एमपी सिंह ने बताया कि रोहतक जेल अधीक्षक ने इस संबंध में कई बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी थी, जिसे भेज दिया गया था.

पांचवी बार बाहर आ रहा है राम रहीम
डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को सबसे पहले 30 दिन की पैरोल 17 जून 2022 को मिली. इसके बाद वह बरनावा आश्रम में रहा. 18 जुलाई को वापस सुनारिया जेल चला गया. 88 दिन बाद फिर 15 अक्टूबर को दूसरी बार पैरोल मिल गई. 25 नवंबर को वह वापस सुनारिया जेल चला गया. 21 जनवरी 2023 को फिर तीसरी बार 40 दिन की पैरोल पर गुरमीत सिंह बरनावा आश्रम में आकर रहा. तीन मार्च को पैरोल पूरी कर वापस सुनारिया जेल चला गया. चौथी बार फिर डेरा प्रमुख 20 जुलाई को 30 दिन की पैरोल पर बरनावा आश्रम पहुंचा था. उसके बाद वह जेल में चला गया था. 

पेर मामले में रोहतक जेल में काट रहा है सजा
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह रोहतक की सुनारिया जेल में रेप के मामले में सजा काट रहा है. इस बार डेरा प्रमुख जो जेल से बाहर आ रहा है उसके पीछे राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं क्योंकि अगले साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी होने है. यही कारण है कि फरलो मंजूर होने के पीछे हरियाणा विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है.

Gurudwara Sahib Kartarpur में नॉनवेज पार्टी को लेकर भड़के सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी की ये मांग

Adblock test (Why?)


Ram Rahim News: राम रहीम फिर मिली पैरोल, 21 दिनों के लिए जेल से आएगा बाहर - ABP न्यूज़
Read More

ठेले से खरीदकर पिया नींबू पानी, साथी ने UPI के जरिए दिए पैसे तो भौचक्के रह गए ऑस्ट्रेलियाई डिप्टी PM, बोले- WOW - Jansatta

Adblock test (Why?)


ठेले से खरीदकर पिया नींबू पानी, साथी ने UPI के जरिए दिए पैसे तो भौचक्के रह गए ऑस्ट्रेलियाई डिप्टी PM, बोले- WOW - Jansatta
Read More

Sunday, November 19, 2023

मौसम विभाग की भविष्यवाणी: पश्चिमी विक्षोभ मचाएगा तहलका, 21 नवंबर के बाद तेजी से गिरेगा तापमान - Patrika News


दक्षिण पूर्वी होते ही एक दिन में ढाई डिग्री से ज्यादा बढ़ गया अधिकतम तापमान

भोपाल। शहर में इन दिनों मौसम का मिजाज नरम गरम बना हुआ है। उत्तरी हवाओं के कारण रात में गुलाबी सर्दी के साथ-साथ दिन में भी हल्की ठंडक का अहसास होने लगा था, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण एक बार फिर उत्तरी हवा आना कम हो गई है, ऐसे में सर्दी का असर फिर थोड़ा कम होने लगा है। अगले दो तीन दिन भी न्यूनतम तापमान में बहुत ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं है।

Adblock test (Why?)


मौसम विभाग की भविष्यवाणी: पश्चिमी विक्षोभ मचाएगा तहलका, 21 नवंबर के बाद तेजी से गिरेगा तापमान - Patrika News
Read More

मणिपुर: इंफाल एयरपोर्ट के एयर स्पेस में नजर आया संदिग्ध UAV, तीन घंटे तक उड़ानों पर असर - Aaj Tak

मणिपुर में जारी हिंसक गतिविधियों के बीच अब राजधानी इंफाल के एयरपोर्ट के पास अनमैन्ड एरियल व्हीकल (Unmanned aerial vehicle) देखा गया है. इंफाल एयरपोर्ट पर रविवार दोपहर 2.30 बजे अचानक दिखे UAV के बाद हंगामा मच गया. इसके बाद इंफाल एयरपोर्ट पर आने और जाने वाली सभी फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं.

इंफाल के जिस एयरपोर्ट पर UAV देखा गया, उसका नाम वीर टिकेंद्रजीत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है. सूत्रों के मुताबिक इंफाल से आने-जाने वाली कुछ उड़ानों को रद्द कर दिया गया और कुछ उड़ानें इंफाल हवाई क्षेत्र से वापस लौट गईं, जिन्हें दूसरे गंतव्यों की तरफ मोड़ दिया गया. अनुमान लगाया जा रहा है कि UAV एक ड्रोन हो सकता है.

25 मिनट तक लैंडिंग से रोकी गई फ्लाइट

बताया जा रहा है कि कोलकाता से एक फ्लाइट इंफाल में लैंड होने वाली थी, लेकिन उसे यह कहकर रोक दिया गया कि सुरक्षा एजेंसियों से अनुमति मिलने तक लैंडिंग ना की जाए. यात्रियों से भरी एक फ्लाइट को तो 25 मिनट तक इंफाल एयरपोर्ट पर लैंड करने से रोका गया. बाद में उसे गुवाहाटी डायवर्ट कर दिया गया.

कई फ्लाइट्स को डायवर्ट भी किया गया

Advertisement

UAV की सूचना मिलने के बाद करीब 3 घंटे तक 3 उड़ानों को टेक ऑफ करने से रोका गया और दो फ्लाइट्स को कोलकाता की तरफ मोड़ दिया गया. हालांकि, शाम करीब 6 बजे दिल्ली, पटना और गुवाहाटी के लिए तीन फ्लाइट्स ने देरी से उड़ान भरी.

अमेरिका

एयरपोर्ट प्रबंधन का आया बयान

इम्फाल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के AAI डायरेक्टर चिपेम्मी कीशिंग ने बताया कि इम्फाल नियंत्रित हवाई क्षेत्र के अंदर एक अज्ञात उड़ने वाली वस्तु देखे जाने के कारण, दो उड़ानों को डायवर्ट कर दिया गया है और तीन टेक ऑफ करने वाली उड़ानों में देरी हुई है. 

अमेरिका

इंटरनेट पर 23 नवंबर तक बढ़ा प्रतिबंध

बता दें कि हिंसा प्रभावित राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध को 23 नवंबर तक पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया है. 

अमेरिका

मणिपुर हिंसा में हो चुकी है 200 मौतें

बता दें कि मणिपुर में मैतेई समुदाय खुद को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग कर रहे हैं. अपनी इस मांग को लेकर उन्होंने मणिपुर में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' निकाला था. इस मार्च के बाद कुकी समुदाय ने भी प्रदर्शन किया था और प्रदर्शन ने उग्र रूप धारण कर लिया था. राज्य में 3 मई से आदिवासी समूह मैतेई और कुकी के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है. इस संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

(रिपोर्ट: बेबी शिरीन)

Adblock test (Why?)


मणिपुर: इंफाल एयरपोर्ट के एयर स्पेस में नजर आया संदिग्ध UAV, तीन घंटे तक उड़ानों पर असर - Aaj Tak
Read More

IND vs AUS World Cup Final Live: होटल से स्टेडियम के लिए रवाना हुई टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया से फाइनल जंग आज - News18 हिंदी

अधिक पढ़ें

IND vs AUS Score World Cup Final Live: विराट कोहली वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 54 रन बनाकर आउट हुए. कोहली को कंगारू टीम के कप्तान पैट कमिंस ने बोल्ड मारा. कोहली का यह टूर्नामेंट का छठा अर्धशतक है. कमिंस अब तक 2 विकेट ले चुके हैं. केएल राहुल और रवींद्र जडेजा क्रीज पर हैं. इससे पहले कप्तान रोहित शर्मा ने एक बार फिर तेज शुरुआत दिलाई. उन्होंने 47 रन बनाए. टीम के 3 विकेट 81 रन पर गिर गए थे. इसके अलावा शुभमन गिल 4 और श्रेयस अय्यर 4 रन बनाकर चलते बने.  टीम इंडिया 12 साल बाद खिताब जीतने की दहलीज पर खड़ी है. भारतीय टीम लगातार 10 मुकाबले जीतकर नए रिकॉर्ड की ओर अग्रसर है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल के लिए मंच पूरी तरह सज चुका है. इस मुकाबले को देखने स्टेडियम में रिकॉर्ड 1 लाख 30 हजार दर्शकों के पहुंचने की उम्मीद है. टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया वहीं ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को पराजित कर फाइनल का टिकट कटाया है. फाइनल जंग के लिए भारतीय टीम होटल से स्टेडियम के लिए रवाना हो चुकी है. ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान पैट कमिंस ने टॉस जीत लिया है. उन्‍होंने रोहित शर्मा एंड कंपनी को पहले बैटिंग के लिए बुलाया है. भारत की टीम का स्‍कोर छह ओवरों के बाद 40 रन है. इस वक्‍त रोहित शर्मा तेजी से रन बना रहे हैं. शुभमन गिल महज चार रन के निजी स्‍कोर पर आउट हुए. रोहित शर्मा के बाद नए बैटर श्रेयस अय्यर भी आउट हो गए हैं.

भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें वनडे विश्व कप के इतिहास में दूसरी बार फाइनल में भिड़ रही हैं. इससे पहले दोनों का आमना सामना साल 2003 में हुआ था जब कंगारू टीम ने साउथ अफ्रीका में खेले गए विश्व कप मैच के फाइनल में भारत को 125 रन से हराया था. टीम इंडिया की नजर 12 साल के खिताबी सूखे को खत्म करने पर है. भारत ने आखिरी बार 2011 में विश्व कप पर कब्जा जमाया था. तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम ने 28 साल बाद भारत को वनडे में विश्व विजेता बनाया था.

World Cup Final LIVE: फाइनल मैच से पहले प्रशंसकों का हुजूम उमड़ा, अनुष्का शर्मा मैच देखने के लिए स्टेडियम रवाना

कोहली बना चुके हैं 711 रन
मौजूदा विश्व कप में भारतीय स्टार बैटर विराट कोहली सर्वाधिक 711 रन बना चुके हैं वहीं गेंदबाजी में मोहम्मद शमी ने अभी तक घातक गेंदबाजी की है. शमी ने 6 मैचों में 23 विकेट लेकर सनसनी मचा दी है. विराट और श्रेयस ने इस विश्व कप में अभी तक 537 रन की साझेदारी की है. श्रेयस अय्यर इस विश्व कप में लगातार दो शतक जड़कर खुद को प्लेयर ऑफ द सीरीज के दौड़ में शामिल कर लिया है. टीम इंडिया के लिए अच्छी बात यह है कि इस समय उसके बल्लेबाज और गेंदबाज बेहतरीन लय में हैं.

भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जड़ेजा, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज.

ऑस्ट्रेलिया: डेविड वॉर्नर, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, स्टीव स्मिथ, मार्नस लैबुशेन, ग्लेन मैक्सवेल, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, एडम जंपा, जोश हेजलवुड.

Adblock test (Why?)


IND vs AUS World Cup Final Live: होटल से स्टेडियम के लिए रवाना हुई टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया से फाइनल जंग आज - News18 हिंदी
Read More

Saturday, November 18, 2023

DRDO: भारत में ही लड़ाकू विमान का इंजन बनाने का रास्ता साफ, अमेरिका ने जनरल इलेक्ट्रिक को दीं सभी मंजूरियां - अमर उजाला

DRDO chairman said lca mark 2 advanced medium combat aircraft squadrons produced in india us gave clearence

भारतीय लड़ाकू विमान - फोटो : India Navy Twitter

विस्तार

भारत में एलसीए मार्क 2 लड़ाकू विमान के इंजन जनरल इलेक्ट्रिक के साथ मिलकर बनाने का रास्ता साफ हो गया है। दरअसल अमेरिका ने इससे संबंधित सारी मंजूरी दे दी हैं। डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ. समीर वी कामत ने बताया कि 'एलसीए मार्क 2 के इंजन और स्वदेशी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट की पहली दो स्कवाड्रन का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक के साथ मिलकर करेगी। अमेरिका ने इससे जुड़ी सभी मंजूरी दे दी हैं।'

अमेरिकी सरकार ने दी मंजूरी
बता दें कि पीएम मोदी की जून में अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में कई अहम समझौते हुए थे। इसके तहत अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक भारतीय कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर लड़ाकू विमान के इंजन बनाने वाली है। जनरल इलेक्ट्रिक ने अमेरिका कांग्रेस में एक आवेदन देकर संयुक्त रूप से लड़ाकू इंजन बनाने की मंजूरी मांगी थी। अब डीआरडीओ चीफ के बयान से साफ है कि अमेरिका सरकार ने ये मंजूरियां दे दी हैं। 

देश में 99 इंजन तैयार होंगे
जनरल इलेक्ट्रिक, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर एफ-414 जेट इंजन का निर्माण करेगी। दोनों कंपनियां मिलकर भारत में 99 इंजनों का निर्माण करेंगी और इसमें एक अरब डॉलर से कम की लागत आने की उम्मीद है। जनरल इलेक्ट्रिक इन इंजनों के निर्माण में जो प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराएगा, उनमें गर्म सिरे के लिए जंग, कटाव और थर्मल बाधा से बचाव के लिए विशेष कोटिंग की प्रौद्योगिकी शामिल हैं। एचएएल को एलसीए एमके-2 को तैयार करने में तीन साल का समय लग सकता है। 

Adblock test (Why?)


DRDO: भारत में ही लड़ाकू विमान का इंजन बनाने का रास्ता साफ, अमेरिका ने जनरल इलेक्ट्रिक को दीं सभी मंजूरियां - अमर उजाला
Read More

Amit Shah: सत्ता में आने पर मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे, तेलंगाना में कांग्रेस, KCR और ओवैसी पर जमकर बरसे अमित शाह - Jansatta

Adblock test (Why?)


Amit Shah: सत्ता में आने पर मुस्लिम आरक्षण खत्म कर देंगे, तेलंगाना में कांग्रेस, KCR और ओवैसी पर जमकर बरसे अमित शाह - Jansatta
Read More

दिल्ली-NCR की हवा में हुआ सुधार... GRAP की स्टेज-IV हटी, इन पाबंदियों से मिली राहत - Aaj Tak

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर कुछ सुधरा है. हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' से 'बहुत खराब' श्रेणी में आने के चलते CAQM ने शनिवार को GRAP के स्टेज-IV के तहत लगे प्रदूषण विरोधी प्रतिबंधों को हटा दिया है. आयोग ने यह समीक्षा करने के बाद प्रतिबंध वापस ले लिया कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पिछले कुछ दिनों में और नीचे नहीं गिरा है.

हालांकि, GRAP के चरण- I से चरण- III के तहत प्रतिबंध लागू रहेंगे और लागू किए जाएंगे. फिलहाल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वर्तमान वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में है. दरअसल, शहर में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों और निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध सहित स्टेज-IV के तहत 5 नवंबर को प्रतिबंध करने के आदेश जारी किए थे. 

जीआरएपी के तहत कार्रवाई शुरू करने के लिए उप-समिति ने शनिवार को एक बैठक की और पाया कि दिल्ली का वर्तमान एक्यूआई स्तर लगभग 322 (बहुत खराब) है, जो जीआरएपी चरण-IV कार्रवाई को लागू करने की सीमा से लगभग 128 एक्यूआई अंक नीचे है.

केंद्रीय प्रदूषण निगरानी संस्था ने यह भी नोट किया कि स्टेज-IV तक सभी चरणों के तहत निवारक/शमनात्मक/प्रतिबंधात्मक कार्रवाई चल रही है और AQI में सुधार बरकरार रहने की संभावना है.

Advertisement

कब लागू होती है GRAP की कौन सी स्टेज?

-GRAP को दिल्ली-एनसीआर में 4 स्टेज में बांटा गया गया है. स्टेज-l तब लागू होती है जब दिल्ली में AQI का स्तर 201-300 के बीच होता है.

-स्टेज-2 तब प्रभावी होती है, जब राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक 301-400 के बीच यानी 'बहुत खराब' मापा जाता है. एक्यूआई के 301-400 के अनुमानित स्तर तक पहुंचने से कम से कम तीन दिन पहले ही इस स्टेज को लागू करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाती है. 

-स्टेज III 'गंभीर' वायु गुणवत्ता के बीच लागू किया जाता है. फिलहाल दिल्ली में एक्यूआई 401-450 के बीच है. इसलिए तीसरी स्टेज अभी लागू है. 

-स्टेज-IV वायु गुणवत्ता गंभीर स्थिति यानी एक्यूआई के 450 से ऊपर पहुंचने पर लागू होता है.

GRAP स्टेज 3 में इन कार्यों पर रहेगा प्रतिबंध

-दिल्ली-एनसीआर में निर्माण व तोड़फोड़ पर रोक होगी -रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट, आईएसबीटी, राष्ट्रीय सुरक्षा, डिफेंस, राष्ट्रीय महत्व के प्रोजक्टों को छूट.

-ऐसे कार्य जो प्रदूषण नहीं फैलाते जैसे प्लंबिंग, इंटीरियर डेकोरेशन, इलेक्ट्रिकल और कारपेंटर आदि को भी छूट.

-ईंट भट्टे, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर नहीं चलेंगे -राज्य सरकारें बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल की कारों पर रोक लगाने संबंधी निर्णय ले सकती हैं.

-जिन औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी इंफ्रास्ट्रक्चर और आपूर्ति नहीं है, वहां स्वीकृत ईंधन का उपयोग न करने वाले उद्योग सप्ताह में केवल पांच दिन ही काम कर सकते हैं.

स्टेज-4 के तहत लागू थीं ये पाबंदियां

बता दें कि राजधानी में GRAP की स्टेज 4 लागू होने पर सिर्फ आश्यक वस्तुओं वाले और सीएनजी वाहनों को प्रवेश की अनुमति थी. साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन, सीएनजी वाहन, बीएस-6 डीजल वाहनों के अलावा दिल्ली के बाद बाहर रजिस्टर एलसीवी वाहनों को छोड़कर शहर में एंट्री की अनुमति नहीं थी. साथ ही सभी तरह के निर्माण कार्य पर भी प्रतिबंध लगाया गया था और एनसीआर में सरकारी व प्राइवेट कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलाने के निर्देश भी दिए गए थे.

Adblock test (Why?)


दिल्ली-NCR की हवा में हुआ सुधार... GRAP की स्टेज-IV हटी, इन पाबंदियों से मिली राहत - Aaj Tak
Read More

'हां, ये सही है लेकिन क्या मुल्क में यही चलता रहेगा...', ASI रिपोर्ट पर बोले प्रोफेसर इरफान हबीब - Aaj Tak

ज्ञानवापी परिसर की ASI सर्वे रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष ने कई दावे किए हैं. गुरुवार को वकील विष्णु शंकर जैन ने रिपोर्ट सार्वजनिक की. उन्हों...